देवप्रयाग में नृसिंहगाचल पर्वत से भूस्खलन, मकान क्षतिग्रस्त, वाहन दबे, एक घायल
देवप्रयाग। देवप्रयाग नगर के बहा बाजार क्षेत्र में अचानक नृसिंहगाचल पर्वत का एक हिस्सा दरक गया। देखते ही देखते कई टन वजनी चट्टानें तेजी से लुढ़कती हुई नीचे बाजार में आ गिरीं, जिससे भारी तबाही मच गई। इस भूस्खलन में एक व्यक्ति घायल हो गया जबकि तीन मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत …

देवप्रयाग में नृसिंहगाचल पर्वत से भूस्खलन, मकान क्षतिग्रस्त, वाहन दबे, एक घायल
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देवप्रयाग। देवप्रयाग नगर के बहा बाजार क्षेत्र में अचानक नृसिंहगाचल पर्वत का एक हिस्सा दरक जाने से बड़ा भूस्खलन हुआ है। इस घटना में कई टन वजनी चट्टानें तेजी से नीचे बाजार में आ गिरीं, जिससे भारी तबाही मच गई। इस भूस्खलन में एक व्यक्ति, जिसे पनीलाल के नाम से पहचाना जाता है, गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इस घटना में तीन मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और उनके नीचे दो मोटरसाइकिलें और एक पिकअप वाहन भी दब गई हैं।
घटनास्थल की स्थिति
घटना के समय गनीमत यह रही कि अधिकांश लोग अपने घरों से बाहर थे, जिससे एक बड़ा जान-माल का नुकसान टल गया। स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, नृसिंहगाचल पर्वत का एक हिस्सा टूटकर बाजार की ओर गिरा। चट्टानों की चपेट में आकर विपिन चंद्र मिश्रा और भगवती प्रसाद मिश्रा के मकानों को भी नुकसान हुआ है। पनीलाल को तुरंत नगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
भूस्खलन के कारण
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नृसिंहगाचल पर्वत क्षेत्र पहले से ही संवेदनशील है। बार-बार की जा रही खुदाई और भारी वर्षा ने स्थिति को और भयंकर बना दिया है। इसके परिणाम स्वरूप, इस तरह के भूस्खलन की घटनाएं आम हो गई हैं। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, ताकि भविष्य में ऐसे अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
प्रशासन की तैयारी
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें घटनास्थल पर तुरंत पहुँच गईं। जेसीबी मशीनों की सहायता से बोल्डरों को हटाने और मलबा साफ करने का कार्य आरंभ किया गया। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे जब तक स्थिति सुरक्षित नहीं हो जाती, तब तक बहे बाजार जैसे संवेदनशील इलाकों में न जाएं।
स्थानीय नागरिकों का डर
स्थानीय लोग इस घटना से में भयभीत हैं और मन की शांति की गुहार लगा रहे हैं। वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को लागू किया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। लगातार हो रहे भूस्खलन ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह स्थिति और अधिक बदलने वाली है।
इस भूस्खलन की घटना ने सभी नागरिकों को सच्चाई का सामना करने पर मजबूर कर दिया है। देवप्रयाग में इस तरह की अनहोनी से बचने के लिए बड़ी मात्रा में उपाय करने की आवश्यकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस संवेदनशील क्षेत्र में स्थायी समाधान निकाले ताकि भविष्य में ऐसे भूस्खलनों से निवासियों को बचाया जा सके।
गंभीरता से ली जाने वाली यह घटना न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए एक खतरा है, बल्कि यह प्रशासन के सामने भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या वे इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार हैं।
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