राष्ट्रपति मुर्मू का देहरादून दौरा: राष्ट्रपति निकेतन का किया उद्घाटन, दृष्टिबाधित बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन

देहरादून : अपने 67वें जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को देहरादून स्थित राष्ट्रपति निकेतन (पूर्व में राष्ट्रपति निवास) का औपचारिक उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। जनसाधारण के लिए 1 जुलाई से खुलेगा राष्ट्रपति निकेतन …

Jun 21, 2025 - 09:27
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राष्ट्रपति मुर्मू का देहरादून दौरा: राष्ट्रपति निकेतन का किया उद्घाटन, दृष्टिबाधित बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन
देहरादून : अपने 67वें जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को देहरादून स्थित

राष्ट्रपति मुर्मू का देहरादून दौरा: राष्ट्रपति निकेतन का किया उद्घाटन, दृष्टिबाधित बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन

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देहरादून: पिछले शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने 67वें जन्मदिवस के अवसर पर देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन का औपचारिक उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति निकेतन, जो अब आम जन के लिए 1 जुलाई से खुलने वाला है, ने अपनी भव्यता और ऐतिहासिकता से सभी का ध्यान आकर्षित किया है।

राष्ट्रपति निकेतन का महत्व

राष्ट्रपति निकेतन, जो पूर्व में राष्ट्रपति निवास के नाम से जाना जाता था, 237 एकड़ में फैला हुआ एक भव्य एस्टेट है। यह स्थल वास्तुकला, इतिहास और प्रकृति के दुर्लभ संगम का अनुभव देता है। 1838 से चली आ रही ब्रिटिशकालीन विरासत को समर्पित यह परिसर, यहां के मुख्य भवन, एनेक्सी, अस्तबल, स्विमिंग पूल और बागान के जरिए अपनी भव्यता दिखाता है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हम इस ऐतिहासिक स्थल को आम जन के लिए खोल रहे हैं।" अगले चरण में, उन्होंने परिसर में प्रस्तावित 132 एकड़ में फैले राष्ट्रपति उद्यान की आधारशिला भी रखी। यह उद्यान केवल सैर-सपाटे का स्थल नहीं होगा, बल्कि उत्तराखंड की जैव विविधता का भी जीवंत प्रतिबिंब प्रस्तुत करेगा।

दृष्टिबाधित बच्चों के साथ मर्मस्पर्शी पल

राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा केवल उद्घाटन समारोहों तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने राष्ट्रीय दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सशक्तीकरण संस्थान (NIEPVD) का दौरा भी किया। यहां दृष्टिबाधित बच्चों के एक समूह ने उनके लिए एक भावुक गीत प्रस्तुत किया जिससे राष्ट्रपति की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा, "मैं अपने आंसू नहीं रोक पाई। वे बहुत खूबसूरती से गा रहे थे… दिल से गा रहे थे।"

सार्वजनिक सुविधाओं का उद्घाटन

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति तपोवन का भी उद्घाटन किया, जो ध्यान और साधना के लिए एक समर्पित स्थल है। यह केंद्र 24 जून से जनता के लिए खुल जाएगा। राष्ट्रपति निकेतन में विज़िटर फैसिलिटी सेंटर, कैफेटेरिया और स्मारिका दुकान का उद्घाटन भी हुआ, जो दर्शकों के अनुभव को और समृद्ध बनाएगा।

निष्कर्ष

राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा न केवल उद्घाटन के लिए यादगार था, बल्कि दृष्टिबाधित बच्चों के साथ बिताए गए समय ने इस विशेष दिन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। राष्ट्रपति निकेतन का उद्घाटन उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का एक प्रयास है और इससे आम जनता को भी समृद्ध अनुभव प्राप्त होगा।

इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने न केवल उद्घाटन किया, बल्कि उन्होंने लोगों के साथ जुड़कर संवेदनशीलता और सहानुभूति का भी परिचय दिया। इससे हमें स्पष्ट संदेश मिलता है कि हर एक जन प्रतिनिधि या नेता का अपना एक कर्तव्य होता है, जो समाज के हर वर्ग के लिए आवश्यक है। हमारी आशा है कि राष्ट्रपति मुर्मू का यह संदेश लोगों के दिलों में हमेशा बना रहेगा।

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