ठियोग में पानी घोटाले के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन:15 दिनों में FIR दर्ज करने का अल्टीमेटम, जल संघर्ष मोर्चा ने दी आंदोलन की चेतावनी
शिमला जिले के ठियोग में जल आपूर्ति में हुए घोटाले के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। 'ठियोग जल बचाओ संघर्ष मोर्चा' के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। संघर्ष मोर्चा के सदस्य महेंद्र वर्मा ने बताया कि उन्होंने SDM ठियोग को ज्ञापन सौंपा है। समिति ने 15 दिनों के भीतर घोटाले में FIR दर्ज करने और उपमंडल में बिगड़ी जल आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने की मांग की है। अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो समिति अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के साथ नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की स्थिति बेहद खराब है। समिति ने सभी क्षेत्रों में समय पर और उचित मात्रा में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। ठियोग में पानी की सप्लाई में हुआ गड़बड़झाला आपको बता दें कि हाल ही में ठियोग में पानी की सप्लाई में गड़बड़ झाला सामने आया था ।जिसका खुलासा RTI में हुआ था । इसे पूर्व विधायक व स्थानीय लोगों ने घोटाला करार दिया ।इस पानी घोटाले में ठियोग के कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बाइक और कारों में दिखाई गई, जिन पर 1 करोड़ 13 लाख रुपए के बिल बनाकर भुगतान भी कर दिया गया। जब यह मामला RTI के जरिए सामने आया, तो विभाग ने इसकी जांच कराई। जिसके बाद विभाग के प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर मामला विजिलेंस को सौंप दिया। वर्तमान में विजिलेंस विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है। विजिलेंस ने मामले में कई लोगों से पूछताछ कर ली है लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नही हुआ है। ऐसे में अब संघर्ष मोर्चा ने 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है।

ठियोग में पानी घोटाले के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन
हाल ही में ठियोग में पानी घोटाले के मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लोगों ने प्रशासन से 15 दिनों के भीतर FIR दर्ज करने का अल्टीमेटम दिया है। यह आंदोलन 'जल संघर्ष मोर्चा' द्वारा आयोजित किया गया था, जिसने भ्रष्टाचार और पानी घोटाले के खिलाफ अपनी चिंताओं को प्रभावी ढंग से उठाया।
पानी घोटाले का मामला
ठियोग में पानी की समस्याओं ने पिछले कुछ वर्षों में गंभीर स्तर पर बढ़ोतरी की है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासन और कुछ ठेकेदार मिलकर पानी की आपूर्ति को प्रभावित कर रहे हैं। जल संघर्ष मोर्चा ने इस मामले को उजागर करने के लिए जागरूकता बढ़ाने का काम किया है।
प्रदर्शन की मांगें
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से अपनी मांगें रखी हैं कि 15 दिनों के भीतर पानी घोटाले के खिलाफ FIR दर्ज की जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो जल संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से किसी भी प्रकार की राहत की उम्मीद नहीं है, अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती।
समाज का समर्थन
स्थानीय समुदाय ने इस आंदोलन का समर्थन किया है और कई सामाजिक संगठनों ने भी प्रदर्शनकारियों के साथ आकर अपनी आवाज उठाई है। यह आंदोलन जनता की एकजुटता का प्रतीक है, जो कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ी जा रही एक महत्वपूर्ण लड़ाई है।
निष्कर्ष के तौर पर, ठियोग में पानी घोटाले के खिलाफ चल रहा यह आंदोलन न केवल स्थानीय लोगों के हक की लड़ाई है बल्कि यह पूरे देश में जल संकट के बारे में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है।
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