वेदमंत्र के साथ सजेगा सई तट, रुद्र महायज्ञ भव्यता से उजागर। जल कलश यात्रा से शुरू हुआ पावन अवसर, श्रद्धालु उमड़े। भारत आज तक।

जौनपुर के सिरकोनी क्षेत्र स्थित नरईबीर धाम में देवरिया कुटी नियार आश्रम वाराणसी के परमसंत श्री त्रिभुवन दास जी महराज के सानिध्य में भव्य रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को यज्ञ स्थल से भव्य जलकलश यात्रा निकाली गई। हाथी-घोड़े के साथ भव्य जलकलश यात्रा जलकलश यात्रा में बड़ी संख्या में पीत वस्त्रधारी महिलाएं आकर्षण का केंद्र बनीं। हाथी-घोड़े और गाजे-बाजे के साथ चल रहे लोगों ने उत्साह पूर्वक जयकारा लगाया। यह यात्रा नरईबीर धाम से निकलकर गोपीपुर, धनेजा, राजेपुर, तहरपुर और कजगांव होते हुए सई नदी तट पर पहुंची। यहां विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद कलश में जल लिया गया। इस यात्रा में शिवेंद्र श्रीवास्तव रोमी, कंचन सिंह परिहार, शिवाजी सिंह, पवन सेठ समेत अनेक लोग मौजूद रहे। कलश यात्रा की 3 प्रमुख तस्वीरें... महायज्ञ के आयोजन में डाॅ. राजेश पांडेय, योगेश श्रीवास्तव, डॉ. अजय सिंह, नंदलाल यादव, ओमप्रकाश सिंह, प्रधान आदित्य नारायण सिंह, शेषमणि और संतोष सिंह भोले समेत कई क्षेत्रीय लोग सक्रिय रूप से शामिल हैं। भव्य यज्ञ मंडल बना श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र पंचकुंडात्मक इस महायज्ञ के यज्ञाचार्य काशी से पधारे विद्वान् आचार्य शंकर शास्त्री हैं। मंदिर परिसर में बनाया गया भव्य यज्ञ मंडप श्रद्धालुओं की आस्था और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। श्री त्रिभुवन दास जी महाराज ने बताया कि यह अनुष्ठान जन-सहयोग से जन-कल्याण के लिए किया जा रहा है। आज यजमानों का मंडप प्रवेश होगा, जबकि सोमवार को अरणि मंथन और पूजन-हवन के बाद शाम को प्रतिदिन 7 से 10 बजे तक रामकथा का आयोजन होगा। इस दौरान मानस कोविद डाॅ. मदन मोहन मिश्र, अमरनाथ त्रिपाठी और सुधा पांडेय का प्रवचन होगा।

Oct 20, 2024 - 14:15
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वेदमंत्र के साथ सजेगा सई तट, रुद्र महायज्ञ भव्यता से उजागर। जल कलश यात्रा से शुरू हुआ पावन अवसर, श्रद्धालु उमड़े। भारत आज तक।
जौनपुर के सिरकोनी क्षेत्र स्थित नरईबीर धाम में देवरिया कुटी नियार आश्रम वाराणसी के परमसंत श्री त्रिभुवन दास जी महराज के सानिध्य में भव्य रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को यज्ञ स्थल से भव्य जलकलश यात्रा निकाली गई। हाथी-घोड़े के साथ भव्य जलकलश यात्रा जलकलश यात्रा में बड़ी संख्या में पीत वस्त्रधारी महिलाएं आकर्षण का केंद्र बनीं। हाथी-घोड़े और गाजे-बाजे के साथ चल रहे लोगों ने उत्साह पूर्वक जयकारा लगाया। यह यात्रा नरईबीर धाम से निकलकर गोपीपुर, धनेजा, राजेपुर, तहरपुर और कजगांव होते हुए सई नदी तट पर पहुंची। यहां विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद कलश में जल लिया गया। इस यात्रा में शिवेंद्र श्रीवास्तव रोमी, कंचन सिंह परिहार, शिवाजी सिंह, पवन सेठ समेत अनेक लोग मौजूद रहे। कलश यात्रा की 3 प्रमुख तस्वीरें... महायज्ञ के आयोजन में डाॅ. राजेश पांडेय, योगेश श्रीवास्तव, डॉ. अजय सिंह, नंदलाल यादव, ओमप्रकाश सिंह, प्रधान आदित्य नारायण सिंह, शेषमणि और संतोष सिंह भोले समेत कई क्षेत्रीय लोग सक्रिय रूप से शामिल हैं। भव्य यज्ञ मंडल बना श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र पंचकुंडात्मक इस महायज्ञ के यज्ञाचार्य काशी से पधारे विद्वान् आचार्य शंकर शास्त्री हैं। मंदिर परिसर में बनाया गया भव्य यज्ञ मंडप श्रद्धालुओं की आस्था और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। श्री त्रिभुवन दास जी महाराज ने बताया कि यह अनुष्ठान जन-सहयोग से जन-कल्याण के लिए किया जा रहा है। आज यजमानों का मंडप प्रवेश होगा, जबकि सोमवार को अरणि मंथन और पूजन-हवन के बाद शाम को प्रतिदिन 7 से 10 बजे तक रामकथा का आयोजन होगा। इस दौरान मानस कोविद डाॅ. मदन मोहन मिश्र, अमरनाथ त्रिपाठी और सुधा पांडेय का प्रवचन होगा।

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