कर्तव्य के साथ शिक्षा का दान:बस्ती में पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी के बाद गरीब बच्चों को निःशुल्क पढ़ाते हैं

बस्ती में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल योगेश कुमार यादव एक अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। वह अपनी पुलिस ड्यूटी के साथ-साथ गांव के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं। हरैया थाने में तैनात योगेश कुमार यादव देवरिया के सुरौली थाना क्षेत्र के तिवाई गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने 2018 में यूपी पुलिस में नौकरी शुरू की। उनकी पहली पोस्टिंग बस्ती जिले के दुबौलिया थाने में हुई थी। योगेश ने बताया कि वह 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान से ही बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि गांव में कोचिंग सेंटर नहीं था। गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्होंने गरीब बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया। उनके इस सराहनीय कार्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग उनकी इस पहल की भरपूर प्रशंसा कर रहे हैं। योगेश की यह पहल दर्शाती है कि कैसे एक पुलिस कर्मी अपने कर्तव्य के साथ-साथ समाज सेवा भी कर सकता है।

Mar 7, 2025 - 14:59
 66  127235
कर्तव्य के साथ शिक्षा का दान:बस्ती में पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी के बाद गरीब बच्चों को निःशुल्क पढ़ाते हैं
बस्ती में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल योगेश कुमार यादव एक अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। वह अपनी पुलिस ड्

कर्तव्य के साथ शिक्षा का दान:बस्ती में पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी के बाद गरीब बच्चों को निःशुल्क पढ़ाते हैं

बस्ती में एक अनोखी पहल सामने आई है, जहाँ पुलिस कॉन्स्टेबल न केवल अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, बल्कि इसके बाद गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी दे रहे हैं। ये समाजसेवी पुलिसकर्मी साबित कर रहे हैं कि सेवा और शिक्षा को साथ लेकर चलना संभव है। इस लेख में हम इस उत्कृष्ट कार्य और इसके पीछे के उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

पुलिस का कर्तव्य और शिक्षा की जिम्मेदारी

पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी के बाद जब अपने फर्ज से मुक्त होते हैं, तो वे अपने समय का सदुपयोग करते हैं। यह न केवल बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि उन्हें सही दिशा और मार्गदर्शन भी प्रदान करता है। ऐसे कई पुलिसकर्मी हैं जो अक्सर अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करते हुए बच्चों को गणित, विज्ञान, और अन्य विषयों में मदद कर रहे हैं। यह पहल बस्ती में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

समाज पर प्रभाव

इस तरह की पहल का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह बच्चों को न केवल शिक्षा के प्रति जागरूक करता है, बल्कि उनके भविष्य को भी सकारात्मक दिशा में अग्रसर करता है। इसके अलावा, यह समाज में पुलिस और नागरिकों के बीच एक अच्छे संबंध का आधार रखता है। गरीब परिवारों के लिए यह निःशुल्क शिक्षा एक उम्मीद की किरण बनकर उभरी है।

निष्कर्ष

एक पुलिस कॉन्स्टेबल का कर्तव्य और समाज सेवा एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। बस्ती में यह अनोखी पहल एक उदाहरण है कि किस तरह से हम अपने कर्तव्यों के साथ-साथ समाज की भलाई के लिए भी काम कर सकते हैं। इस तरह के कार्य न केवल पीढ़ियों को शिक्षित करते हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन भी लाते हैं।

समाज के प्रति इस प्रकार की जिम्मेदारी उठाने वाले पुलिस अधिकारियों को सलाम है।

अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: बस्ती में गरीब बच्चों को शिक्षा, पुलिस कॉन्स्टेबल की शिक्षा पहल, निःशुल्क पढ़ाई, समाज सेवा, पुलिस का कर्तव्य, बच्चों का भविष्य, बस्ती शिक्षा कार्यक्रम, पुलिस और समुदाय संबंध, शिक्षा की जिम्मेदारी, बच्चों की मदद करने वाले पुलिसकर्मी

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow