टनकपुर से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाई
टनकपुर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को टनकपुर स्थित पर्यटन आवास गृह से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यात्रियों का पारंपरिक रूप से स्वागत किया तथा उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े स्मृति चिह्न भेंट किए। मुख्यमंत्री ने 11 राज्यों से आए …

टनकपुर से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाई
टनकपुर: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को टनकपुर स्थित पर्यटन आवास गृह से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री ने यात्रियों का पारंपरिक स्वागत किया और उन्हें उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े स्मृति चिह्न भेंट किए। यह यात्रा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है और यह क्षेत्र की धार्मिक मान्यताओं में गहराई से जुड़ी हुई है।कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड सरकार श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
यात्रियों की अपेक्षाएँ और यात्रा का महत्व
मुख्यमंत्री ने 11 विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं से बातचीत करते हुए कहा कि "कैलाश मानसरोवर की यात्रा लेकिन हर किसी को नसीब नहीं होती।" यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि आत्मिक और आध्यात्मिक जागरण का एक अवसर भी है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि श्रद्धालु इस यात्रा के जरिए समर्पण की गहरी भावना का अनुभव व्यतीत करेंगे।
यात्रा की तैयारी और सुविधाएँ
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि उत्तराखंड की पवित्र भूमि में भगवान शिव का वास होता है और यह यात्रा अब सिर्फ भौगोलिक रेखाएँ नहीं, बल्कि बाबा शिव से साक्षात्कार का एक मजबूत माध्यम बन चुकी है। पहले यह यात्रा सात दिनों तक चलती थी, लेकिन अब इसे कुछ घंटों में पूरा किया जा सकता है।उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को सुगम बनाने के लिए स्वास्थ्य, आवास, भोजन, और सुरक्षा के सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने सभी यात्रियों की सफल और सुरक्षित यात्रा की कामना की।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएँ
इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने चंपावत वासियों की गर्मजोशी और स्वागत हेतु आभार व्यक्त किया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार की यात्रा व्यवस्था की प्रशंसा की, जिसने उन्हें एक यादगार और सुरक्षित अनुभव प्रदान किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भी उपस्थिति दर्ज की, जिनमें कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत, आईजी आईटीबीपी संजय गुंजियाल, और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल थे।
निष्कर्ष
कैलाश मानसरोवर यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक अद्भुतता और धरोहर का प्रतिबिंब भी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से उठाए गए कदम इस यात्रा को सफल एवं सुविधाजनक बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह यात्रा श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान करने के साथ-साथ उत्तराखंड के पर्यटन विकास में भी योगदान देगी। हम सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हैं कि वे इस अद्वितीय अनुभव का भरपूर आनंद उठाएँ और समर्पण के साथ अपनी यात्रा करें।
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सादर, टीम इंडिया टुडे
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