सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद कल पृथ्वी पर लौटेंगी:आज सुबह 10:35 बजे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग, करीब 17 घंटे बाद पानी में लैंडिंग होगी

अंतरिक्ष में फंसे एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 13 दिन बाद पृथ्वी पर लौट रहे हैं। उनके साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में मौजूद क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट भी आ रहे हैं। भारतीय समयानुसार आज सुबह 10:35 बजे अनडॉकिंग होगी, यानी ड्रैगन कैप्सूल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से अलग होगा। यह 19 मार्च को सुबह लगभग 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड होगा। 1. स्पेस स्टेशन से पृथ्वी पर लौटने में कितना समय लगेगा और प्रोसेस क्या होगी? इस सफर में करीब 17 घंटे लगेंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इसका कवरेज भारतीय समयानुसार आज यानी, 18 मार्च को सुबह 8:15 बजे से शुरू करेगी। नासा की ओर से इस इवेंट का एक अनुमानित शेड्यूल जारी किया गया है। इसमें मौसम के कारण बदलाव भी हो सकता है। 2. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस स्टेशन पर क्यों भेजा गया था? सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बोइंग और NASA के 8 दिन के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। इस मिशन का उद्देश्य बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता को टेस्ट करना था। एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन पर 8 दिन में रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे। मिशन के दौरान उन्हें स्पेसक्राफ्ट को मैन्युअली भी उड़ाना था। 3. बोइंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट कब और कैसे लॉन्च किया गया था? स्पेसक्राफ्ट 5 जून 2024 को रात 8:22 बजे एटलस V रॉकेट के जरिए लॉन्च हुआ था। ये 6 जून को रात 11:03 बजे स्पेस स्टेशन पहुंचा था। इसे रात 9:45 बजे पहुंचना था, लेकिन थ्रस्टर में परेशानी आ गई थी। 4. सुनीता और विल्मोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंस गए? 5. क्रू-10 मिशन को इतनी देरी से क्यों भेजा गया, पहले भी भेज सकते थे? इलॉन मस्क की कंपनी के पास अभी 4 ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट है। एंडेवर, रेजीलिएंस, एंड्योरेंस और फ्रीडम। पांचवें स्पेसक्राफ्ट की अभी मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। क्रू-10 के लिए इसी पांचवें स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल किया जाना था, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग में देरी के कारण नासा ने क्रू-10 मिशन को फरवरी से मार्च के अंत तक टाल दिया। हालांकि, बाद में नासा ने क्रू-9 को वापस लाने में हो रही देरी को देखते हुए क्रू-10 के लिए पुराने एंड्यूरेंस स्पेसक्राफ्ट के ही इस्तेमाल का फैसला लिया। वहीं इस देरी की एक वजह पॉलिटिकल भी बताई जा रही है। पिछले साल, मस्क ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को को तय समय से पहले घर वापस लाने में मदद की पेशकश की थी, लेकिन उनका दावा है कि बाइडेन प्रशासन ने इसे अस्वीकार कर दिया था। फॉक्स न्यूज़ के होस्ट सीन हैनिटी के साथ एक इंटरव्यू में मस्क ने कहा, "दोनों एस्ट्रोनॉट्स को राजनीतिक कारणों से स्पेस स्टेशन में छोड़ दिया गया, जो अच्छा नहीं है।" ----------------------------------------------------- सुनीता विलियम्स से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... सुनीता की वापसी में कितने खतरे; स्पेसक्राफ्ट का एंगल बदला तो जल जाएगा, पैराशूट टाइम पर खुलने जरूरी सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी हो रही है। 8 दिनों के लिए स्पेस गईं सुनीता पिछले 9 महीने से वहां फंसी थीं। 18 मार्च को सुनीता इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होंगी। करीब 17 घंटे में बाद कैप्सूल मेक्सिको की खाड़ी में स्प्लैश डाउन होगा। पूरी खबर पढ़ें... सुनीता के अंतरिक्ष में फंसने को नासा ने ओवरटाइम माना, रोज के ₹347; एस्ट्रोनॉट्स की सैलरी क्या है सिर्फ 10 दिन के मिशन पर अंतरिक्ष गए दोनों एस्ट्रोनॉट्स को महीनों तक वहां फंसे रहने के क्या एक्स्ट्रा पैसे मिलेंगे? सुनीता विलियम्स और उन जैसे एस्ट्रोनॉट्स को कितनी सैलरी मिलती है। पूरा वीडियो देखें...

Mar 18, 2025 - 06:59
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सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद कल पृथ्वी पर लौटेंगी:आज सुबह 10:35 बजे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग, करीब 17 घंटे बाद पानी में लैंडिंग होगी
अंतरिक्ष में फंसे एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 13 दिन बाद पृथ्वी पर लौट रहे है

सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद कल पृथ्वी पर लौटेंगी

आज सुनीता विलियम्स, जो अंतरिक्ष में 9 महीने बिताने के बाद कल पृथ्वी पर लौटने जा रही हैं, ने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। आज सुबह 10:35 बजे, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हुई। इस घटना के बाद, सुनीता और उनके सह-यात्री लगभग 17 घंटे बाद, समुद्र में लैंड करेंगे। इस समाचार को लेकर उत्सुकता लगातार बढ़ रही है।

प्रमुख घटनाक्रम

सुनीता विलियम्स का यह मिशन अंतरिक्ष अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान उन्हें विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग करने का अवसर मिला, जिसने जीवरहित अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नई दिशा दी। उनकी यात्रा में शामिल वैज्ञानिक प्रयोग, पृथ्वी पर जीवन की बेहतर समझ बनाने में मदद करेंगे।

अनडॉकिंग प्रक्रिया

ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग सुबह 10:35 बजे हुई, जिससे सुनीता और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने अंत में अपने गृहनगर की ओर उड़ान भरी। यह प्रक्रिया जटिल थी और इसे सभी मानकों के अनुसार किया गया। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह यात्रा हमें अंतरिक्ष में रहने की पद्धतियों के बारे में और अधिक जानकारी देगी।

पानी में लैंडिंग की प्रक्रिया

सुनीता विलियम्स और उनके सह-यात्री लगभग 17 घंटे के बाद महासागर में लैंड करेंगे। यह लैंडिंग प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सुनिश्चित करती है कि अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लौटें। महासागरीय लैंडिंग की प्रक्रिया में विशेष पायलटिंग कौशल और अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग होता है।

अंतरिक्ष में 9 महीने बिताने के बाद, सुनीता विलियम्स का यह प्रयास नई पीढ़ी के वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

News by indiatwoday.com

सारांश

सुनीता विलियम्स की यात्रा ने न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान को आगे बढ़ाया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे हम हमारे ग्रह और उसके साथ जुड़े जीवन को समझने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यह लैंडिंग अगले अध्याय की ओर ले जाने वाला कदम है। Keywords: सुनीता विलियम्स पृथ्वी पर लौटने की खबर, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट अनडॉकिंग, अंतरिक्ष मिशन, पानी में लैंडिंग प्रक्रिया, अंतरिक्ष यात्रा के बाद स्वास्थ्य, अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोग, सुनीता विलियम्स की यात्रा, मानव अंतरिक्ष विलाप, NASA अंतरिक्ष मिशन।

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