क्या मिल्कीपुर चुनाव हार रही है सपा?:नतीजे से पहले आरोपों की झड़ी, चुनाव आयोग से 92 शिकायत, अखिलेश ने भी 4 पोस्ट किए

मिल्कीपुर का चुनाव क्या समाजवादी पार्टी हार रही है? पार्टी की ओर से पूरे दिन जिस तरह के आरोप चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर लगाए गए, उससे तो यही लगता है। सपा का आरोप है कि बड़ी संख्या में बूथों पर पीठासीन अधिकारियों ने सपा का एजेंट तक नहीं बनने दिया। जो बन गए थे उसमें से कई को रेड कार्ड थमा दिया गया। कुछ को बूथ से पुलिस ने भगा दिया। सपा नेताओं ने वोटिंग के दौरान X पर 92 शिकायती पोस्ट किए। सपा ने भाजपा पर फर्जी मतदान, कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों को डराने और पीठासीन अधिकारियों को भाजपा कार्यालय से टारगेट मिलने का आरोप लगाया। इन आरोपों के समर्थन में पार्टी की ओर से कुछ वीडियो और ऑडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए गए। पहले जानिए दोनों पार्टियों के लिए जीत कितनी अहम? दरअसल, मिल्कीपुर सीट का चुनाव सपा और भाजपा दोनों के लिए ही साख का सवाल है। मिल्कीपुर अयोध्या में आता है और अयोध्या सीट 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा ने जीती थी। इस सीट पर भाजपा की हार की चर्चा पूरे देश में हुई थी। मिल्कीपुर के विधायक अवधेश प्रसाद ही यहां से एमपी बने और अब यहां 8 महीने बाद उपचुनाव हुआ। ऐसे में सपा के सामने ये साबित करने की चुनौती है कि 2024 की लोकसभा सीट पर जीत कोई तुक्का नहीं थी। भाजपा इस सीट को जीत कर यह दिखाने की कोशिश करेगी कि माहौल अभी भी उसके पक्ष में है। यही वजह है कि दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। महाकुंभ होने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां 6 बार दौरा किया और सभाएं कीं। वहीं, अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने भी यहां अपनी ताकत झोंकी। सांसद अवधेश प्रसाद ने तो यहां डेरा ही डाल दिया। अवधेश प्रसाद ने दलित युवती की निर्मम हत्या के मामले को मुद्दा बना लिया, दो बार फूट-फूट कर रोए। इन सबका किसे कितना लाभ हुआ? यह तो नतीजा आने के बाद पता चलेगा, लेकिन सपा ने जिस तरह के आरोप लगाए हैं, उससे तो यही लग रहा है कि सपा की राह मिल्कीपुर में आसान नहीं है। सपा की ओर से दिनभर चलता रहा शिकायतों का दौर आरोप नंबर 1- नहीं बनने दिया बूथ एजेंट सपा के सोशल मीडिया अकाउंट X पर सुबह 7 बजे से ही अलग-अलग बूथों से संबंधित शिकायतें पोस्ट की जाने लगीं। सपा की ओर से आरोप लगाया गया कि बूथ नंबर 2, 3, 11, 12, 13, 17, 43, 44, 45, 46, 105, 106, 107, 108, 155, 156, 171, 172, 212, 291, 292, 336, 344 पर बूथ एजेंट नहीं बनाया गया। जिन्हें बनाया भी गया उन्हें पुलिस ने भगा दिया। कई जगह सपा एजेंट के सिग्नेचर का मिलान न होने की वजह सामने आई। आरोप नंबर 2: वोटर लिस्ट से नाम हटवाया सपा ने मोहम्मद अहमद नाम के एक व्यक्ति का वीडियो साझा कर लिखा कि मिल्कीपुर विधानसभा के ग्राम टंडवा निवासी मोहम्मद अहमद का वोटर लिस्ट में नहीं है नाम। चिह्नित कर मतदाताओं का नाम लिस्ट से हटाना निंदनीय है। इसी तरह बूथ नंबर 172 पर कई मतदाताओं के नाम सूची से गायब बताए गए। आरोप नंबर 3: बूथ कैप्चरिंग और फर्जी वोटिंग सपा ने कई स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया। कई बूथों पर मशीनों के खराब होने की शिकायत भी की। सपा के आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया गया कि मिल्कीपुर विधानसभा के सेक्टर 39 में बूथ संख्या 375, 376 एवं 377 पर सत्ता समर्थक प्रधान द्वारा फर्जी मतदान करवाया जा रहा। बुजुर्ग महिला का वोट जबरन भाजपा के पक्ष में डलवाया गया। अखिलेश यादव ने पोस्ट किया ‘फर्जी मतदान का टारगेट’ वाला ऑडियो अखिलेश यादव ने X पर एक ऑडियो पोस्ट किया। लिखा- ये है पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन, जो सत्ताधारी के लिए फर्जी मतदान का टारगेट पूरा कर रहे हैं। इनके बूथों पर तुरंत चुनाव रद्द किया जाए और इन्हें प्रथमदृष्ट्या ऑडियो सबूतों के आधार पर निलंबित किया जाए। फिर उचित न्यायिक कार्रवाई के बाद बर्खास्त भी। अखिलेश ने लिखा कि अधिकारियों की चुनावी धांधली और हेराफेरी के ऐसे और भी वीडियो-ऑडियो आ रहे हैं। जब इनकी नौकरी जाएगी और समाज में बदनामी होगी, शायद तब इनका ईमान और जमीर जागेगा। सरकार इनका इस्तेमाल करके अपना हाथ झाड़ लेगी, तब ये जेलों में होंगे और अपने समाज, परिवार और बच्चों की नजर में अपमान की जिंदगी जिएंगे। हम उन सब ईमानदार और सच्चे अधिकारियों की प्रशंसा करते हैं, जिन्होंने भाजपा पार्टी ऑफिस से दिए गए ‘फर्जी मतदान के टारगेट’ को मानने से इनकार कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग लोकतंत्र के ऐसे दुश्मनों के खिलाफ तत्काल संज्ञान ले। वायरल हुआ SHO का धमकी भरा कथित वीडियो इस दौरान सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हुए। सपा का आरोप है कि एक वीडियो में मिल्कीपुर SHO सपा नेता को फोन पर क्षेत्र छोड़ने की धमकी दे रहे हैं। वीडियो में आपत्तिजनक भाषा के साथ सपा नेता को मिट्‌टी में मिला देने की बात कही जा रही है। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... मिल्कीपुर में अजीत प्रसाद ने भाजपा एजेंट को धमकाया:बोले- 5 सेकेंड में ठीक हो जाओगे; सपा की 86 शिकायत; 65% वोट पड़े अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए शाम 5 बजे वोटिंग खत्म हो गई। इस उपचुनाव में कुल 65.35 प्रतिशत वोटिंग हुई। सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि सभी 415 बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। इस बीच, सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद घाटमपुर मतदान केंद्र पर पहुंचे। भाजपा के बूथ एजेंट पर फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगाते हुए धमकाया। कहा- फर्जी वोट डलवा रहे हो, मुझे जानते नहीं हो। पढ़ें पूरी खबर

