हरदोई में व्यापारी ने दी फर्जी अपहरण की सूचना:पुलिस ने पकड़ा तो बोला शेयर मार्केट में हारा था पैसा, इसलिए झूठी कहानी बनाई

हरदोई में पुलिस लापता युवक की खोज कर ही रही थी कि तभी एक मैसेज ने पुलिस को चौका दिया। मैसेज में अपहरण हुए युवक ने अपने अपहरण की सूचना अपने भाई को दी। इसके बाद पुलिस टीम ने अपहृत युवक को बरामद किया तो पता चला कि युवक शेयर मार्केट में 4 लाख रुपए हार गया था। इसलिए उसने घर वालों से रुपए लेने का लिए अपने अपहरण की झूठी साजिश रची थी। एएसपी नृपेंद्र कुमार ने बताया कि कोतवाली शहर के मोहल्ला बोर्डिंग हाउस के रहने वाले अंकित वर्मा की शहर कोतवाली के आगे गिफ्ट क्लब नाम से एक दुकान है। जिसमें वह अपने साथी विकास वर्मा और अंशुमन त्रिवेदी के साथ जन सेवा केंद्र भी संचालित करता है। अंकित वर्मा रोज की भांति अपनी दुकान के लिए सुबह निकला और दुकान तक पहुंचा था। जैसे ही अंकित दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी में नजर आया वैसे ही एक कॉल अंकित के फोन पर आता है और अंकित फिर कहीं चला जाता है। इसके बाद से अंकित का कुछ पता पता नहीं लगा। परिजनों ने अंकित की तलाश की लेकिन जब अंकित की कोई खोज खबर नहीं मिली तब पुलिस को मामले की सूचना दी गई। पुलिस पूरे मामले की जांच कर ही रही थी कि तभी अंकित वर्मा के मोबाइल फोन से उसके भाई को एक स्नैपचैट से एसएमएस आया, जिसमें लिखा था कि भाई मुझे बचा लो मोबाइल में सिम नहीं है। गाड़ी में बंद हैं, किसी रेलवे स्टेशन का वाईफाई कनेक्ट हुआ है। गाड़ी कहीं जा रही है मुझे नहीं पता कहां हूं। पुलिस ने जांच तेज की। पुलिस ने दो टीमों को लगाया और अपहृत युवक को बरामद किया। इसके बाद अंकित ने बताया कि वो शेयर मार्केट में पैसे हार गया था। घरवालों से और पैसे लेने की वजह से उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी।

Nov 17, 2024 - 16:35
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हरदोई में व्यापारी ने दी फर्जी अपहरण की सूचना:पुलिस ने पकड़ा तो बोला शेयर मार्केट में हारा था पैसा, इसलिए झूठी कहानी बनाई
हरदोई में पुलिस लापता युवक की खोज कर ही रही थी कि तभी एक मैसेज ने पुलिस को चौका दिया। मैसेज में अपहरण हुए युवक ने अपने अपहरण की सूचना अपने भाई को दी। इसके बाद पुलिस टीम ने अपहृत युवक को बरामद किया तो पता चला कि युवक शेयर मार्केट में 4 लाख रुपए हार गया था। इसलिए उसने घर वालों से रुपए लेने का लिए अपने अपहरण की झूठी साजिश रची थी। एएसपी नृपेंद्र कुमार ने बताया कि कोतवाली शहर के मोहल्ला बोर्डिंग हाउस के रहने वाले अंकित वर्मा की शहर कोतवाली के आगे गिफ्ट क्लब नाम से एक दुकान है। जिसमें वह अपने साथी विकास वर्मा और अंशुमन त्रिवेदी के साथ जन सेवा केंद्र भी संचालित करता है। अंकित वर्मा रोज की भांति अपनी दुकान के लिए सुबह निकला और दुकान तक पहुंचा था। जैसे ही अंकित दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी में नजर आया वैसे ही एक कॉल अंकित के फोन पर आता है और अंकित फिर कहीं चला जाता है। इसके बाद से अंकित का कुछ पता पता नहीं लगा। परिजनों ने अंकित की तलाश की लेकिन जब अंकित की कोई खोज खबर नहीं मिली तब पुलिस को मामले की सूचना दी गई। पुलिस पूरे मामले की जांच कर ही रही थी कि तभी अंकित वर्मा के मोबाइल फोन से उसके भाई को एक स्नैपचैट से एसएमएस आया, जिसमें लिखा था कि भाई मुझे बचा लो मोबाइल में सिम नहीं है। गाड़ी में बंद हैं, किसी रेलवे स्टेशन का वाईफाई कनेक्ट हुआ है। गाड़ी कहीं जा रही है मुझे नहीं पता कहां हूं। पुलिस ने जांच तेज की। पुलिस ने दो टीमों को लगाया और अपहृत युवक को बरामद किया। इसके बाद अंकित ने बताया कि वो शेयर मार्केट में पैसे हार गया था। घरवालों से और पैसे लेने की वजह से उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी।

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