देखें लखनऊ में 10 रुपए में देसी घी:ब्रांडेड कंपनियों के अलग-अलग रेट; असली-नकली कैसे पहचानें - भारत आज
13 सितंबर को लखनऊ के आलमबाग में बालाजी ट्रेडिंग कंपनी में छापेमारी की गई। यह कंपनी तेल और देसी घी सप्लाई करती है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम कंपनी के गोदाम में पहुंची। 10 क्विंटल से ज्यादा नकली घी जब्त किया। बरामद की गई घी की कीमत 60 लाख 26 हजार रुपए थी। खाद्य लाइसेंस 19 अप्रैल 2024 तक ही वैध था। इसके साथ ही 1905 लीटर पुराना घी भी जब्त किया गया। इस एक्शन के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आम जनता के मन में घी खरीदने और खाने से पहले सवाल उठने लगा। आखिर वो जो घी खरीद रहे हैं वो सही है नहीं। दैनिक भास्कर की टीम ने राजधानी के अलग-अलग इलाके में बेचे जा रहे घी के रेट की जानकारी ली। दैनिक भास्कर की टीम बीकेटी, सरोजनीनगर, हजरतगंज, ठाकुरगंज, चौक, मोहनलालगंज और मलिहाबाद जैसे इलाकों में पहुंची। पड़ताल किया तो पता चला कि घी की कीमत और गुणवत्ता में बहुत अंतर है। घी के छोटे पैकेट की कोई गारंटी नहीं बीकेटी क्षेत्र में ज़्यादातर ज्ञान कंपनी का देसी घी बिक रहा है। यहां 10 रुपए के पाउच से लेकर एक किलो घी 540 रुपए तक की कीमत में उपलब्ध है। लेकिन सवाल उठता है कि 10 रुपए में असली देसी घी कैसे मिल सकता है? स्थानीय दुकानदारों ने बताया- लोगों को सस्ते घी की जरूरत होती है। इसलिए कंपनी छोटा पैकेट भी बेच रही है, लेकिन इसकी गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं होती। सरोजनीनगर में नमस्ते इंडिया और ज्ञान ब्रांड्स की मांग यहां नमस्ते इंडिया और ज्ञान ब्रांड्स का पैक्ड घी ज्यादा बिकता है। नमस्ते इंडिया का एक किलो घी 750 रुपए में, ज्ञान का 500 ग्राम घी 355 रुपए में, और अमूल का 360 ग्राम घी 360 रुपए में बिक रहा है। पैक्ड घी में थोड़ी सुरक्षा महसूस होती है, लेकिन ग्राहकों को असली और नकली में फर्क करने के लिए सतर्क रहना जरूरी है। मलिहाबाद में गाय का घी 800 रुपए किलो मलिहाबाद के बाजारों में खुला घी भी बिकता है, यहां गाय का घी 800 रुपए प्रति किलो और भैंस का घी 600 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। खुला घी खरीदने वाले ग्राहक इसे ज्यादा शुद्ध मानते हैं, लेकिन इसकी असलियत पर कोई लेबल या प्रमाण नहीं होता। खुला और पैकेट घी में अंतर खुला घी ज्यादातर छोटे दुकानदारों द्वारा बेचा जाता है और इसके उत्पादन की प्रक्रिया का पता नहीं होता। वहीं, पैकेट में मिलने वाले घी का निर्माण बड़े ब्रांड्स द्वारा होता है, जो कम से कम एक मानक प्रक्रिया से गुजरता है। लेकिन इस बात की भी गारंटी नहीं कि पैक्ड घी हमेशा शुद्ध होगा।
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