खाक चौक के संत आज भी रहेंगे धरने पर:प्रयागराज में महाकुंभ के लिए जमीन को लेकर नाराज हैं संत, संतों ने कहा- उपेक्षा कर रहे मेला अफसर
23 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ के पहले साधु-संत जमीन को लेकर आमने-सामने हैं। कुछ दिन पहले संतों के बीच आपस में मारपीट का मामला सामने आया था। अब खाक चाैक के संत मेला अफसरों पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। दरअसल, 28 नवंबर को खाक चौक समिति के संतों को जमीन आवंटन किया जाना था। संत और अफसर तो जुटे लेकिन संतों ने जमीन दूसरी जगह देने की बात कहते हुए जमीन लेने से इन्कार कर दिया। शुक्रवार को सुबह ही खाक चौक के साधु-संत मेला प्राधिकरण कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। मेला अफसरों से वार्ता भी हुई लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। आज शनिवार को दूसरे दिन भी इन संतों ने मेला प्राधिकरण कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठने का ऐलान किया है। खाक चौक व्यवस्था समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर संतोषदास सतुआ बाबा समेत दर्जनों संत धरने में शामिल हो रहे हैं। हमारी जमीन खालसों को दे रहे.. हमें दूर भेजा जा रहा संतोषदास ने कहा कि अखाड़ों के पीछे कभी खालसे नहीं होते थे बल्कि हमारा खाक चौक होता था। हमारी जमीन खालसों को दी जा रही है। हम संतों को दूर भेजा जा रहा है.. मेला के अफसर हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी, हमें पूर्ववत की तरह जमीन नहीं दी जाएगी तब तक हम लोग धरने पर बैठे रहेंगे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट की भी शरण लेंगे। वहीं, महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि किसी भी संतों की उपेक्षा नहीं की जा रही है। खाक-चौक को पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा जमीनें दी जा रही है।
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