हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस-इनेलो का प्लान:पराली जलाने पर जुर्माने समेत 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे; INLD ने 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाए

हरियाणा में 13 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्षी दलों ने मेगा प्लानिंग बना ली है।​​​​ विपक्षी दल पराली जलाने पर डबल जुर्माने के केंद्र के फैसले समेत 5 बड़े मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार कांग्रेस के साथ इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के विधायक भी पूरी तरह से एक्टिव हैं। इनेलो की ओर से 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दे दिए गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने भी संकेत दिए हैं कि सेशन काफी हंगामेदार होने वाला है। पिछले दिनों रोहतक में उन्होंने कहा था कि विपक्ष मजबूत है, विधानसभा में जनहित के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा। विधानसभा में ये मुद्दे गूंज सकते हैं... 1. धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीद 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से MSP पर धान खरीदने का वादा किया था। हालांकि अभी प्रदेश में धान की फसल 2300 रुपए प्रति क्विंटल के MSP की दर से खरीदी जा रही है। कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि प्रदेश के 60% से अधिक किसानों ने 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल पर अपनी धान की फसल बेची है। चूंकि हरियाणा में किसान हमेशा से बड़ा मुद्दा रहे हैं, इसलिए कांग्रेस और INLD इस मुद्दे को सेशन में जोर शोर से उठाएगी। 2. DAP खाद की कमी बड़ा मुद्दा बनेगी विधानसभा सेशन में धान की MSP पर खरीद के बाद DAP खाद की कमी दूसरा बड़ा मुद्दा रहने वाली है। कांग्रेस के नेता भी सार्वजनिक रूप से आंकड़ा देकर सरकार को सदन से पहले ही घेर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि हर जिले में खाद की कमी है। सिरसा में 13,000 टन DAP की आवश्यकता है, लेकिन भाजपा सरकार ने केवल 900 टन ही दी। पानीपत में 6500 टन DAP की आवश्यकता है, तो भाजपा सरकार ने केवल 360 टन DAP उपलब्ध करवाई। DAP न मिलने से और गेहूं की बिजाई न कर पाने के संकट से घिरे मेहनतकश किसान रामभगत की आत्महत्या को लेकर भी विपक्ष हंगामे की योजना बना रहा है। 3. पराली जलाने पर डबल जुर्माना बड़ा मुद्दा बनेगा केंद्र की भाजपा सरकार ने हरियाणा समेत अन्य राज्यों में पराली जलाने पर अब किसानों से दोगुना जुर्माना वसूलने का फैसला किया है। पर्यावरण मंत्रालय ने जुर्माने की राशि को दोगुना कर दिया है, जो अब 5 हजार रुपए से शुरू होकर 30 हजार रुपए तक होगा। हालांकि यह फैसला पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लिया गया है। हरियाणा में अब तक 4 हजार से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। कई किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए। किसानों के इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल भी लगातार हमला कर रहे हैं। सदन में ये बड़ा मुद्दा बनने वाला है। 4. नशे को लेकर सदन में होगा हंगामा हरियाणा में युवाओं में बढ़ रहे नशे के चलन को लेकर विधानसभा सेशन में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। हाल ही में सूबे के हलका उकलाना के गांव पाबड़ा में नशे का कहर देखने को मिला है। यहां तीन युवक नशे की लत के कारण मौत का शिकार हो गए। 29 अक्टूबर को नशे से होने वाली पहली मौत का मामला सामने आया था। वहीं 8 नवंबर को भी 23 साल के एक युवक की नशे के कारण मौत हो गई थी। इसके अलावा 5 नवंबर को भी 30 साल के एक युवक की मौत की वजह नशा ही बताई गई थी। कांग्रेस के साथ INLD ने भी अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में इसको शामिल किया है। 5. बेरोजगारी-सरकारी भर्तियां भी बनेंगी मुद्दा हरियाणा में बेरोजगारी हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रही है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की सितंबर में जारी हुई पीएलएफएस की 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में बेरोजगारी दर 3.4 फीसदी है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह काफी कम है, लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दल इस मुद्दे को सदन में मुद्दा बनाएंगे। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हाल ही में ग्रुप C-D की रुकी भर्तियों के लिए भाजपा ने कांग्रेस के भर्ती रोको गैंग का मुद्दा बनाया था। इसके बाद कांग्रेस अब बेरोजगारी को लेकर सदन में सीएम सैनी को घेरने की तैयारी कर रही है। INLD के MLA अर्जुन चौटाला की ओर से इसको लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया गया है। विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के नेताओं ने क्या कहा.... पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा- 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में विपक्ष जोरशोर से जनहित के मुद्दों को उठाएगा। हम चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं। सरकार को प्रश्नकाल और शून्यकाल को सदन की कार्यवाही में शामिल करना चाहिए। इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल- यह उनका पहला विधानसभा सत्र है। विधानसभा के नियमों का पालन करते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे। उनकी तरफ से 6 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दिए गए हैं, जो जनता की समस्याओं से संबंधित हैं। इनेलो विधायक अर्जुन सिंह चौटाला- उनका यह पहला विधानसभा सत्र है और वे भी विधानसभा में इनेलो विधायक दल के नेता अपने चाचा आदित्य देवीलाल के नेतृत्व में जनता से जुड़े सभी मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे।

