ट्रम्प की शपथ संसद के भीतर होगी:40 साल में पहली बार बदली जाएगी जगह, ठंड के चलते फैसला; 1985 में रीगन की शपथ पार्लियामेंट में हुई थी

नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार यानी 20 जनवरी को भीषण ठंड की वजह से खुले में न होकर यूएस कैपिटल हिल (संसद) के अंदर होगा। रॉयटर्स के मुताबिक, 40 साल में यह पहली बार होगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह संसद के भीतर किया जाएगा। ट्रम्प के शपथ ग्रहण के दौरान तापमान माइनस 7 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। ट्रम्प ने शुक्रवार को अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर कहा देश में आर्कटिक (नॉर्थ पोल के पास) तूफान चल रहा है। मैं नहीं चाहता कि लोग किसी भी तरह से घायल हों। इसलिए मैंने प्रार्थना और अन्य भाषणों के अलावा उद्घाटन भाषण भी कैपिटल रोटुंडा (कैपिटल हिल इमारत के अंदर बना गोलाकार कमरा) में दिए जाने का आदेश दिया है। ट्रम्प ने कहा- हर कोई सुरक्षित रहेगा, हर कोई खुश रहेगा और हम सब मिलकर अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे। इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन का दूसरा शपथ ग्रहण भी कैपिटल रोटुंडा में हुआ था। उस समय तापमान माइनस 23 से माइनस 29 डिग्री सेल्सियस के बीच था। कैपिटल रोटुंडा कैपिटल हिल बिल्डिंग में गुंबद के नीचे है। यह अमेरिकी संसद के दोनों सदनों की ओर जाने वाले गलियारों से जुड़ा हुआ है। पोलर वोर्टेक्स से जूझ रहा है अमेरिका अमेरिका के कई राज्य इस समय भीषण ठंडी हवाओं से जूझ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह पोलर वोर्टेक्स (ध्रुवीय भंवर) को माना जा रहा है। पोलर वोर्टेक्स काउंटर क्‍लॉकवाइज (घड़ी की उल्‍टी दिशा) बहती हैं। पोलर वोर्टेक्स भौगोलिक संरचना के कारण आमतौर पर नॉर्थ पोल के चारों ओर घूमता है, लेकिन जब यह दक्षिण की तरफ बढ़ता है तो अमेरिका, यूरोप और एशिया में भारी ठंड लाता है। पोलर वर्टेक्स के क्या खतरे हो सकते हैं? भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुकेश अंबानी शामिल होंगे ट्रम्प के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम बिल्डिंग के अंदर कराए जाने को लेकर लॉ इनफोर्समेंट अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के सदस्यों को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है। ट्रम्प अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। इससे पहले वे 2017 से 2021 के बीच 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर चुके हैं। ट्रम्प के शपथ ग्रहण में भारत से विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा QUAD देशों के विदेश मंत्री भी मौजूद रहेंगे। अमेरिकी उद्योगपतियों में इलॉन मस्क के अलावा, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग और सैम ऑल्टमैन मौजूद रह सकते हैं। इसके अलावा उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने जाएंगे। शपथ ग्रहण के लिए रिकॉर्ड 1.5 हजार करोड़ चंदा शपथ ग्रहण समारोह के लिए ट्रम्प की टीम को रिकॉर्ड चंदा मिला है। ट्रम्प से बेहतर रिश्ता बनाने के लिए उद्योगपति जमकर फंडिंग कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अभी तक 170 मिलियन डॉलर (करीब 1.5 हजार करोड़ रुपए) आ चुके हैं। यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर तक भी पहुंच सकता है। पिछली बार बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में 62 मिलियन डॉलर (500 करोड़ रुपए) का चंदा इकट्ठा हुआ था। वहीं ट्रम्प के 2017 के शपथ ग्रहण समारोह में 107 मिलियन डॉलर (925 करोड़ रुपए) इकट्ठा हुए थे। ----------------------------------------- यह खबर भी पढ़ें.... ट्रम्प ने शपथ ग्रहण से पहले जिनपिंग से बातचीत की:टिकटॉक को लेकर चर्चा हुई; अमेरिका में 19 जनवरी से चीनी ऐप पर बैन अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने शपथ ग्रहण से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की है। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने जिनपिंग से कई अहम मुद्दों पर बातचीत की है। इसमें व्यापार, फेंटेनाइल (ड्रग) और टिकटॉक जैसे मुद्दे शामिल थे। यहां पढ़ें पूरी खबर...

Jan 18, 2025 - 10:35
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ट्रम्प की शपथ संसद के भीतर होगी:40 साल में पहली बार बदली जाएगी जगह, ठंड के चलते फैसला; 1985 में रीगन की शपथ पार्लियामेंट में हुई थी
नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार यानी 20 जनवरी को भीषण ठंड की वज

ट्रम्प की शपथ संसद के भीतर होगी:40 साल में पहली बार बदली जाएगी जगह

इस बार डोनाल्ड ट्रम्प की शपथ समारोह संसद भवन के भीतर आयोजित किया जाएगा, जो पिछले 40 वर्षों में एक ऐतिहासिक बदलाव है। यह निर्णय ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। वर्ष 1985 में रोनाल्ड रीगन की शपथ भी संसद में हुई थी, और अब ट्रम्प के इस समारोह के साथ एक नई परंपरा की शुरुआत हो रही है।

ऐतिहासिक महत्व

ट्रम्प की यह शपथ केवल एक राजनीतिक घटना नहीं है; यह पिछले चार दशकों में पहली बार हो रहा है कि शपथ ग्रहण की जगह में बदलाव किया जा रहा है। आमतौर पर, अमेरिकी राष्ट्रपति की शपथ समारोह वॉशिंगटन डीसी में आयोजित होता है, लेकिन इस बार देश ने नया रुख अपनाया है जो लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है। इस आयोजन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में रोनाल्ड रीगन का नाम भी शामिल है, जिन्होंने 1985 में संसद में शपथ ग्रहण किया था।

फैसले का कारण

ठंड का मौसम इस निर्णय का मुख्य कारण है। जनवरी में अक्सर ठंड के कारण बाहरी आयोजनों में बाधाएँ आ सकती हैं, इसलिए संवैधानिक विभागों और प्रशासन ने इसे संसद भवन के अंदर आयोजित करने का विचार किया। इस बदलाव से न केवल शपथ समारोह की भव्यता बढ़ेगी, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि प्रशासन लोगों की सुरक्षा और सुख-सुविधा के लिए सजग है।

भविष्य के लिए संदेश

ट्रम्प की नई शपथ में एक नया संदेश है: सुरक्षा, परंपरा, और लोकतंत्र की ताकत। यह आयोजन आने वाले समय में युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगा और उन्हें संविधान के प्रति जागरूक करेगा। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जहां ट्रम्प केवल एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के रूप में उभरेंगे जो अपनी सरकार के सिद्धांतों के प्रति ईमानदार हैं।

निष्कर्ष

उपरोक्त घटनाक्रम अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव दर्शाता है। ठंडी जलवायु के बावजूद, इस निर्णय ने यह सुनिश्चित किया है कि शपथ समारोह एक सुरक्षित और स्मरणीय अनुभव बने। इस ऐतिहासिक मोड़ पर, हम सभी की नजरें 2024 के राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण समारोह पर होंगी।

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