वाराणसी में पुराने विवाद में 3 युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:समझौते के बहाने घर बुलाकर चापड़ से किए वार, 3 नामजद-7 अज्ञात पर केस
वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के खारीकुआं इलाके में शुक्रवार रात पुराने विवाद में दो पक्षों में मारपीट हो गई। युवक को पहले समझौते के बहाने से बुलाया फिर पकड़कर पीट दिया। हमलावरों ने घर के अंदर उसे बंद कर लिया फिर चापड़ से ताबड़तोड़ वार किए। बीच-बचाव करने आए लोगों को भी लाठी, डंडा और रॉड से हमलाकर चोटिल कर दिया। इसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जान बचाकर भागे लोगों ने पुलिस को सूचना दी और फिर अस्पताल पहुंचे। सूचना पर आई पुलिस ने युवक की तहरीर पर तीन नामजद और 7 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है। बताया जा रहा कि क्रिकेट के मैच में हुए झगड़े के बाद समझौते के लिए घर बुलाकर मारपीट की गई। मामले में तीन लोगों को थाने पर बैठाया गया है, इसमें एक मुख्य आरोपित भी शामिल है। जंगमबाड़ी निवासी दीपक यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले क्रिकेट को लेकर कुछ विवाद हुआ था। इसपर खारीकुआं निवासी श्रेयांश यादव ने अपने घर पर इस मामले में समझौता करने के लिए बुलाया था। दीपक के अनुसार वह अपने दो भाई मयंक, अंकित और अपने मामा के लड़के विशाल यादव को लेकर उनके घर समझौते के लिए पहुंचा था। दीपक ने बताया कि इसके बाद बातचीत के दौरान श्रेयांश यादव, मनोज यादव और सोनू यादव ने मारपीट शुरू कर दी। गली में ले आये। उनके ललकारने पर आधा दर्जन से ज्यादा लोग और आ गए। उनके पास लाठी-रॉड और चापड़ जैसे धारदार हथियार थे। सभी ने मारपीट शुरू कर दी। जिसमें सभी को चोटें आयीं। दीपक और उनके भाई किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। पुलिस ने प्राणघातक हमले को हल्की धारा ने बदला पीड़ित दीपक के सबसे छोटे भाई अंकित को सबसे ज्यादा चोट आई है। चापड़ से भी इसके ऊपर हमले का आरोप है। हालांकि, एक नजर में तस्वीर में अंकित पर किसी धारदार हथियार से हमला किया जाना साफ दिख रहा है। इसके बावजूद तहरीर अपने हिसाब से लिखवाकर मुकदमें को हल्का कर दिया गया। झगड़े में गंभीर रूप से जख्मी हुए अंकित यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रात में बोलकर तहरीर बदलवा दिया। सीसी फुटेज तक चेक करने नहीं पहुंची पुलिस दशाश्वमेध थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया- दीपक यादव की तहरीर पर श्रेयांश यादव, मनोज यादव, सोनू यादव और 7 अज्ञात पर बीएनएस की धारा 115(2), 351(2), 352, 191(2) में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द ही आरपियों को पकड़ लिया जाएगा। सुबह तक पुलिस सीसीटीवी फुटेज तक चेक करने नहीं पहुंची थी। अंकित का कहना था कि करीब डेढ़ घंटे तक हमलावरों ने सभी की जमकर पिटाई की।
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