वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शनकारी-पुलिस में झड़प:दुकानदार-पालकीवाले बोले-₹250 करोड़ के प्रोजेक्ट से रोजी रोटी छिन जाएगी

जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ सोमवार को लोकल दुकानदार और मजदूरों ने लगातार चौथे दिन प्रोटेस्ट किया। प्रदर्शनकारियों ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान दोनों के बीच झड़प हो गई। धुक्का-मुक्की में 1 पुलिसवाला घायल हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पहले मजिस्ट्रेट ऑफिस के बाहर से विरोध रैली निकाली। फिर शालीमार पार्क के बाहर धरना दिया। दरअसल, शालीमार पार्क में ही वैष्णोदेवी दर्शन के लिए जाने वाले लोगों के लिए बेस कैंप बनाया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने वाले रोपवे प्रोजेक्ट से मौजूदा रूट के लोकल दुकानदार के धंधे पर असर पड़ेगा। पालकी और घोड़े से श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने वाले व्यापारियों ने कहा कि नया प्रोजेक्ट 250 करोड़ की लागत से बन रहा है, लेकिन फिर सब लोग रोपवे से जाएंगे तो हमारा रोजगार छिन जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन के अलावा दुकानदारों और घोड़े-पालकीवालों ने 3 दिन हड़ताल का भी ऐलान किया था। 22 नवंबर से शुरू हुई यह हड़ताल अब 1 दिन और बढ़ाई गई है। प्रदर्शनकारी बोले- हर दुकानदार या मजदूर को ₹20 लाख मुआवजा मिले प्रदर्शन में मजदूर संघ के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल और शिवसेना (UBT) के प्रदेश अध्यक्ष मनीष साहनी भी शामिल हुए। उन्होंने रोपवे प्रोजेक्ट से प्रभावित होने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए ₹20 लाख का मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास प्लान बनाने के लिए भी कहा है। नए रोपवे प्रोजेक्ट से 7 घंटे का सफर 1 घंटे में होगा 2024 में अब तक 84 लाख लोगों ने दर्शन किए वैष्णो देवी के दर्शन के लिए इस साल अक्टूबर तक 86 लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके है। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को कहना है कि आंकड़ा 1 करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगा। पिछले साल 95 लाख से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए थे।

Nov 25, 2024 - 15:30
 0  4.5k
वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शनकारी-पुलिस में झड़प:दुकानदार-पालकीवाले बोले-₹250 करोड़ के प्रोजेक्ट से रोजी रोटी छिन जाएगी
जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ सोमवार को लोकल दुकानदार और मजदूरों ने लगातार चौथे दिन प्रोटेस्ट किया। प्रदर्शनकारियों ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान दोनों के बीच झड़प हो गई। धुक्का-मुक्की में 1 पुलिसवाला घायल हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पहले मजिस्ट्रेट ऑफिस के बाहर से विरोध रैली निकाली। फिर शालीमार पार्क के बाहर धरना दिया। दरअसल, शालीमार पार्क में ही वैष्णोदेवी दर्शन के लिए जाने वाले लोगों के लिए बेस कैंप बनाया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने वाले रोपवे प्रोजेक्ट से मौजूदा रूट के लोकल दुकानदार के धंधे पर असर पड़ेगा। पालकी और घोड़े से श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने वाले व्यापारियों ने कहा कि नया प्रोजेक्ट 250 करोड़ की लागत से बन रहा है, लेकिन फिर सब लोग रोपवे से जाएंगे तो हमारा रोजगार छिन जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन के अलावा दुकानदारों और घोड़े-पालकीवालों ने 3 दिन हड़ताल का भी ऐलान किया था। 22 नवंबर से शुरू हुई यह हड़ताल अब 1 दिन और बढ़ाई गई है। प्रदर्शनकारी बोले- हर दुकानदार या मजदूर को ₹20 लाख मुआवजा मिले प्रदर्शन में मजदूर संघ के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल और शिवसेना (UBT) के प्रदेश अध्यक्ष मनीष साहनी भी शामिल हुए। उन्होंने रोपवे प्रोजेक्ट से प्रभावित होने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए ₹20 लाख का मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास प्लान बनाने के लिए भी कहा है। नए रोपवे प्रोजेक्ट से 7 घंटे का सफर 1 घंटे में होगा 2024 में अब तक 84 लाख लोगों ने दर्शन किए वैष्णो देवी के दर्शन के लिए इस साल अक्टूबर तक 86 लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके है। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को कहना है कि आंकड़ा 1 करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगा। पिछले साल 95 लाख से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए थे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow