हापुड़ में धोखाधड़ी गिरोह की संपत्ति जब्त:18 माह में पैसा दोगुना करने के नाम पर करते थे ठगी, 1.75 करोड़ की संपत्ति जब्त

हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ पुलिस ने धोखाधड़ी के बड़े मामले में एक गिरोह के एक सदस्य की 1.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। आरोप है कि इस गिरोह ने निवेश के नाम पर लोगों को 18 महीनों में धन दोगुना करने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए। आरोपी गिरोह के सदस्य फिलहाल जेल में बंद हैं, और उनके खिलाफ पहले से ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) वरूण मिश्रा ने बताया कि गांव चांदनेर निवासी अशोक, धर्मपाल, सुषमा, सुनीता, दिनेश, मुकेश, संजीव, और बुलंदशहर के अशोक ने निफ्टेक ग्लोबल नाम से एक कंपनी बनाई थी। इन्होंने एजेंटों के माध्यम से लोगों को निवेश करने पर 18 महीनों में धन दोगुना करने का लालच दिया, जिसके झांसे में हापुड़ समेत आसपास के जनपदों के हजारों लोग फंस गए। लेकिन कोरोना काल के दौरान आरोपियों ने कंपनी बंद कर दी और लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए। इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं, और सभी आरोपी फिलहाल जेल में हैं। 1.75 करोड़ की संपत्ति जब्त सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर गिरोह के सदस्य मुकेश की संपत्ति की जांच की गई, जिसमें गांव चांदनेर के जंगल में उसके नाम पर 0.4850 हेक्टेयर भूमि का पता चला। इस जमीन की बाजार कीमत लगभग 1.75 करोड़ रुपये आंकी गई है। न्यायालय के आदेश पर भूमि पर कुर्की की कार्रवाई करते हुए बोर्ड लगा दिए गए हैं और गांव में मुनादी भी कराई गई है। इसके अतिरिक्त, सभी आरोपियों की अन्य संपत्तियों की भी जांच जारी है, ताकि कानून के दायरे में उन्हें सजा दिलाई जा सके।

Oct 28, 2024 - 08:30
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हापुड़ में धोखाधड़ी गिरोह की संपत्ति जब्त:18 माह में पैसा दोगुना करने के नाम पर करते थे ठगी, 1.75 करोड़ की संपत्ति जब्त
हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ पुलिस ने धोखाधड़ी के बड़े मामले में एक गिरोह के एक सदस्य की 1.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। आरोप है कि इस गिरोह ने निवेश के नाम पर लोगों को 18 महीनों में धन दोगुना करने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए। आरोपी गिरोह के सदस्य फिलहाल जेल में बंद हैं, और उनके खिलाफ पहले से ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) वरूण मिश्रा ने बताया कि गांव चांदनेर निवासी अशोक, धर्मपाल, सुषमा, सुनीता, दिनेश, मुकेश, संजीव, और बुलंदशहर के अशोक ने निफ्टेक ग्लोबल नाम से एक कंपनी बनाई थी। इन्होंने एजेंटों के माध्यम से लोगों को निवेश करने पर 18 महीनों में धन दोगुना करने का लालच दिया, जिसके झांसे में हापुड़ समेत आसपास के जनपदों के हजारों लोग फंस गए। लेकिन कोरोना काल के दौरान आरोपियों ने कंपनी बंद कर दी और लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए। इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं, और सभी आरोपी फिलहाल जेल में हैं। 1.75 करोड़ की संपत्ति जब्त सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर गिरोह के सदस्य मुकेश की संपत्ति की जांच की गई, जिसमें गांव चांदनेर के जंगल में उसके नाम पर 0.4850 हेक्टेयर भूमि का पता चला। इस जमीन की बाजार कीमत लगभग 1.75 करोड़ रुपये आंकी गई है। न्यायालय के आदेश पर भूमि पर कुर्की की कार्रवाई करते हुए बोर्ड लगा दिए गए हैं और गांव में मुनादी भी कराई गई है। इसके अतिरिक्त, सभी आरोपियों की अन्य संपत्तियों की भी जांच जारी है, ताकि कानून के दायरे में उन्हें सजा दिलाई जा सके।

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