श्री बदरीनाथ धाम में सर्व पितृ आमावस्या पर श्राद्ध पक्ष का समापन

श्री बदरीनाथ धाम ब्रह्मकपाल में सर्वपितृ अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष का हुआ समापन • बड़ी संख्या में तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचे ब्रह्मकपाल में किया पूवर्जों का स्मरण एवं श्राद्ध तर्पण श्री बदरीनाथ धाम: 21 सितंबर। श्री बदरीनाथ धाम स्थित ब्रह्म कपाल में श्राद्ध पक्ष के आखिरी दिन बड़ी संख्या में …

Sep 21, 2025 - 18:27
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श्री बदरीनाथ धाम में सर्व पितृ आमावस्या पर श्राद्ध पक्ष का समापन
श्री बदरीनाथ धाम ब्रह्मकपाल में सर्वपितृ अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष का हुआ समापन • बड़ी संख

श्री बदरीनाथ धाम में सर्व पितृ आमावस्या पर श्राद्ध पक्ष का समापन

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कम शब्दों में कहें तो, आज श्री बदरीनाथ धाम के ब्रह्म कपाल में सर्व पितृ आमावस्या समारोह आयोजित हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों का श्राद्ध तर्पण किया।

श्री बदरीनाथ धाम

ब्रह्मकपाल में सर्वपितृ अमावस्या पर एकत्रित हुए तीर्थयात्री

श्री बदरीनाथ धाम: 21 सितंबर। श्राद्ध पक्ष का समापन आज सर्व पितृ आमावस्या के साथ हुआ। इस विशेष दिन पर, बड़ी संख्या में देश-विदेश के श्रद्धालु श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे और अपने पूर्वजों का स्मरण करते हुए श्राद्ध तर्पण किया। 7 सितंबर से शुरू हुए इस पवित्र आयोजन का समापन आज हुआ।

श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी, डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि इस वर्ष पितृ पक्ष के दौरान 48,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने धाम का दर्शन किया। इसी के साथ, इस महीने के प्रारंभ से लेकर अब तक, 1,362,278 श्रद्धालु इस धार्मिक स्थल का दर्शन कर चुके हैं। 22 सितंबर से, बीकेटीसी द्वारा शारदीय नवरात्रि पर्व की तैयारी की जा रही है, जिसमें घट स्थापना के साथ मां दुर्गा की पूजा की जाएगी। यह पूजा 2 अक्टूबर तक चलेगी।

सर्व पितृ आमावस्या का महत्व

ब्रह्मकपाल में आज चहल-पहल का माहौल रहा। श्रद्धालुओं ने पवित्र अलकनंदा नदी के गांधी घाट पर स्नान किया तथा पितरों के श्राद्ध तर्पण में भाग लिया। वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित वीरेंद्र हटवाल ने जानकारी दी कि सर्वपितृ आमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन, ज्ञात-अज्ञात सभी पितृजन का श्राद्ध किया जाता है, जिनकी श्राद्ध तिथि ज्ञात नहीं होती या जिनकी मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती। इसे महालय श्राद्ध भी कहा जाता है। इस दिन से सभी पितृजनों को इस लोक को छोड़कर पुनः सद्गति प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

स्वागत के लिए बहुजन का उमड़ना

आज के समारोह में अनेक तीर्थ पुरोहित और श्रद्धालु उपस्थित थे। तीर्थ पुरोहितों में वीरेंद्र हटवाल, संजय हटवाल, सुधीर हटवाल, अरविंद हटवाल, और प्रमोद हटवाल ने सहयोग किया। इसके साथ ही, पंचायत अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी, उपाध्यक्ष सुधाकर बाबुलकर, सचिव रजनीश मोतीवाल, कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया और अन्य महत्वपूर्ण लोग भी इस धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा बने।

भविष्यवाणी की तरह, इस बार की श्राद्ध पक्ष की समाप्ति ने श्रद्धालुओं के मन में एक अद्भुत शांति का अनुभव कराया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने अपने पितरों को श्रृद्धांजलि देने के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर अपने मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्राथना की। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक था बल्कि पारिवारिक संबंधों को भी और मजबूत करना था।

इस अवसर पर उपस्थिति में सभी ने अपने पूर्वजों को याद किया और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। अगर आप और अधिक जानकारी चाहते हैं तो कृपया India Twoday पर जाएं।

Team India Twoday, सुमिता जी

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