सुल्तानपुर में ज्यादा रेट में बिक रही डीएपी:कुछ लोगों को डीएपी देकर स्टॉक खत्म का बोर्ड लगाया, किसानों ने किया हंगामा

सुल्तानपुर में खाद की किल्लत के बीच ब्लैक मार्केटिंग जमकर हो रही है। गुरुवार को लंभुआ तहसील क्षेत्र अंतर्गत नरहरपुर सहकारी समिति पर डीएपी खाद की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा फूट गया। सुबह से ही डीएपी के वितरण की सूचना पर समिति के बाहर खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें लग गईं। कुछ किसानों को डीएपी देकर स्टाक खत्म होने का बोर्ड लगा दिया गया। सचिव द्वारा सभी किसानों को डीएपी नहीं देने से नाराज किसानों ने हंगामा किया। रबी की फसलों गेहूं, चना, मटर, सरसों आदि फसलों की बुवाई के समय में किसानों को डीएपी खाद व बीज की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। बुवाई के लिए किसानों को खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि डीएपी को 1360 से लेकर 1400 रुपए तक बेचा जा रहा है। अगर विरोध करते हैं तो कहा जाता है कि नैनो लिक्विड यूरिया भी खरीदना पड़ेगा। 50 रुपए ले रहे अधिक क्षेत्र के सूर्यभान पट्टी, बड़ागांव, पटखौली, भरखरे, शाहगढ़ समितियों पर खाद न होने से किसान दर दर भटकने को मजबूर हैं। हरिहरपुर, मकसूदन, चौकिया, शिवगढ़ पर डीएपी की बिक्री मनमाने दाम पर की जा रही है। किसान महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि समिति पर 1380 से 1400 रुपए में डीएपी किसानों को दी जा रही है। जो कि निर्धारित रेट 1350 से अधिक है। खाद खत्म होने का बोर्ड लगाया समिति पर खाद मौजूद है बावजूद किसानों को खाद नहीं दी जा रही है। खाद की कालाबाजारी की जा रही है। सुरेश यादव ने 1370 रुपये में डीएपी को लेने की बात कही। विजय शंकर पांडे समेत कई किसानों ने बताया कि उनका आधार कार्ड जमा कर फिर वापस कर दिया और डीएपी नहीं मिली। बताया गया कि खाद खत्म हो चुकी है। ब्लैक में बेचने की तैयारी किसानों का आरोप है कि खाद को एक कमरे में बंद कर रखा गया है जिसे ब्लैक में बेचने की तैयारी है। समिति के सचिव विजय शर्मा ने बताया कि डीएपी 1360 और नैनो यूरिया 225 रुपये में ई-पॉश मशीन से वितरण किया गया। वहीं समिति के अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह ने बताया कि समिति को 200 बोरी डीएपी आवंटित हुई थी जो किसानों को पूर्ण वितरण किया जा चुका है। अधिक रेट में बेंचने पर होगी कार्रवाई किसानों द्वारा लगाया गया आरोप निराधार व बे बुनियाद है। वहीं इस संबंध में जिला कोऑपरेटिव रजिस्टार से बात किया तो उन्होंने बताया कि खाद की किल्लत पूरे प्रदेश भर में है। जिले में 1200 एमपी डीएपी प्राप्त हुई है, जिसे प्रत्येक समिति पर 200 बोरी भेजा गया है। जिसे 1350 रुपए में वितरण करना है इससे अधिक रेट पर वितरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

Nov 7, 2024 - 16:55
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सुल्तानपुर में ज्यादा रेट में बिक रही डीएपी:कुछ लोगों को डीएपी देकर स्टॉक खत्म का बोर्ड लगाया, किसानों ने किया हंगामा
सुल्तानपुर में खाद की किल्लत के बीच ब्लैक मार्केटिंग जमकर हो रही है। गुरुवार को लंभुआ तहसील क्षेत्र अंतर्गत नरहरपुर सहकारी समिति पर डीएपी खाद की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा फूट गया। सुबह से ही डीएपी के वितरण की सूचना पर समिति के बाहर खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें लग गईं। कुछ किसानों को डीएपी देकर स्टाक खत्म होने का बोर्ड लगा दिया गया। सचिव द्वारा सभी किसानों को डीएपी नहीं देने से नाराज किसानों ने हंगामा किया। रबी की फसलों गेहूं, चना, मटर, सरसों आदि फसलों की बुवाई के समय में किसानों को डीएपी खाद व बीज की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। बुवाई के लिए किसानों को खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि डीएपी को 1360 से लेकर 1400 रुपए तक बेचा जा रहा है। अगर विरोध करते हैं तो कहा जाता है कि नैनो लिक्विड यूरिया भी खरीदना पड़ेगा। 50 रुपए ले रहे अधिक क्षेत्र के सूर्यभान पट्टी, बड़ागांव, पटखौली, भरखरे, शाहगढ़ समितियों पर खाद न होने से किसान दर दर भटकने को मजबूर हैं। हरिहरपुर, मकसूदन, चौकिया, शिवगढ़ पर डीएपी की बिक्री मनमाने दाम पर की जा रही है। किसान महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि समिति पर 1380 से 1400 रुपए में डीएपी किसानों को दी जा रही है। जो कि निर्धारित रेट 1350 से अधिक है। खाद खत्म होने का बोर्ड लगाया समिति पर खाद मौजूद है बावजूद किसानों को खाद नहीं दी जा रही है। खाद की कालाबाजारी की जा रही है। सुरेश यादव ने 1370 रुपये में डीएपी को लेने की बात कही। विजय शंकर पांडे समेत कई किसानों ने बताया कि उनका आधार कार्ड जमा कर फिर वापस कर दिया और डीएपी नहीं मिली। बताया गया कि खाद खत्म हो चुकी है। ब्लैक में बेचने की तैयारी किसानों का आरोप है कि खाद को एक कमरे में बंद कर रखा गया है जिसे ब्लैक में बेचने की तैयारी है। समिति के सचिव विजय शर्मा ने बताया कि डीएपी 1360 और नैनो यूरिया 225 रुपये में ई-पॉश मशीन से वितरण किया गया। वहीं समिति के अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह ने बताया कि समिति को 200 बोरी डीएपी आवंटित हुई थी जो किसानों को पूर्ण वितरण किया जा चुका है। अधिक रेट में बेंचने पर होगी कार्रवाई किसानों द्वारा लगाया गया आरोप निराधार व बे बुनियाद है। वहीं इस संबंध में जिला कोऑपरेटिव रजिस्टार से बात किया तो उन्होंने बताया कि खाद की किल्लत पूरे प्रदेश भर में है। जिले में 1200 एमपी डीएपी प्राप्त हुई है, जिसे प्रत्येक समिति पर 200 बोरी भेजा गया है। जिसे 1350 रुपए में वितरण करना है इससे अधिक रेट पर वितरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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