संभल मामले में संत समिति की एंट्री:स्वामी जीतेंद्रानंद बोले - संभल में कोर्ट के फैसले का हुआ विरोध, वकील विष्णु शंकर की हत्या का था साजिश; पुलिस ने किया विफल
अखिल भारतीय सन्त समिति और गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती कहा - संभल प्रकरण में जिस तरह से विपक्ष नेताओं द्वारा बात कही जा रही है, यह बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि संभल में पुलिस पार्टी पर किया गया हमला और सड़कों पर फेके गए ढेर सारी पत्थर या हिंदुओं के विरोध में नहीं थे अदालत के द्वारा दिए गए निर्णय के विरुद्ध और उसे अदालत के निर्णय को पालन करने के लिए लगी पुलिस के विरुद्ध सीधे जंग ए ऐलान था। अदालत के फैसले का विरोध करना ग़लत उन्होंने कहा कि इस आंदोलन से अदालत को यह चुनौती दिया जा रहा था कि अगर हिंदुओं के पक्ष में कोई निर्णय दिया गया तो हम इसको स्वीकार नहीं करेंगे। यह देश संविधान से नहीं बल्कि सरिया से चलेगा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष द्वारा कहा जाता है कि 1991 में जो कानून बना था उसके तहत सर्वे नहीं हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने कहा कि कानून में यह कहा गया है कि मंदिर और मस्जिद की स्थिति अर्थात पूजा घर की स्थिति जो 1947 में जैसी थी उसको बदला नहीं जा सकता है। वकील विष्णु जैन के हत्या का साजिश था संभल दंगा : स्वामी जीतेंद्रानंद अखिल भारतीय सन्त समिति और गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- हमें 1947 में वह मंदिर था की मस्जिद था यह पता करना पड़ेगा। उसके लिए सर्वे ही करना होता है लेकिन अगर सर्वे को रोका जा रहा है तो यह कानून का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि देश को दंगे की आग में झोंकने की यह साजिश है। उन्होंने कहा कि इसमें समाजवादी पार्टी के विधायक और स्थानीय भी लिप्त पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह दंगा युवा वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या का एक साजिश भी था। जिसे पुलिस में विफल किया है।
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