युवाओं को दिया जा रहा मशरूम की खेती का प्रशिक्षण:गाजीपुर में 21 दिन चलेगी ट्रेनिंग, डेमो मशरूम इकाई बनाई गई

कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कॉलेज में 21 दिवसीय मशरूम की खेती का प्रशिक्षण चल रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम के वैज्ञानिक खेती करने के विभिन्न तरीकों के बारे में न सिर्फ जानकारी दी जा रही है बल्कि प्रेरित भी किया जा रहा है। प्रशिक्षण में जनपद के नवयुवक और नवयुवतियां, जिनकी उम्र 35 वर्ष से कम है वह प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। बता दें कृषि विज्ञान केंद्र में मशरूम की खेती को लेकर बढ़ावा देने के लिए एक डेमो मशरूम इकाई भी बनाया गया है। जहां पर मशरूम की विभिन्न प्रजातियों पर शोध किया जाता है और उसको उगाया जाता है। साथ ही नई-नई तकनीक इजाद की जाती है। मशरूम इकाई लगाने का संकल्प लिया मशरूम केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. ओमकार सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे कोई भी व्यक्ति, छात्र, किसान एवं कोई भी किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति आकर मशरूम की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। अगर वह उसका व्यवसाय करना चाहे तो उसकी तकनीकी सहायता और विशेषज्ञ भी प्रदान किए जाएंगे। इसी कड़ी में केंद्र पर प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने मशरूम उत्पादन करके सीखा और अपने अपने स्थान पर मशरूम इकाई लगाने का संकल्प लिया।

Nov 22, 2024 - 11:30
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युवाओं को दिया जा रहा मशरूम की खेती का प्रशिक्षण:गाजीपुर में 21 दिन चलेगी ट्रेनिंग, डेमो मशरूम इकाई बनाई गई
कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कॉलेज में 21 दिवसीय मशरूम की खेती का प्रशिक्षण चल रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम के वैज्ञानिक खेती करने के विभिन्न तरीकों के बारे में न सिर्फ जानकारी दी जा रही है बल्कि प्रेरित भी किया जा रहा है। प्रशिक्षण में जनपद के नवयुवक और नवयुवतियां, जिनकी उम्र 35 वर्ष से कम है वह प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। बता दें कृषि विज्ञान केंद्र में मशरूम की खेती को लेकर बढ़ावा देने के लिए एक डेमो मशरूम इकाई भी बनाया गया है। जहां पर मशरूम की विभिन्न प्रजातियों पर शोध किया जाता है और उसको उगाया जाता है। साथ ही नई-नई तकनीक इजाद की जाती है। मशरूम इकाई लगाने का संकल्प लिया मशरूम केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. ओमकार सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे कोई भी व्यक्ति, छात्र, किसान एवं कोई भी किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति आकर मशरूम की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। अगर वह उसका व्यवसाय करना चाहे तो उसकी तकनीकी सहायता और विशेषज्ञ भी प्रदान किए जाएंगे। इसी कड़ी में केंद्र पर प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने मशरूम उत्पादन करके सीखा और अपने अपने स्थान पर मशरूम इकाई लगाने का संकल्प लिया।

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