सेमेस्टर परीक्षा में 128 कॉलेजों ने किए जेंडर चेंज:मथुरा के कॉलेज ने कुलाधिपति को भेजा पत्र, सीबीआई जांच की मांग

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा में केंद्रों में हो रही धांधली को लेकर मथुरा के एक कॉलेज संचालक ने कुलाधिपति को लिखित शिकायत की है। कॉलेज संचालक एनके शर्मा ने अपने पत्र में 128 कॉलेजों में जेंडर बदल कर केंद्र बनवाने का दावा किया है। इस धांधली में एजेंसी की मिलीभगत का आरोप लगाया है। कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सीबीआई जांच की मांग की है। पत्र मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा और कुलपति को भी भेजा है। सोमवार को कुलपति प्रो. आशु रानी से मुलाकात भी की। मथुरा के श्री राम चरण सिंह डिग्री कॉलेज के संचालक ने कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल को लिखित शिकायत की है। पत्र में लिखा है कि 21 नवंबर को उनके कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। 27 नवंबर को बिना किसी सूचना के रात को परीक्षा केंद्र निरस्त कर दिया गया। उन्हें इसकी जानकारी 28 नवंबर को मीडिया के माध्यम से हुई। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश और परीक्षा प्रभारी डॉ. मनुप्रताप सिंह को फोन किया। उन्होंने जेंडर बदलने का हवाला दिया गया। इस पर कॉलेज की तरफ से एजेंसी और परीक्षा नियंत्रक को जानकारी दी गई कि यह गलती हुई है। बीहड़ में बना दिया केंद्र कॉलेज की छात्राओं का केंद्र 18 किलोमीटर दूर बीहड़ की खादरों के बीच आरबीएस कॉलेज में बना दिया गया। यहां आने जाने का कोई साधन नहीं है। यमुना की खादर पर बना है। 29 नवंबर को शाम की पाली में प्रथम वर्ष की छात्राओं की परीक्षा छूट गई क्योंकि परीक्षा केंद्र मिला ही नहीं। कुछ छात्राएं साधन न होने से समय से परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाईं। छात्राओं का कहना है कि शाम पांच बजे अंधेरा हो जाता है। परीक्षा के बाद लौटते समय अप्रिय घटना हो सकती है। रास्ता सुनसान हो जाता है। 128 कॉलेजों ने की है गलती कॉलेज संचालक ने दावा किया है कि जेंडर चेंज करने की गलती 128 कॉलेजों ने की है। लेकिन उनके केंद्र निरस्त नहीं किए गए हैं। मांग की है कि 26 नवंबर से पहले एजेंसी का डाटा चेक कराया जाए। छात्राओं की समस्या को ध्यान में रखते हुए कॉलेज को फिर से केंद्र बनाया जाए। मैं संघ से जुड़ा, इसलिए भेदभाव कॉलेज संचालक ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके कॉलेज को टार्गेट किया जा रहा है क्योंकि मैं संघ से जुड़ा हूं। बाकी के लोग सपा विचारधारा के हैं। रातों रात केंद्र निरस्त करना सरकार की नीतियों के विरुद्ध है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मोटी रकम लेकर अपने चहेतों को बचाया है।

Dec 2, 2024 - 20:00
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सेमेस्टर परीक्षा में 128 कॉलेजों ने किए जेंडर चेंज:मथुरा के कॉलेज ने कुलाधिपति को भेजा पत्र, सीबीआई जांच की मांग
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा में केंद्रों में हो रही धांधली को लेकर मथुरा के एक कॉलेज संचालक ने कुलाधिपति को लिखित शिकायत की है। कॉलेज संचालक एनके शर्मा ने अपने पत्र में 128 कॉलेजों में जेंडर बदल कर केंद्र बनवाने का दावा किया है। इस धांधली में एजेंसी की मिलीभगत का आरोप लगाया है। कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सीबीआई जांच की मांग की है। पत्र मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा और कुलपति को भी भेजा है। सोमवार को कुलपति प्रो. आशु रानी से मुलाकात भी की। मथुरा के श्री राम चरण सिंह डिग्री कॉलेज के संचालक ने कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल को लिखित शिकायत की है। पत्र में लिखा है कि 21 नवंबर को उनके कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। 27 नवंबर को बिना किसी सूचना के रात को परीक्षा केंद्र निरस्त कर दिया गया। उन्हें इसकी जानकारी 28 नवंबर को मीडिया के माध्यम से हुई। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश और परीक्षा प्रभारी डॉ. मनुप्रताप सिंह को फोन किया। उन्होंने जेंडर बदलने का हवाला दिया गया। इस पर कॉलेज की तरफ से एजेंसी और परीक्षा नियंत्रक को जानकारी दी गई कि यह गलती हुई है। बीहड़ में बना दिया केंद्र कॉलेज की छात्राओं का केंद्र 18 किलोमीटर दूर बीहड़ की खादरों के बीच आरबीएस कॉलेज में बना दिया गया। यहां आने जाने का कोई साधन नहीं है। यमुना की खादर पर बना है। 29 नवंबर को शाम की पाली में प्रथम वर्ष की छात्राओं की परीक्षा छूट गई क्योंकि परीक्षा केंद्र मिला ही नहीं। कुछ छात्राएं साधन न होने से समय से परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाईं। छात्राओं का कहना है कि शाम पांच बजे अंधेरा हो जाता है। परीक्षा के बाद लौटते समय अप्रिय घटना हो सकती है। रास्ता सुनसान हो जाता है। 128 कॉलेजों ने की है गलती कॉलेज संचालक ने दावा किया है कि जेंडर चेंज करने की गलती 128 कॉलेजों ने की है। लेकिन उनके केंद्र निरस्त नहीं किए गए हैं। मांग की है कि 26 नवंबर से पहले एजेंसी का डाटा चेक कराया जाए। छात्राओं की समस्या को ध्यान में रखते हुए कॉलेज को फिर से केंद्र बनाया जाए। मैं संघ से जुड़ा, इसलिए भेदभाव कॉलेज संचालक ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके कॉलेज को टार्गेट किया जा रहा है क्योंकि मैं संघ से जुड़ा हूं। बाकी के लोग सपा विचारधारा के हैं। रातों रात केंद्र निरस्त करना सरकार की नीतियों के विरुद्ध है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मोटी रकम लेकर अपने चहेतों को बचाया है।

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