वाराणसी में फर्जी विधानसभा-पास लगाकर घूमती कार से तीन गिरफ्तार:ADCP ने चेकिंग के दौरान रोकी कार तो मकला फर्जी पास, तीनों कार सवार गिरफ्तार
वाराणसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र में गुरुवार की देर रात पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान विधायक की फर्जी पास लगी कार को कब्जे में लिया। कार में सवार तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, तीनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ की गई। मामले में सभी तीनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि कार सवार आरोपी गाजीपुर के निवासी हैं और इस कार को भदोही के सुजीत जायसवाल से खरीदा है। कार चालक टोल टैक्स और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए फर्जी 'विधानसभा पास' का इस्तेमाल कर रहा था। हालांकि पुलिस ने कार को सीज कर आरोपियों को जेल भेज दिया। लहरतारा-फुलवरिया फ्लाईओवर पर चेकिंग के दौरान मंडुवाडीह पुलिस ने नीले रंग की संदिग्ध बलेनो कार (नम्बर प्लेट की जगह वीआईपी / विधायक पास लगा था) को रोका। कार के आगे नंबर प्लेट नहीं लगी होने और गाड़ी पर चिपके 'वीआईपी/ विधायक पास' के संदिग्ध लगने पर पुलिस ने उसमें सवार तीन व्यक्तियों से पूछताछ की। ड्राइवर ने अपना नाम हिमांशु रंजन निवासी गाजीपुर बताया, जबकि अन्य दो व्यक्तियों ने अभिजीत कुमार निवासी चंदौली और अंकित यादव निवासी गाजीपुर के रूप में अपनी पहचान बताई। उपनिरीक्षक राहुल सिंह और पुलिस टीम ने जांच के दौरान पाया कि वाहन कि पिछली नंबर प्लेट UP66Q8656 के आधार पर इसका मालिक सुजीत जायसवाल निवासी भदोही पाया गया। चालक हिमांशु ने गाड़ी को सेकंड हैंड खरीदने की बात कही और स्वीकार किया कि उसने टोल टैक्स और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए फर्जी 'विधानसभा पास' का इस्तेमाल कर रहा था। गाड़ी की तलाशी में एक फर्जी 'विधानसभा पास' बरामद हुआ। विधानसभा सचिवालय उत्तर प्रदेश और गाड़ी का नंबर अंकित था। साथ ही चालक हिमांशु रंजन वाहन के वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा। पुलिस ने फर्जी पास का उपयोग करने और वाहन के वैध दस्तावेज न होने के कारण गाड़ी को धारा 207 मोटर वाहन अधिनियम के तहत सीज कर दिया। चालक हिमांशु रंजन के खिलाफ धारा 318(4), 319(2) और 336(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया।
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