सहारनपुर से कारी अबरार जमाल का इंटरव्यू:बोले-देश में चौथा भिखारी मुस्लिम, मुस्लिम युवाओं के हाथों में पत्थर नहीं कलम देने की कोशिश करें तौकीर रजा

सहारनपुर में जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने तौकीर रजा के बयान को भड़काने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि तौकीर रजा साहब मुस्लिम नौजवानों को भड़काना चाहते हैं। लेकिन देश का मुसलमान समझ चुका है कि उसकी तरक्की पत्थरबाजी और हुड़दंग मचाने में नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान में शहीद भगत सिंह को आतंकवादी घोषित करने पर कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवादी है। जो हमेशा हमारे देश को तोड़ने का प्रयास करता रहता है। दैनिक भास्कर ने कारी अबरार जमाल से देश में चल रहे कई मुद्दों पर बातचीत की। पढ़िए...कारी अबरार जमाल से बातचीत के कुछ अंश सवाल:तौकीर रजा ने मुसलमानों के सड़कों पर आने की बात कहीं है, क्या कहेंगे? जवाब:काफी ठोकरे खाने के बाद मुसलमान तरक्की की ओर बढ़ा है। इस तरह के बयान देकर मुस्लिम नौजवानों को भड़काने की कोशिश न करें। मुसलमान समझ चुका है कि आतिशबाजी, हुड़दंग और पत्थरबाजी करना उसकी तरक्की का हिस्सा नहीं हो सकती। राष्ट्रवादी मुसलमान इसके खिलाफ रहा है। हमेशा से मजहबे इस्लाम ने इसकी निंदा की है। हम उस मजहब को मानते हैं, जिसके रसूल ने पत्थर खाए है, मारे नहीं। यदि तौकीर रजा उसी इस्लाम को मानते हैं, जिसके रसूल ने पत्थर ने खाए है न की बरसाए। तो तौकीर रजा को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। नौजवानों से माफी मांगे। यदि वे मुसलमानों की तरक्की में अपना योगदान देना चाहते हैं तो मुसलमानों के हाथ में कलम देने की कोशिश करें। सवाल:वक्फ की जेपीए की बैठक में क्या हुआ? जवाब:हमने बहुत सारे सवाल किए है, उन लोगों से। यदि आप संसोधन का बाइकाट करते हैं तो बताइए आप मुसलमानों की तरक्की में वक्फ बोर्ड ने कुछ दिया हो। वक्फ का इस वक्त का ढांचा खुद मुसलमानों के काम का नहीं है। इसलिए इसमें संशोधन होना चाहिए। आज हम देखते हैं चौथा भिखारी मुस्लिम है। मुस्लिम छोटे-छोटे बच्चे भीख मांग रहे हैं। ऐसे वक्त में वक्फ बोर्ड को आगे आकर मुसलमानों की तरक्की में अपना योगदान पेश करना चाहिए था। सवाल:उपचुनाव से अखिलेश और चंद्रशेखर आजम खां के परिवार से मिलने गए, क्या कहेंगे? जवाब:आजम खान साहब हो या फिर कोई, सभी को राजनीतिक पार्टियां इस्तेमाल करते हैं। आज तक किसी ने मुसलमानों का फायदा नहीं किया। सब लोगों ने मुस्लिम लीडरों को इस्तेमाल किया है। यही वजह कि 70 साल में भारत में मुस्लिम कयादत को मजबूत नहीं किया गया। यहीं लोग है। सवाल:पाकिस्तान ने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी घोषित किया है, क्या कहेंगे? जबाब:पाकिस्तान खुद एक आतंकवादी मुल्क है। हालांकि इस्लाम के नाम पर स्थापित है। तमाम मुसलमान को नुकसान आज तक पहुंचाया है, उसका नाम पाकिस्तान है। हर मस्जिद और मजारों पर बम ब्लास्ट, हर मंदिर पर हमला। ये इस्लाम का हिस्सा नहीं है। सवाल:जमीयत उलमा-ए-हिंद बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, फैसला पर हक में दिया। क्या कहेंगे? जवाब:जमीयत उलमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट इसलिए गया था। क्यों ये 100 साल की तंजीम है। बहुत सारा पैसा भी है। खुद जमीयत के दोनों ऑफिस वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। यदि ये बिल पास हो जाता है तो मौलाना के खुद दोनों ऑफिस को खाली करना होगा। सवाल:बुलडोजर चलाना कहां तक सही था? जवाब:अपराधी को सुधारने और सजा देने के लिए सरकार कुछ भी इस्तेमाल करें, इसमें कौन सी बुरी बात है। अपराधी तो अपराधी होता है। यदि यूपी में बुलडोजर नीति का इस्तेमाल नहीं होता तो जितने अपराधी यूपी में थे। वो काबू में नहीं आते। यूपी में कानून का जो राज स्थापित हुआ है, उसमें बुलडोजर का बहुत बड़ा योगदान है।

