हरदोई में PWD के 16 अभियंता निलंबित:सड़क के घटिया निर्माण का आरोप, CM के आदेश पर प्रमुख सचिव की कार्रवाई

हरदोई में सड़कों के घटिया निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कदम उठाया है। जांच में अनियमितताएं मिलने पर एक अधीक्षण अभियंता, दो अधिशासी अभियंता समेत कुल 16 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही इन पर विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला... 9 नवंबर को CM के निर्देश पर PWD प्रमुख सचिव अजय चौहान, सलाहकार वीके सिंह, और विभागाध्यक्ष योगेश पंवार ने हरदोई में चार नवनिर्मित सड़कों की जांच की थी। सैंपल लैब टेस्ट में फे हो गया। तारकोल की मात्रा मानक से कम पाई गई। गिट्टी और अन्य सामग्री में भी गड़बड़ी मिली। जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी गई, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई हुई। कौन-कौन हुआ सस्पेंड? अधीक्षण अभियंता: सुभाष चंद्र अधिशासी अभियंता: सुमंत कुमार, शरद कुमार मिश्रा सहायक अभियंता: राजवीर सिंह, संतोष कुमार पांडे, जीएन सिंह, रितेश कटियार, कृष्णकांत मिश्रा अवर अभियंता: राजीव कुमार, अमर सिंह, रुचि गुप्ता, मोहम्मद शोएब, सत्येंद्र कुमार, अवधेश कुमार गुप्ता, मकरंद सिंह यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह देखें जांच से जुड़ी 5 तस्वीरें... 15 दिन में ही उखड़ गई थी सड़क टोंडरपुर ब्लॉक की सड़क 15 दिन में ही उखड़ गई। जांच में पाया गया कि निर्माण में पुराने मलबे का इस्तेमाल किया गया था। कुछ जगहों पर पुरानी सड़क की बजरी पर ही तारकोल डालकर काम निपटाया गया। वहीं नगरीय इलाकों में हाल के दिनों में ही बनीं कई सड़कें गड्ढों में तब्दील खराब हो गईं हैं। अफसरों में दहशत, लेकिन लापरवाही जारी जांच के बाद विभाग में कार्रवाई की चर्चा पहले से थी, लेकिन अफसरों पर कोई असर नहीं दिखा। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगर सही तरीके से जांच होती, तो और भी कई अधिकारी कार्रवाई की जद में आ सकते थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर PWD में भ्रष्टाचार और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ-साथ रिकवरी के आदेश भी संभव हैं। हरदोई की घटना ने राज्य भर के लोक निर्माण विभाग में हलचल मचा दी है।

Nov 29, 2024 - 08:20
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हरदोई में PWD के 16 अभियंता निलंबित:सड़क के घटिया निर्माण का आरोप, CM के आदेश पर प्रमुख सचिव की कार्रवाई
हरदोई में सड़कों के घटिया निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कदम उठाया है। जांच में अनियमितताएं मिलने पर एक अधीक्षण अभियंता, दो अधिशासी अभियंता समेत कुल 16 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही इन पर विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला... 9 नवंबर को CM के निर्देश पर PWD प्रमुख सचिव अजय चौहान, सलाहकार वीके सिंह, और विभागाध्यक्ष योगेश पंवार ने हरदोई में चार नवनिर्मित सड़कों की जांच की थी। सैंपल लैब टेस्ट में फे हो गया। तारकोल की मात्रा मानक से कम पाई गई। गिट्टी और अन्य सामग्री में भी गड़बड़ी मिली। जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी गई, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई हुई। कौन-कौन हुआ सस्पेंड? अधीक्षण अभियंता: सुभाष चंद्र अधिशासी अभियंता: सुमंत कुमार, शरद कुमार मिश्रा सहायक अभियंता: राजवीर सिंह, संतोष कुमार पांडे, जीएन सिंह, रितेश कटियार, कृष्णकांत मिश्रा अवर अभियंता: राजीव कुमार, अमर सिंह, रुचि गुप्ता, मोहम्मद शोएब, सत्येंद्र कुमार, अवधेश कुमार गुप्ता, मकरंद सिंह यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह देखें जांच से जुड़ी 5 तस्वीरें... 15 दिन में ही उखड़ गई थी सड़क टोंडरपुर ब्लॉक की सड़क 15 दिन में ही उखड़ गई। जांच में पाया गया कि निर्माण में पुराने मलबे का इस्तेमाल किया गया था। कुछ जगहों पर पुरानी सड़क की बजरी पर ही तारकोल डालकर काम निपटाया गया। वहीं नगरीय इलाकों में हाल के दिनों में ही बनीं कई सड़कें गड्ढों में तब्दील खराब हो गईं हैं। अफसरों में दहशत, लेकिन लापरवाही जारी जांच के बाद विभाग में कार्रवाई की चर्चा पहले से थी, लेकिन अफसरों पर कोई असर नहीं दिखा। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगर सही तरीके से जांच होती, तो और भी कई अधिकारी कार्रवाई की जद में आ सकते थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर PWD में भ्रष्टाचार और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ-साथ रिकवरी के आदेश भी संभव हैं। हरदोई की घटना ने राज्य भर के लोक निर्माण विभाग में हलचल मचा दी है।

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