विमेंस क्रिकेट में रुकेगी सोशल मीडिया ट्रोलिंग:ऑटोमैटिक डिलीट होंगे गलत कॉमेंट्स; ICC ने AI टूल का सफल ट्रायल किया
विमेंस क्रिकेटर्स की सोशल मीडिया ट्रोलिंग और उनपर होने वाले गलत कॉमेंट्स रोकने की ICC ने तैयारी कर ली है। गोबबल ऐप की मदद से अब प्लेयर्स पर होने वाले गलत कॉमेंट्स ऑटोमैटिक डिलीट हो जाएंगे। जिन कॉमेंट्स में आपत्तिजनक शब्द होंगे, वह प्लेयर्स और टीम के सोशल मीडिया अकाउंट पर हाइड कर दिए जाएंगे। ICC ने विमेंस क्रिकेटर्स से लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद पिछले महीने विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप में AI टूल का ट्रायल किया था। AI की मदद से गलत कॉमेंट्स के साथ बॉट्स के विज्ञापन और गैरजरूरी कॉन्टेंट भी प्लेयर्स की सोशल मीडिया प्रोफाइल से हटा दिया गया। हर पांचवां कॉमेंट आपत्तिजनक वर्ल्ड कप में ट्रायल के दौरान ICC को पता चला कि विमेंस क्रिकेटर्स और टीमों की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर हर पांचवां कॉमेंट आपत्तिजनक था। ऑनलाइन ट्रोलिंग और अपशब्द रोकने के लिए ICC ने गोबबल टेक कंपनी की मदद से ट्रायल किया। ऐप ने 8 टीमों और 60 प्लेयर्स के सोशल मीडिया हैंडल को मॉनिटर किया। इन पर करीब 15 लाख कॉमेंट्स आए, जिनमें से 2.71 लाख कॉमेंट्स आपत्तिजनक थे। इनमें नस्लवाद, लिंगवाद, समलैंगिकता और अन्य कई प्रकार के अपशब्द भरे कॉमेंट्स सामने आए। AI टूल ने इन कॉमेंट्स को प्लेयर की प्रोफाइल से हाइड करने के साथ उन्हें डिलीट भी कर दिया। विमेंस गेम को सुरक्षित बनाने के लिए किया था ट्रायल ICC ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले सभी 10 टीमों और उनकी प्लेयर्स को यह सर्विस ऑफर की थी। 8 टीमों और 60 प्लेयर्स ने ट्रायल का हिस्सा बनने के लिए सहमति दी। ICC को कई बार शिकायतें मिली थीं कि खेल के दौरान प्लेयर्स को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कॉमेंट्स और ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता था। जिसका बुरा असर उनके खेल पर भी हो रहा था। युवा खिलाड़ियों को होती थी ज्यादा परेशानी ICC के डिजिटल हेड फिन ब्रैडशॉ ने क्रिकइन्फो को बताया, 'ICC ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को क्रिकेट खेलने के लिए इंस्पायर करना चाहता है। कई प्लेयर्स ने ऑनलाइन ट्रोलिंग और गलत कॉमेंट्स की शिकायत की थी। खेल में आप नहीं चाहते कि किसी युवा प्लेयर को इस तरह के कॉमेंट्स का सामना करना पड़े। युवा फैंस भी अपने पसंदीदा प्लेयर की प्रोफाइल पर गलत कॉमेंट्स देखकर बुरा महसूस करते हैं। इससे प्लेयर्स की मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है।' मेंस क्रिकेटर्स को बाद में मिलेगी सुविधा ICC ने बताया कि फिलहाल विमेंस क्रिकेटर्स ही 2025 तक के लिए इस सुविधा का फायदा उठा सकती हैं। इसके लिए प्लेयर्स को ICC की ऐप पर साइन इन करना होगा। मेंस क्रिकेटर्स भी अगर इस तरह की परेशानी की बात करते हैं तो उन्हें भी इसका हिस्सा बनाया जाएगा।
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