लखनऊ में दो हजार कैब ड्राइवर्स छोड़ी तीन कंपनियां:ओला के अलावा दूसरी कंपनी के राइड कर रहे कैंसिल, बोले- पैसा बढ़ेगा तभी चलाएंगे कैब

लखनऊ में कैब ड्राइवर्स आज से 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाएंगे। कैब ड्राइवर्स का कहना है कि कंपनियां उनकी मांग को नहीं सुन रही हैं। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है। दावा है कि ओला ने अधिक पेमेंट देने का आश्वासन दिया है। इसके बाद से कैब ड्राइवर्स ने ओला का 10 दिनों तक ट्रायल करने की शुरुआत कर दी है। डाइवर्स राइड बुक करके कैंसिल कर रहे कैब ड्राइवर्स ने विरोध के लिए राइड बुक की और फिर कैंसिल कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार कर रहे हैं। सभी ड्राइवर्स से सहयोग देने की अपील की है, ताकि ड्राइवर्स के हित में अच्छा कदम उठाया जा सके। चारबाग और एयरपोर्ट के पास में ड्राइवर्स कैब में पोस्टर और बैनर लगाने का काम कर रहे हैं। ड्राइवर्स ने कहा- शोषण कर रही हैं कंपनियां जाहिद प्रधान ने बताया कि चारों कंपनियां आपस में कंपटीशन कर रही हैं, लेकिन इसका नुकसान कैब ड्राइवर को हो रहा है। ड्राइवर का शोषण किया जा रहा है और उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। हमने अब नहीं रणनीति बनाई है, 10 दिन हम ओला के साथ ट्रायल करेंगे। अगर ओला ने ड्राइवर का ख्याल रखा, तो इसको लेकर आगे बढ़ेंगे। बाकी तीन कंपनियों उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार करेंगे। ड्राइवर कृष्णा ने बताया कि हम लोग स्ट्राइक पर नहीं हैं, लेकिन हम आज से सिर्फ ओला का ट्रायल कर रहे हैं। हम स्काइप पर पोस्ट भी लगा रहे हैं कि हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं। ड्राइवर बोले दीपावली नहीं मना पा रहे आनंद जायसवाल ने बताया कि ओला की राइड चालू है। कंपनियां इतना कम पैसा दे रही हैं कि अब हमारा घर चलना भी मुश्किल हो गया है। हम तीन कंपनियों का बहिष्कार कर रहे हैं। हमें 5 रुपए प्रति किलोमीटर दिया जा रहा है। ई - रिक्शा हमसे अधिक कमाई कर रहे हैं। हम ₹20 प्रति किलोमीटर की मांग कर रहे हैं, ताकि हम भी खुश रहें और कंपनियां भी खुश रहें। त्योहार का समय है, हमारा शोषण किया जा रहा है। हम दीपावली नहीं मना पा रहे हैं। हमारी सरकार भी नहीं सुन रही है। कोई हमें सपोर्ट नहीं कर रहा है। विक्रम सिंह का कहना है कि ओला, उबर, रैपीडो जैसी कंपनियां ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं। हमें पहले 20 किलोमीटर का ₹400 तक मिलता था, लेकिन अब हमें बहुत कम पेमेंट मिल रही है। हमारे घर का खर्च नहीं चल रहा है । गाड़ी का भी खर्च नहीं निकल रहा है। यह भी पढ़ें लखनऊ में 2000 कैब ड्राइवर्स नहीं चला रहे उबर-रैपिडो:10 दिन तक सिर्फ ओला कैब की बुकिंग; 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर पर असर लखनऊ में भारतीय कैब कंपनी नियंत्रण बोर्ड संगठन ने 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाने का फैसला लिया है। संगठन ने कैब ड्राइवर्स से अन्य कंपनियों के ऐप डिलीट करने को बात कही है। संगठन के इस फैसले से शहर में करीब 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर्स को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर...