Nov 11, 2024 - 05:40
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हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस-इनेलो का प्लान:पराली जलाने पर जुर्माने समेत 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे; INLD ने 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाए
हरियाणा में 13 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्षी दलों ने मेगा प्लानिंग बना ली है।​​​​ विपक्षी दल पराली जलाने पर डबल जुर्माने के केंद्र के फैसले समेत 5 बड़े मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार कांग्रेस के साथ इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के विधायक भी पूरी तरह से एक्टिव हैं। इनेलो की ओर से 8 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दे दिए गए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने भी संकेत दिए हैं कि सेशन काफी हंगामेदार होने वाला है। पिछले दिनों रोहतक में उन्होंने कहा था कि विपक्ष मजबूत है, विधानसभा में जनहित के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा। विधानसभा में ये मुद्दे गूंज सकते हैं... 1. धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीद 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से MSP पर धान खरीदने का वादा किया था। हालांकि अभी प्रदेश में धान की फसल 2300 रुपए प्रति क्विंटल के MSP की दर से खरीदी जा रही है। कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि प्रदेश के 60% से अधिक किसानों ने 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल पर अपनी धान की फसल बेची है। चूंकि हरियाणा में किसान हमेशा से बड़ा मुद्दा रहे हैं, इसलिए कांग्रेस और INLD इस मुद्दे को सेशन में जोर शोर से उठाएगी। 2. DAP खाद की कमी बड़ा मुद्दा बनेगी विधानसभा सेशन में धान की MSP पर खरीद के बाद DAP खाद की कमी दूसरा बड़ा मुद्दा रहने वाली है। कांग्रेस के नेता भी सार्वजनिक रूप से आंकड़ा देकर सरकार को सदन से पहले ही घेर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि हर जिले में खाद की कमी है। सिरसा में 13,000 टन DAP की आवश्यकता है, लेकिन भाजपा सरकार ने केवल 900 टन ही दी। पानीपत में 6500 टन DAP की आवश्यकता है, तो भाजपा सरकार ने केवल 360 टन DAP उपलब्ध करवाई। DAP न मिलने से और गेहूं की बिजाई न कर पाने के संकट से घिरे मेहनतकश किसान रामभगत की आत्महत्या को लेकर भी विपक्ष हंगामे की योजना बना रहा है। 3. पराली जलाने पर डबल जुर्माना बड़ा मुद्दा बनेगा केंद्र की भाजपा सरकार ने हरियाणा समेत अन्य राज्यों में पराली जलाने पर अब किसानों से दोगुना जुर्माना वसूलने का फैसला किया है। पर्यावरण मंत्रालय ने जुर्माने की राशि को दोगुना कर दिया है, जो अब 5 हजार रुपए से शुरू होकर 30 हजार रुपए तक होगा। हालांकि यह फैसला पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लिया गया है। हरियाणा में अब तक 4 हजार से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। कई किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए। किसानों के इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल भी लगातार हमला कर रहे हैं। सदन में ये बड़ा मुद्दा बनने वाला है। 4. नशे को लेकर सदन में होगा हंगामा हरियाणा में युवाओं में बढ़ रहे नशे के चलन को लेकर विधानसभा सेशन में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। हाल ही में सूबे के हलका उकलाना के गांव पाबड़ा में नशे का कहर देखने को मिला है। यहां तीन युवक नशे की लत के कारण मौत का शिकार हो गए। 29 अक्टूबर को नशे से होने वाली पहली मौत का मामला सामने आया था। वहीं 8 नवंबर को भी 23 साल के एक युवक की नशे के कारण मौत हो गई थी। इसके अलावा 5 नवंबर को भी 30 साल के एक युवक की मौत की वजह नशा ही बताई गई थी। कांग्रेस के साथ INLD ने भी अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में इसको शामिल किया है। 5. बेरोजगारी-सरकारी भर्तियां भी बनेंगी मुद्दा हरियाणा में बेरोजगारी हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रही है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की सितंबर में जारी हुई पीएलएफएस की 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में बेरोजगारी दर 3.4 फीसदी है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह काफी कम है, लेकिन इसके बाद भी विपक्षी दल इस मुद्दे को सदन में मुद्दा बनाएंगे। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हाल ही में ग्रुप C-D की रुकी भर्तियों के लिए भाजपा ने कांग्रेस के भर्ती रोको गैंग का मुद्दा बनाया था। इसके बाद कांग्रेस अब बेरोजगारी को लेकर सदन में सीएम सैनी को घेरने की तैयारी कर रही है। INLD के MLA अर्जुन चौटाला की ओर से इसको लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया गया है। विधानसभा सत्र को लेकर विपक्ष के नेताओं ने क्या कहा.... पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा- 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में विपक्ष जोरशोर से जनहित के मुद्दों को उठाएगा। हम चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं। सरकार को प्रश्नकाल और शून्यकाल को सदन की कार्यवाही में शामिल करना चाहिए। इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल- यह उनका पहला विधानसभा सत्र है। विधानसभा के नियमों का पालन करते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे। उनकी तरफ से 6 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में दिए गए हैं, जो जनता की समस्याओं से संबंधित हैं। इनेलो विधायक अर्जुन सिंह चौटाला- उनका यह पहला विधानसभा सत्र है और वे भी विधानसभा में इनेलो विधायक दल के नेता अपने चाचा आदित्य देवीलाल के नेतृत्व में जनता से जुड़े सभी मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे।

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