Nov 15, 2024 - 06:20
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सहारनपुर से कारी अबरार जमाल का इंटरव्यू:बोले-देश में चौथा भिखारी मुस्लिम, मुस्लिम युवाओं के हाथों में पत्थर नहीं कलम देने की कोशिश करें तौकीर रजा
सहारनपुर में जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने तौकीर रजा के बयान को भड़काने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि तौकीर रजा साहब मुस्लिम नौजवानों को भड़काना चाहते हैं। लेकिन देश का मुसलमान समझ चुका है कि उसकी तरक्की पत्थरबाजी और हुड़दंग मचाने में नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान में शहीद भगत सिंह को आतंकवादी घोषित करने पर कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवादी है। जो हमेशा हमारे देश को तोड़ने का प्रयास करता रहता है। दैनिक भास्कर ने कारी अबरार जमाल से देश में चल रहे कई मुद्दों पर बातचीत की। पढ़िए...कारी अबरार जमाल से बातचीत के कुछ अंश सवाल:तौकीर रजा ने मुसलमानों के सड़कों पर आने की बात कहीं है, क्या कहेंगे? जवाब:काफी ठोकरे खाने के बाद मुसलमान तरक्की की ओर बढ़ा है। इस तरह के बयान देकर मुस्लिम नौजवानों को भड़काने की कोशिश न करें। मुसलमान समझ चुका है कि आतिशबाजी, हुड़दंग और पत्थरबाजी करना उसकी तरक्की का हिस्सा नहीं हो सकती। राष्ट्रवादी मुसलमान इसके खिलाफ रहा है। हमेशा से मजहबे इस्लाम ने इसकी निंदा की है। हम उस मजहब को मानते हैं, जिसके रसूल ने पत्थर खाए है, मारे नहीं। यदि तौकीर रजा उसी इस्लाम को मानते हैं, जिसके रसूल ने पत्थर ने खाए है न की बरसाए। तो तौकीर रजा को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। नौजवानों से माफी मांगे। यदि वे मुसलमानों की तरक्की में अपना योगदान देना चाहते हैं तो मुसलमानों के हाथ में कलम देने की कोशिश करें। सवाल:वक्फ की जेपीए की बैठक में क्या हुआ? जवाब:हमने बहुत सारे सवाल किए है, उन लोगों से। यदि आप संसोधन का बाइकाट करते हैं तो बताइए आप मुसलमानों की तरक्की में वक्फ बोर्ड ने कुछ दिया हो। वक्फ का इस वक्त का ढांचा खुद मुसलमानों के काम का नहीं है। इसलिए इसमें संशोधन होना चाहिए। आज हम देखते हैं चौथा भिखारी मुस्लिम है। मुस्लिम छोटे-छोटे बच्चे भीख मांग रहे हैं। ऐसे वक्त में वक्फ बोर्ड को आगे आकर मुसलमानों की तरक्की में अपना योगदान पेश करना चाहिए था। सवाल:उपचुनाव से अखिलेश और चंद्रशेखर आजम खां के परिवार से मिलने गए, क्या कहेंगे? जवाब:आजम खान साहब हो या फिर कोई, सभी को राजनीतिक पार्टियां इस्तेमाल करते हैं। आज तक किसी ने मुसलमानों का फायदा नहीं किया। सब लोगों ने मुस्लिम लीडरों को इस्तेमाल किया है। यही वजह कि 70 साल में भारत में मुस्लिम कयादत को मजबूत नहीं किया गया। यहीं लोग है। सवाल:पाकिस्तान ने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी घोषित किया है, क्या कहेंगे? जबाब:पाकिस्तान खुद एक आतंकवादी मुल्क है। हालांकि इस्लाम के नाम पर स्थापित है। तमाम मुसलमान को नुकसान आज तक पहुंचाया है, उसका नाम पाकिस्तान है। हर मस्जिद और मजारों पर बम ब्लास्ट, हर मंदिर पर हमला। ये इस्लाम का हिस्सा नहीं है। सवाल:जमीयत उलमा-ए-हिंद बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, फैसला पर हक में दिया। क्या कहेंगे? जवाब:जमीयत उलमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट इसलिए गया था। क्यों ये 100 साल की तंजीम है। बहुत सारा पैसा भी है। खुद जमीयत के दोनों ऑफिस वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। यदि ये बिल पास हो जाता है तो मौलाना के खुद दोनों ऑफिस को खाली करना होगा। सवाल:बुलडोजर चलाना कहां तक सही था? जवाब:अपराधी को सुधारने और सजा देने के लिए सरकार कुछ भी इस्तेमाल करें, इसमें कौन सी बुरी बात है। अपराधी तो अपराधी होता है। यदि यूपी में बुलडोजर नीति का इस्तेमाल नहीं होता तो जितने अपराधी यूपी में थे। वो काबू में नहीं आते। यूपी में कानून का जो राज स्थापित हुआ है, उसमें बुलडोजर का बहुत बड़ा योगदान है।

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