Oct 25, 2024 - 12:50
 52  501.8k
लखनऊ में दो हजार कैब ड्राइवर्स छोड़ी तीन कंपनियां:ओला के अलावा दूसरी कंपनी के राइड कर रहे कैंसिल, बोले- पैसा बढ़ेगा तभी चलाएंगे कैब
लखनऊ में कैब ड्राइवर्स आज से 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाएंगे। कैब ड्राइवर्स का कहना है कि कंपनियां उनकी मांग को नहीं सुन रही हैं। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है। दावा है कि ओला ने अधिक पेमेंट देने का आश्वासन दिया है। इसके बाद से कैब ड्राइवर्स ने ओला का 10 दिनों तक ट्रायल करने की शुरुआत कर दी है। डाइवर्स राइड बुक करके कैंसिल कर रहे कैब ड्राइवर्स ने विरोध के लिए राइड बुक की और फिर कैंसिल कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार कर रहे हैं। सभी ड्राइवर्स से सहयोग देने की अपील की है, ताकि ड्राइवर्स के हित में अच्छा कदम उठाया जा सके। चारबाग और एयरपोर्ट के पास में ड्राइवर्स कैब में पोस्टर और बैनर लगाने का काम कर रहे हैं। ड्राइवर्स ने कहा- शोषण कर रही हैं कंपनियां जाहिद प्रधान ने बताया कि चारों कंपनियां आपस में कंपटीशन कर रही हैं, लेकिन इसका नुकसान कैब ड्राइवर को हो रहा है। ड्राइवर का शोषण किया जा रहा है और उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। हमने अब नहीं रणनीति बनाई है, 10 दिन हम ओला के साथ ट्रायल करेंगे। अगर ओला ने ड्राइवर का ख्याल रखा, तो इसको लेकर आगे बढ़ेंगे। बाकी तीन कंपनियों उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार करेंगे। ड्राइवर कृष्णा ने बताया कि हम लोग स्ट्राइक पर नहीं हैं, लेकिन हम आज से सिर्फ ओला का ट्रायल कर रहे हैं। हम स्काइप पर पोस्ट भी लगा रहे हैं कि हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं। ड्राइवर बोले दीपावली नहीं मना पा रहे आनंद जायसवाल ने बताया कि ओला की राइड चालू है। कंपनियां इतना कम पैसा दे रही हैं कि अब हमारा घर चलना भी मुश्किल हो गया है। हम तीन कंपनियों का बहिष्कार कर रहे हैं। हमें 5 रुपए प्रति किलोमीटर दिया जा रहा है। ई - रिक्शा हमसे अधिक कमाई कर रहे हैं। हम ₹20 प्रति किलोमीटर की मांग कर रहे हैं, ताकि हम भी खुश रहें और कंपनियां भी खुश रहें। त्योहार का समय है, हमारा शोषण किया जा रहा है। हम दीपावली नहीं मना पा रहे हैं। हमारी सरकार भी नहीं सुन रही है। कोई हमें सपोर्ट नहीं कर रहा है। विक्रम सिंह का कहना है कि ओला, उबर, रैपीडो जैसी कंपनियां ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं। हमें पहले 20 किलोमीटर का ₹400 तक मिलता था, लेकिन अब हमें बहुत कम पेमेंट मिल रही है। हमारे घर का खर्च नहीं चल रहा है । गाड़ी का भी खर्च नहीं निकल रहा है। यह भी पढ़ें लखनऊ में 2000 कैब ड्राइवर्स नहीं चला रहे उबर-रैपिडो:10 दिन तक सिर्फ ओला कैब की बुकिंग; 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर पर असर लखनऊ में भारतीय कैब कंपनी नियंत्रण बोर्ड संगठन ने 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाने का फैसला लिया है। संगठन ने कैब ड्राइवर्स से अन्य कंपनियों के ऐप डिलीट करने को बात कही है। संगठन के इस फैसले से शहर में करीब 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर्स को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर...

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow