लखनऊ में 250 रुपए नहीं दिए तो रेलवे पार्सल तोड़ा:10 हजार का पार्सल टूटने पर जताई नाराजगी,रेलवे ने कहा नाजुक सामान था इसलिए टूट गया

लखनऊ से समस्तीपुर रेलवे से भेजा गया पार्सल टूट गया। इस पर पार्सल भेजने वाले व्यक्ति ने नाराजगी व्यक्त की है। उसका कहना है कि जब पार्सल बुक कर रहे थे तभी रेलवे कर्मचारियों की तरफ से 250 रुपए अतिरिक्त मांगे गए थे, उनका कहना है कि अधिक पैसे नहीं देने पर उनका पार्सल तोड़ दिया गया। 10 हजार रुपए का था सामान लखनऊ जंक्शन से बिहार के समस्तीपुर के लिए लखनऊ-बरौनी ट्रेन से पार्सल 17 नवंबर को बुक कराया गया था, जो 19 नवंबर को बिहार के समस्तीपुर में पहुंचा था। इस दौरान पार्सल खोलने पर पता चला कि वह पूरी तरह से टूटा हुआ है। जावेद ने रेलवे से शिकायत करते हुए कहा कि उनके भाई ने पार्सल बुक किया था। जिसे रेलवे के अधिकारी नाजुक और कमजोर होने से तोड़ने की बात कह रहे, लेकिन यह पार्सल टूटा नहीं इसे तोड़ा गया था। अतिरिक्त रूपए नहीं देने पर यह किया गया। उनका कहना है कि इसके लिए लगातार चक्कर लगा रहे थे। इसके लिए ऑफिस भी गए थे। मामले की शिकायत भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। आरपीएफ ने कहा आपने ली थी जिम्मेदारी आरपीएफ ने शिकायत पर पोस्ट करते हुए जावेद से कहा कि पार्सल बाबू द्वारा बुकिंग कर्ता से बताया गया कि यह सामान टूट फूट से संबंधित है। इसकी जिम्मेदारी आपने ली थी। इस दौरान रेलवे ने रसीद भी भेज दी, जिसमें पार्सल भेजने वाले व्यक्ति की सिग्नेचर है। वहीं, डीआरएम पूर्वोत्तर रेलवे आदित्य कुमार ने कहा कि पार्सल कमजोर और नाजुक था। इसका जोखिम और जिम्मेदारी आपने ली थी। जीवन में कभी भी रेलवे से पार्सल नहीं भेजूंगा पीड़ित ने मामले में रेलवे की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि अब जीवन में कभी भी रेलवे से पार्सल नहीं भेजुंगा। रेलवे इसकी जिम्मेदारी नहीं ले रही है। उनका कहना है कई बार पहले भी सामान भेजा गया था, लेकिन तब आसानी से पहुंच गया था। इस बार ऐसा नहीं रहा। बड़ा नुकसान हो गया है। मामले की शिकायत रेलवे मिनिस्ट्री से भी की है।

Nov 24, 2024 - 11:50
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लखनऊ में 250 रुपए नहीं दिए तो रेलवे पार्सल तोड़ा:10 हजार का पार्सल टूटने पर जताई नाराजगी,रेलवे ने कहा नाजुक सामान था इसलिए टूट गया
लखनऊ से समस्तीपुर रेलवे से भेजा गया पार्सल टूट गया। इस पर पार्सल भेजने वाले व्यक्ति ने नाराजगी व्यक्त की है। उसका कहना है कि जब पार्सल बुक कर रहे थे तभी रेलवे कर्मचारियों की तरफ से 250 रुपए अतिरिक्त मांगे गए थे, उनका कहना है कि अधिक पैसे नहीं देने पर उनका पार्सल तोड़ दिया गया। 10 हजार रुपए का था सामान लखनऊ जंक्शन से बिहार के समस्तीपुर के लिए लखनऊ-बरौनी ट्रेन से पार्सल 17 नवंबर को बुक कराया गया था, जो 19 नवंबर को बिहार के समस्तीपुर में पहुंचा था। इस दौरान पार्सल खोलने पर पता चला कि वह पूरी तरह से टूटा हुआ है। जावेद ने रेलवे से शिकायत करते हुए कहा कि उनके भाई ने पार्सल बुक किया था। जिसे रेलवे के अधिकारी नाजुक और कमजोर होने से तोड़ने की बात कह रहे, लेकिन यह पार्सल टूटा नहीं इसे तोड़ा गया था। अतिरिक्त रूपए नहीं देने पर यह किया गया। उनका कहना है कि इसके लिए लगातार चक्कर लगा रहे थे। इसके लिए ऑफिस भी गए थे। मामले की शिकायत भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। आरपीएफ ने कहा आपने ली थी जिम्मेदारी आरपीएफ ने शिकायत पर पोस्ट करते हुए जावेद से कहा कि पार्सल बाबू द्वारा बुकिंग कर्ता से बताया गया कि यह सामान टूट फूट से संबंधित है। इसकी जिम्मेदारी आपने ली थी। इस दौरान रेलवे ने रसीद भी भेज दी, जिसमें पार्सल भेजने वाले व्यक्ति की सिग्नेचर है। वहीं, डीआरएम पूर्वोत्तर रेलवे आदित्य कुमार ने कहा कि पार्सल कमजोर और नाजुक था। इसका जोखिम और जिम्मेदारी आपने ली थी। जीवन में कभी भी रेलवे से पार्सल नहीं भेजूंगा पीड़ित ने मामले में रेलवे की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि अब जीवन में कभी भी रेलवे से पार्सल नहीं भेजुंगा। रेलवे इसकी जिम्मेदारी नहीं ले रही है। उनका कहना है कई बार पहले भी सामान भेजा गया था, लेकिन तब आसानी से पहुंच गया था। इस बार ऐसा नहीं रहा। बड़ा नुकसान हो गया है। मामले की शिकायत रेलवे मिनिस्ट्री से भी की है।

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