सांसद कंगना ने कांग्रेस मंत्री विक्रमादित्य पर साधा निशाना:मंडी में बोलीं- राजा बाबू हार स्वीकार नहीं कर पा रहे, कर्ज में प्रदेश
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को बल्ह विधानसभा क्षेत्र के नेरचौक में सक्रिय सदस्य सम्मेलन में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर जमकर निशाना साधा। कंगना ने कहा कि विक्रमादित्य रोज प्रेस को बुलाकर कहते हैं कि एमपी दिखाई नहीं देतीं। लेकिन मैं रोज संसद जाती हूं। उन्होंने कहा कि राजा बाबू अपनी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। लोगों द्वारा नकारे जाने से वे सदमे में हैं। घर का बिजली बिल एक लाख रुपए आया सांसद ने प्रदेश की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि कहीं समोसे पर एजेंसियां काम कर रही हैं तो कहीं प्रदेश कर्ज में डूब रहा है। उन्होंने बताया कि उनके मनाली स्थित घर का बिजली बिल एक लाख रुपए आया है, जबकि वह वहां रहती भी नहीं हैं। पीएम मोदी के विकसित भारत के विजन की सराहना कार्यक्रम में कंगना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के विजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले लोगों में राजनीति के प्रति रुचि नहीं थी। मोदी लहर ने देश को नई दिशा दी है। सांसद ने बल्ह एयरपोर्ट और जिले में केंद्रीय विद्यालय के लिए दिल्ली में पैरवी करने की बात कही। उन्होंने लोगों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में विधायक इंद्र सिंह गांधी समेत भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने सांसद का स्वागत किया।

सांसद कंगना का कांग्रेस मंत्री पर हमला
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में मंडी में एक सभा के दौरान कांग्रेस मंत्री विक्रमादित्य पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि "राजा बाबू हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं" और यह भी बताया कि प्रदेश कर्ज में डूबा हुआ है। इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
कर्ज में डूबा हिमाचल प्रदेश
कंगना ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट गहरा गया है। उनका कहना था कि सरकार को यह समझना चाहिए कि लोगों की भलाई के लिए सही निर्णय लेने की आवश्यकता है। इस समय प्रदेश में अराजकता का माहौल बना हुआ है, और विक्रमादित्य जैसे नेता इस स्थिति को समझने में असमर्थ हैं।
राजनीति में तनाव के संकेत
मंडी में अपने भाषण के दौरान कंगना ने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता कर्ज के बोझ तले दबे प्रदेश की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक नेक इरादों के साथ काम नहीं किया जाएगा, तब तक कोई भी कठिनाई का समाधान नहीं होगा।
कंगना का कहना—अंतिम समय में परिवर्तन संभव
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के युवा अगर एकजुट होकर सही दिशा में काम करें, तो वे कर्ज मुक्त हिमाचल देख सकते हैं। इस दिशा में भाजपा सरकार काम कर रही है और सही निर्णय लेने की कोशिश कर रही है। कंगना ने युवाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ें और अपने भविष्य को सुरक्षित करें।
इस बयानी संबंधित कई सवाल उठे हैं, और देखना होगा कि कांग्रेस इस आरोपों का किस तरह जवाब देती है। लाभ के लिए सही जानकारी और नीति को समझना ही इस राज्य के लिए आवश्यक है।
कंगना रनौत के इस बयान ने एक बार फिर से राजनीति में उथल-पुथल मचाने का कार्य किया है। क्या विपक्ष का यह रवैया प्रदेश के लिए सही होगा? यह सवाल प्रदेश के जनमानस के बीच चर्चित है। Keywords: कंगना रनौत, विक्रमादित्य, हिमाचल प्रदेश कर्ज, भाजपा कांग्रेस विवाद, मंडी सभा, कांग्रेस मंत्री, राजा बाबू हार, युवा राजनीति, हिमाचल नीति, आर्थिक संकट For more updates, visit indiatwoday.com
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