Feb 6, 2025 - 07:00
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क्या मिल्कीपुर चुनाव हार रही है सपा?:नतीजे से पहले आरोपों की झड़ी, चुनाव आयोग से 92 शिकायत, अखिलेश ने भी 4 पोस्ट किए
मिल्कीपुर का चुनाव क्या समाजवादी पार्टी हार रही है? पार्टी की ओर से पूरे दिन जिस तरह के आरोप चुनाव

क्या मिल्कीपुर चुनाव हार रही है सपा?: नतीजे से पहले आरोपों की झड़ी, चुनाव आयोग से 92 शिकायत, अखिलेश ने भी 4 पोस्ट किए

मिल्कीपुर चुनाव की हर गतिविधि पर सबकी निगाहें हैं, क्योंकि यह चुनाव भाजपा और सपा के बीच एक महत्वपूर्ण मुक़ाबला साबित हो रहा है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, सपा अपने प्रतिद्वंद्वियों से बहुत पीछे दिखाई दे रही है। इस दौरान, सपा पर कई आरोप भी लगाए गए हैं, जो कि चुनाव आयोग में दर्ज की गई 92 शिकायतों से स्पष्ट हो रहा है।

आरोपों की झड़ी

चुनाव से पहले सपा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों में धन के दुरुपयोग, वोटिंग प्रक्रिया में अनियमितताएं, और चुनावी दबाव शामिल हैं। भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने सपा पर आरोप लगाया है कि वह चुनाव को अपने लाभ के लिए मोड़ने की कोशिश कर रही है। ऐसे में, चुनाव आयोग की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।

चुनाव आयोग की कार्रवाई

चुनाव आयोग ने सपा के खिलाफ दर्ज की गई 92 शिकायतों को गम्भीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। इस प्रकार की जांच न केवल लोकतंत्र की सेहत के लिए आवश्यक है, बल्कि इससे चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता भी सुनिश्चित होती है। सपा नेता अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।

अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया

अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर चार पोस्ट किए हैं, जिसमें उन्होंने आरोपों का जवाब देने की कोशिश की है। उनका कहना है कि ये सभी आरोप भ्रामक हैं और सपा द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों को निशाना बनाने के लिए राजनीतिक भेदभाव का कुचक्र है।

चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा

चुनाव परिणाम के नतीजे आने में कुछ ही समय बचा है, जिससे सभी पार्टियों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दबाव बढ़ गया है। इस समय सभी की नजर चुनाव परिणाम पर है, क्योंकि यह आगामी राजनीतिक परिदृश्य को तय करेगा।

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निष्कर्ष

मिल्कीपुर चुनाव को लेकर चल रही यह सियासी खींचतान चुनाव के महत्व को दर्शाती है। विभिन्न आरोपों और कार्रवाईयों के बीच सपा और भाजपा दोनों की स्थिति की प्रतीक्षा की जा रही है। कौन जीतता है यह तो आने वाले नतीजे ही बताएंगे, लेकिन इस बार का चुनाव निश्चित रूप से अनुशासन और पारदर्शिता का उदाहरण पेश करेगा। Keywords: मिल्कीपुर चुनाव सपा हार, चुनाव परिणाम 2023, अखिलेश यादव पोस्ट, चुनाव आयोग शिकायतें, सपा भाजपा मुकाबला, मिल्कीपुर चुनाव आरोप, चुनाव पारदर्शिता, राजनीतिक खबरें इंडिया, चुनावी राजनीति 2023, मिल्कीपुर चुनाव अपडेट.

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