सहारनपुर में 10 हजार का इनामी अरेस्ट:पंजाब और हरियाणा से नकली नोटों को लाकर यूपी में करता था सप्लाई, 5 माह से चल रहा था फरार
सहारनपुर पुलिस ने नकली नोटों के मामले में एक 10 हजार रुपए के इनामी को अरेस्ट किया है। आरोपी को पुलिस पंजाब के मोहाली से पकड़कर लाई है। आरोपी की निशानदेही पर 7 हजार के नकली नोट भी बरामद किए हैं। पुलिस ने दो सितंबर को 60 हजार के नकली नोटों के साथ उसके दो साथियों को अरेस्ट किया था। मुख्य आरोपी 5 माह से फरार चल रहा था। मामला थाना कुतुबशेर पुलिस का है। थाना कुतुबशेर पुलिस ने करीब 5 महीने पहले नकली नोटों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। जिसमें दो आरोपियों विजय और मुकेश को 60 हजार के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, मुख्य आरोपी अजय मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने अजय पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। आरोपी हरियाणा के यमुनानगर का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को पंजाब के मोहाली से अरेस्ट किया है। पूछताछ में आरोपी अजय ने बताया कि उसे और उसके भाई विजय को एक महिला पंजाब से नकली नोट लाकर देती थी। वे नकली नोट लेकर सहारनपुर में अपने साथी के साथ मिलकर यहां सप्लाई कर देते थे। एक लाख के बदले तीन लाख के नकली नोट देते थे। आरोपी ने बताया कि 2 सितंबर 2024 को पुलिस ने नकली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। दो आरोपियों विजय और मुकेश को जेल भेजा था। उनके पास से 60 हजार रुपए के नकली नोट बरामद हुए थे। ये गिरोह पंजाब और हरियाणा से नकली नोटों की सप्लाई यूपी में कर रहे थे। पंजाब में नकली नोटों के छापने की बात भी सामने आई है। थाना कुतुबशेर पुलिस को नकली नोटों की शिकायत मिलने पर जांच की पता चला कि हरियाणा के दो भाई अजय और विजय नकली नोटों की सप्लाई करते थे। एक लाख रुपए के असली नोटों के बदले तीन लाख रुपए के नकली नोट दिए जाते थे। इसके बाद बाजारों में दुकानदारों की आंखों में धूल झोंककर नकली नोटों को चलाते थे। नकली नोट चलाने वालों को 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था।

पृष्ठभूमि
सहारनपुर में हाल ही में एक बड़े गिरफ्तार के मामले की खबर आई है, जिसमें पुलिस ने 10 हजार रुपये के इनामी एक अपराधी को पकड़ा है। यह व्यक्ति पंजाब और हरियाणा से नकली नोटों की सप्लाई यूपी में कर रहा था। कुछ ही हफ्तों में उसकी गतिविधियों की विस्तृत जानकारी सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने का निर्णय लिया।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
गिरफ्तारी के दौरान, पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सबूतों को एकत्रित किया, जो यह साबित करते हैं कि आरोपी पिछले पांच महीनों से फरार था। आरोपियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए, पुलिस ने एक ऑपरेशन चलाया, जिसमें यह पाया गया कि वह नकली नोटों को यूपी में लाकर वितरित कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अपनी कार्यवाही को गंभीरता से ले रही है।
नकली नोटों का कारोबार
नकली नोटों का कारोबार देश के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है। यह केवल वित्तीय धोखाधड़ी नहीं है, बल्कि यह समाज में कई अन्य प्रकार की आपराधिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है। इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है, और यह गिरफ्तारी उसी का प्रमाण है।
पुलिस की टिप्पणियां
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति के पास से नकली नोटों का एक बड़ा जखीरा भी बरामद हुआ है। इसके साथ ही, आरोपी से पूछताछ करके अन्य संभावित सहयोगियों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से नकली नोटों के चलन पर काफी हद तक अंकुश लगेगा।
समाप्ति
इस गिरफ्तारी के साथ, सहारनपुर में पुलिस की सक्रियता और सजगता का एक और सबूत सामने आया है। स्थानीय निवासी अब थोड़ी राहत महसूस कर सकते हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे आगे भी ऐसे अपराधियों पर कड़ी नजर रखेंगे। कीवर्ड्स: सहारनपुर नकली नोट गिरफ्तारी, पंजाब हरियाणा अपराध, 10000 का इनामी, यूपी में नकली नोटों की सप्लाई, 5 महीने फरार, पुलिस कार्रवाई नकली नोटों, सहारनपुर अपराध समाचार, नकली धन का कारोबार, यूपी में अपराध, समाचार indiatwoday.com
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