रामनगर पुलिस ने गांजे के साथ काशीपुर निवासी दो महिलाओं को किया गिरफ्तार, ‘ड्रग फ्री देवभूमि’ के तहत कार्रवाई
Corbetthalchal ramnagar-माननीय मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड के द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में “Drug Free Devbhoomi” कार्यक्रम के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशों के अनुपालन में पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी के निर्देशानुसार क्षेत्राधिकारी रामनगर…

रामनगर पुलिस ने गांजे के साथ काशीपुर निवासी दो महिलाओं को किया गिरफ्तार
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड की रामनगर पुलिस ने हाल ही में भारी मात्रा में गांजे के साथ दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो काशीपुर की निवासी हैं। यह कार्रवाई उत्तराखंड के मुख्यमन्त्री द्वारा शुरू किए गए “Drug Free Devbhoomi” कार्यक्रम के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाना है।
गिरफ्तारी का विवरण
ये गिरफ्तारी 04 सितंबर 2025 को हुई, जब स्थानीय पुलिस ने क्षेत्राधिकारी रामनगर के पर्यवेक्षण में कार्रवाई शुरू की। इस अभियान के तहत उ0नि0 गगनदीप सिंह और उनकी टीम ने गश्त के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर इन महिलाओं को रोका और उनके पास से गांजा बरामद किया। यह कदम पुलिस विभाग द्वारा नशे के बढ़ते व्यवहार को रोकने के लिए उठाया गया है।
‘ड्रग फ्री देवभूमि’ मिशन का महत्व
मुख्यमन्त्री उत्तराखंड ने ‘ड्रग फ्री देवभूमि’ कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसका महत्वपूर्ण उद्देश्य राज्य में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना और युवाओं को नशे से दूर रखना है। यह अभियान न केवल नशे की बिक्री को रोकना चाहता है, बल्कि इसके सेवन के खतरे के बारे में भी शिक्षा देना चाहता है। इस योजना के तहत पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी प्रकार के नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
पुलिस का बयान
पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी ने कहा कि “हमारी प्राथमिकता राज्य के युवाओं को नशे के घातक प्रभावों से बचाना है। इस तरह की कार्रवाई न केवल सरकार की योजनाओं का पालन है, बल्कि यह समाज में नशे के खिलाफ सकारात्मक जागरूकता फैलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की तारीफ की है। लोगों का मानना है कि पुलिस का यह कदम समाज में संभावित नशे के खतरे को कम करेगा। उन्होंने पुलिस और सरकार के समर्थन में कहा कि ऐसे अभियान निरंतर चलने चाहिए ताकि नशे के प्रति जागरूकता बढ़ सके।
फिर से नशे के खिलाफ उठाए जाएंगे कदम
इस कार्रवाई ने यह साबित किया है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में पुलिस किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेगी। आगे भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उत्तराखंड एक सुरक्षित और नशामुक्त राज्य बने।
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टिप्पणी की गयी: टीम इंडिया टुडे द्वारा, अंजलि वर्मा
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