विकास दीप कॉम्प्लेक्स का होगा सेफ्टी ऑडिट:जर्जर हो चुकी है बिल्डिंग; रिपोर्ट के बाद होगा मरम्मत का काम
लखनऊ के चारबाग स्टेशन रोड स्थित 12 मंजिला विकास दीप कॉम्प्लेक्स 32 साल में ही जर्जर हो गया। इसका छज्जा गिरने से बुधवार को एक युवक की मौत हो गई। घटने के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण बिल्डिंग का सेफ्टी ऑडिट कराएगा। रिपोर्ट के आधार पर मरम्मत की जाएगी। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने रात करीब साढ़े नौ बजे मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग की सेफ्टी ऑडिट कराई जाएगी। एजेंसी तीन-चार दिन में पूरे स्ट्रक्चर व निर्माण की जांच करेगी। इसकी रिपोर्ट के अनुसार मरम्मत का काम होगा। 1994 में बनाई गई ये इमारत चारबाग, नाका, हुसैनगंज और लालकुआं जैसे क्षेत्रों के लिए आदर्श कॉम्प्लेक्स के रूप में सोची गई थी। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही, मेंटेनेंस की कमी और असामाजिक गतिविधियों के चलते यह आज खुद के ही विकास की राह तक रहा है। कॉम्प्लेक्स पूरी तरह जर्जर हो चुका इस 12 मंजिला इमारत में बेसमेंट से लेकर दूसरी मंजिल तक करीब 280 दुकानें हैं। तीसरी से पांचवीं मंजिल पर सरकारी दफ्तर हैं। रजिस्ट्रार, सामूहिक बीमा निदेशालय और रेशम निदेशालय जैसे विभाग। लेकिन इनका संचालन भी ठप पड़ा है। छठे, सातवें और आठवें फ्लोर पूरी तरह खाली हैं। रेलिंग टूट चुकी है। प्लास्टर उखड़ चुका है और खिड़कियों के शीशे टूटे हैं।

विकास दीप कॉम्प्लेक्स का होगा सेफ्टी ऑडिट
विकास दीप कॉम्प्लेक्स, जो वर्षों से स्थानीय निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल रहा है, अब एक विस्तृत सेफ्टी ऑडिट के लिए तैयार है। यह ऑडिट जर्जर स्थिति में पहुंच चुकी बिल्डिंग के लिए आवश्यक है। इस रिपोर्ट के बाद, मरम्मत का काम किया जाएगा ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बिल्डिंग की स्थिति
विकास दीप कॉम्प्लेक्स की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। दीवारों में दरारें, छत का गिरना और अन्य संरचनात्मक समस्याएं इसके जर्जर होने का संकेत देती हैं। निवासियों की सुरक्षा को देखते हुए, यह सेफ्टी ऑडिट समय की आवश्यकता बन गई है।
सेफ्टी ऑडिट का महत्व
सेफ्टी ऑडिट का मुख्य उद्देश्य बिल्डिंग में मौजूदा खतरों की पहचान करना है। यह ऑडिट भवन की सभी महत्वपूर्ण सुविधाओं, जैसे कि आग सुरक्षा प्रणाली और विद्युत सुरक्षा का मूल्यांकन करेगा। इसकी रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन इस ऑडिट प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनकी कोशिश है कि सभी निवासियों को सुरक्षित रहने का माहौल मिले। प्रशासन ने निवासियों को सलाह दी है कि वे बिल्डिंग के खतरनाक हिस्सों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की समस्या की सूचना तुरंत दें।
भविष्य की योजनाएँ
सेफ्टी ऑडिट के बाद, अगर कोई खतरनाक स्थिति पाई जाती है, तो मरम्मत कार्य प्राथमिकता पर किया जाएगा। इस कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। प्रशासन ने निवासियों को आश्वस्त किया है कि उनकी सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
निवासियों की प्रतिक्रिया
निवासी इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं। कई लोगों ने कहा है कि वे वर्षों से इस समस्या का सामना कर रहे थे और अब उस पर ध्यान दिया जा रहा है, यह एक सकारात्मक संकेत है।
समाज में सुरक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए इस कदम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विकास दीप कॉम्प्लेक्स की मरम्मत और संरक्षण के कार्य से क्षेत्र की जीवनशैली में सुधार होगा।
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