हरियाणा CMO में एंट्री इस बार आसान नहीं:सैनी ने अब तक खट्टर की टीम से काम चलाया, इस बार कमेटी बनाई, इसकी 3 वजहें

हरियाणा में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में इस बार अधिकारियों की एंट्री आसान नहीं होगी। सरकार इस बार फिर से मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस पर काम करेगी। इसको देखते हुए सरकार की ओर से CMO में होने वाली नियुक्तियों के लिए एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी की अप्रूवल के बाद ही CMO में नियुक्ति की जाएगी। सरकार के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इस कमेटी में केंद्रीय नेताओं के साथ ही प्रदेश संगठन के नेताओं के अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। सेकेंड टर्म से पहले अपने कार्यकाल में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्‌टर की टीम से ही काम चलाया। इस बार कमेटी के बनने के बाद सरकार ने बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। हारे हुए नेता कर रहे CMO में आने की तैयारी CMO में फेरबदल में मुख्यमंत्री नायब सिंह के चहेते अफसरों को समायोजित किया जाएगा। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मनोहर लाल के स्थान पर मुख्यमंत्री बनने वाले नायब सिंह सैनी ने पुरानी टीम से ही काम चलाया था। राजनीतिक सलाहकार से लेकर OSD सहित अन्य पदों पर मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने चहेते और कुछ हारे हुए नेताओं को CMO में बुला सकते हैं। इनमें पूर्व मंत्री असीम गोयल और सुभाष सुधा के नाम भी शामिल हैं। हालांकि, अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा। मनोहर की टीम से ये नेता कर रहे लॉबिंग CMO में कुछ ऐसे पुराने चेहरे हैं, जो इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन अब फिर से आने की तैयारी कर रहे हैं। इसमें OSD रह चुके जवाहर यादव, अभिमन्यु सिंह और भूपेश्वर दयाल शामिल हैं। इन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीएमओ को अलविदा कह दिया था। अब सरकार बनने के बाद फिर से ये वापसी के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि सरकार के द्वारा कमेटी बनाए जाने के बाद इन पुराने चेहरों की एंट्री की राह आसान नहीं दिख रही। राजेश खुल्लर की CS के पद पर नियुक्ति रोकी 18 अक्टूबर को रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर की मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS ) के तौर पर नियुक्ति की गई थी। रात करीब 8 बजे चीफ सेक्रेटरी की तरफ से इसे लेकर ऑर्डर जारी हुए। इसमें उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया था। हालांकि, 4 घंटे बाद ही रात करीब 12 बजे दूसरा ऑर्डर जारी हो गया। जिसमें लिखा गया कि मुख्य प्रधान सचिव की नियुक्ति के संबंध में जारी आदेश अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट के तीन सीनियर मंत्रियों ने खुल्लर की नियुक्ति पर सवाल उठाए। उन्होंने खुल्लर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने पर विरोध जताया। उनका कहना था कि हम चुनाव जीतकर आए हैं। अधिकारी को बैठे-बिठाए ही यह दर्जा दिया जा रहा है। जिसके बाद आदेश वापस ले लिए गए। CMO से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा सरकार में होगी PMO की एंट्री:जोशी बन सकते हैं चीफ सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके; PM मोदी की गुड लिस्ट में शामिल हरियाणा सरकार में जल्द प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की एंट्री होगी। हरियाणा कैडर के 1989 बैच के IAS ऑफिसर विवेश जोशी को प्रदेश का चीफ सेक्रेटरी (CS) बनाया जा सकता है। जोशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुड लिस्ट में आते हैं। वह राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के अलावा कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें...

Oct 21, 2024 - 06:55
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हरियाणा CMO में एंट्री इस बार आसान नहीं:सैनी ने अब तक खट्टर की टीम से काम चलाया, इस बार कमेटी बनाई, इसकी 3 वजहें
हरियाणा में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में इस बार अधिकारियों की एंट्री आसान नहीं होगी। सरकार इस बार फिर से मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस पर काम करेगी। इसको देखते हुए सरकार की ओर से CMO में होने वाली नियुक्तियों के लिए एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी की अप्रूवल के बाद ही CMO में नियुक्ति की जाएगी। सरकार के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इस कमेटी में केंद्रीय नेताओं के साथ ही प्रदेश संगठन के नेताओं के अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। सेकेंड टर्म से पहले अपने कार्यकाल में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्‌टर की टीम से ही काम चलाया। इस बार कमेटी के बनने के बाद सरकार ने बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। हारे हुए नेता कर रहे CMO में आने की तैयारी CMO में फेरबदल में मुख्यमंत्री नायब सिंह के चहेते अफसरों को समायोजित किया जाएगा। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मनोहर लाल के स्थान पर मुख्यमंत्री बनने वाले नायब सिंह सैनी ने पुरानी टीम से ही काम चलाया था। राजनीतिक सलाहकार से लेकर OSD सहित अन्य पदों पर मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने चहेते और कुछ हारे हुए नेताओं को CMO में बुला सकते हैं। इनमें पूर्व मंत्री असीम गोयल और सुभाष सुधा के नाम भी शामिल हैं। हालांकि, अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा। मनोहर की टीम से ये नेता कर रहे लॉबिंग CMO में कुछ ऐसे पुराने चेहरे हैं, जो इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन अब फिर से आने की तैयारी कर रहे हैं। इसमें OSD रह चुके जवाहर यादव, अभिमन्यु सिंह और भूपेश्वर दयाल शामिल हैं। इन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीएमओ को अलविदा कह दिया था। अब सरकार बनने के बाद फिर से ये वापसी के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि सरकार के द्वारा कमेटी बनाए जाने के बाद इन पुराने चेहरों की एंट्री की राह आसान नहीं दिख रही। राजेश खुल्लर की CS के पद पर नियुक्ति रोकी 18 अक्टूबर को रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर की मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS ) के तौर पर नियुक्ति की गई थी। रात करीब 8 बजे चीफ सेक्रेटरी की तरफ से इसे लेकर ऑर्डर जारी हुए। इसमें उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया था। हालांकि, 4 घंटे बाद ही रात करीब 12 बजे दूसरा ऑर्डर जारी हो गया। जिसमें लिखा गया कि मुख्य प्रधान सचिव की नियुक्ति के संबंध में जारी आदेश अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट के तीन सीनियर मंत्रियों ने खुल्लर की नियुक्ति पर सवाल उठाए। उन्होंने खुल्लर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने पर विरोध जताया। उनका कहना था कि हम चुनाव जीतकर आए हैं। अधिकारी को बैठे-बिठाए ही यह दर्जा दिया जा रहा है। जिसके बाद आदेश वापस ले लिए गए। CMO से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा सरकार में होगी PMO की एंट्री:जोशी बन सकते हैं चीफ सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके; PM मोदी की गुड लिस्ट में शामिल हरियाणा सरकार में जल्द प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की एंट्री होगी। हरियाणा कैडर के 1989 बैच के IAS ऑफिसर विवेश जोशी को प्रदेश का चीफ सेक्रेटरी (CS) बनाया जा सकता है। जोशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुड लिस्ट में आते हैं। वह राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के अलावा कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें...

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