हरदोई में तेंदुए के पगचिह्न मिलने से दहशत:सूचना के आठ घंटे बाद पहुंचे रेंजर, वन विभाग की टीम ने शुरू की कॉम्बिंग

हरदोई के अतरौली थाना क्षेत्र के महुआडांडा गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब किसानों को आलू के खेत में तेंदुए के पगचिह्न दिखाई दिए। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में दहशत का माहौल बन गया। लोग अपने बच्चों को घरों में सुरक्षित करने लगे और खेतों में अकेले जाने से डरने लगे। तेंदुए की पुष्टि, लेकिन वन विभाग की सुस्ती गांव के किसान चंद्रवीर सिंह जब सुबह आलू के खेत देखने गए, तो उन्होंने खेत में एक बड़े जानवर के पगचिह्न देखे। उन्होंने तुरंत ग्रामीणों और पूर्व प्रधान यशवीर उर्फ भूरे को सूचना दी, जिन्होंने वन विभाग को मामले की जानकारी दी। बीट प्रभारी इरफान अहमद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तेंदुए की संभावना को देखते हुए अधिकारियों को सूचित किया। हालांकि, वन विभाग के रेंजर सीके पांडेय मौके पर करीब 8 घंटे बाद पहुंचे। उन्होंने पगचिह्नों की माप की और खेत में तार से फंसे बालों की जांच के बाद तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि की। इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने और समूह में चलने की सलाह दी। देखें 3 तस्वीरें... ग्रामीणों में आक्रोश तेंदुए की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई, लेकिन वन विभाग की लेटलतीफी ने ग्रामीणों को नाराज कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि इतने गंभीर मामले में विभाग की सुस्ती से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। पूर्व प्रधान यशवीर ने वन विभाग के कर्मचारियों के रवैये को गैरजिम्मेदाराना बताया। "समूह में चलें, सावधानी बरतें" वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि यदि तेंदुआ दिखाई दे तो उस पर हमला करने या उसे उकसाने की कोशिश न करें। साथ ही खेतों में अकेले न जाने और समूह में काम करने की सलाह दी गई है। गांव में दहशत, जनजीवन प्रभावित तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि के बाद गांव में डर का माहौल है। बच्चों को घर से बाहर निकलने से रोक दिया गया है, और लोग खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।

Nov 29, 2024 - 08:00
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हरदोई में तेंदुए के पगचिह्न मिलने से दहशत:सूचना के आठ घंटे बाद पहुंचे रेंजर, वन विभाग की टीम ने शुरू की कॉम्बिंग
हरदोई के अतरौली थाना क्षेत्र के महुआडांडा गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब किसानों को आलू के खेत में तेंदुए के पगचिह्न दिखाई दिए। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में दहशत का माहौल बन गया। लोग अपने बच्चों को घरों में सुरक्षित करने लगे और खेतों में अकेले जाने से डरने लगे। तेंदुए की पुष्टि, लेकिन वन विभाग की सुस्ती गांव के किसान चंद्रवीर सिंह जब सुबह आलू के खेत देखने गए, तो उन्होंने खेत में एक बड़े जानवर के पगचिह्न देखे। उन्होंने तुरंत ग्रामीणों और पूर्व प्रधान यशवीर उर्फ भूरे को सूचना दी, जिन्होंने वन विभाग को मामले की जानकारी दी। बीट प्रभारी इरफान अहमद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तेंदुए की संभावना को देखते हुए अधिकारियों को सूचित किया। हालांकि, वन विभाग के रेंजर सीके पांडेय मौके पर करीब 8 घंटे बाद पहुंचे। उन्होंने पगचिह्नों की माप की और खेत में तार से फंसे बालों की जांच के बाद तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि की। इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने और समूह में चलने की सलाह दी। देखें 3 तस्वीरें... ग्रामीणों में आक्रोश तेंदुए की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई, लेकिन वन विभाग की लेटलतीफी ने ग्रामीणों को नाराज कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि इतने गंभीर मामले में विभाग की सुस्ती से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। पूर्व प्रधान यशवीर ने वन विभाग के कर्मचारियों के रवैये को गैरजिम्मेदाराना बताया। "समूह में चलें, सावधानी बरतें" वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि यदि तेंदुआ दिखाई दे तो उस पर हमला करने या उसे उकसाने की कोशिश न करें। साथ ही खेतों में अकेले न जाने और समूह में काम करने की सलाह दी गई है। गांव में दहशत, जनजीवन प्रभावित तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि के बाद गांव में डर का माहौल है। बच्चों को घर से बाहर निकलने से रोक दिया गया है, और लोग खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।

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