धनतेरस पर बिकेंगे 100 करोड़ से ऊपर के बर्तन:वाराणसी के कारोबारियों को पूरा भरोसा,1 हजार से अधिक वैरायटी मार्केट में उपलब्ध
वाराणसी में धनतेरस को लेकर बाजारों में बर्तनों की चमक दिखने लगी हैं। शहर के बर्तन कारोबारियों ने धनतेरस की तैयारियां पूरी कर ली हैं। धनतेरस के दिन बर्तनों का अच्छा कारोबार होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बार धनतेरस 29 अक्टूबर को है। बर्तन की दुकानों में स्टील, पीतल, तांबा के बर्तन विभिन्न डिजाइनों में अलग-अलग कीमतों पर उपलब्ध हैं। पहले जानते हैं कि धनतेरस में क्यों खरीदना चाहिए बर्तन ज्योतिषाचार्य विकास पांडेय ने बताया- धनतेरस के दिन बर्तन खरीदना काफी शुभ माना गया है। इस दिन पीतल के बर्तन जरूर खरीदना चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी बर्तन खरीदा जाता है, उसकी 13 गुना वृद्धि होती है। इसलिए इस धनतेरस के दिन आप बर्तन जरूर खरीदें। उन्होंने बताया कि बर्तन खरीद कर उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। भगवान धन्वंतरि की पूजा करने के बाद उसे रख देना चाहिए। अगले दिन दिवाली की सुबह से उस बर्तन का इस्तेमाल आप कर सकते हैं। ऐसे में हर परिवार अपने बजट के अनुसार बर्तन खरीदता है। बर्तनों की दुकान में ग्राहकों की जेब के अनुसार हर रेंज में बर्तन उपलब्ध हैं। व्यापारियों को ग्राहक का इंतजार है। इस बार धनतेरस पर कारोबारी बर्तनों का अच्छा कारोबार होने की उम्मीद जता रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा कि इस बार 100 करोड़ के ऊपर खरीदारी का आंकड़ा जाएगा। बर्तनों में लगा महंगाई का तड़का, 20 से 30 प्रतिशत बढ़े दाम बर्तन बाजार में भी महंगाई का तड़का लगा है। व्यापारियों के अनुसर बर्तनों में स्टील, तांबा, पीतल आदि बर्तनों के दाम पिछले साल की तुलना 20 से 30 प्रतिशत बढ़े हैं। बर्तन बाजार में दिल्ली, अहमदाबाद, मुरादाबाद आदि शहरों से बर्तन की सप्लाई होती है। ट्रांसपोर्ट भाड़ा बढ़ने से बर्तनों के दामों में भी इजाफा हुआ है। लोग बर्तनों के साथ ही इंडक्शन, माइक्रोवेव ओवन, मल्टी बर्नर चूल्हे आदि को भी पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा पुराने पारंपरिक बर्तनों की भी बर्तन बाजार में धमक बढ़ी है। वक्त के साथ बदलाव लंका पर दुकान लगाने वाले मुकेश ने बताया कि बाजारों में वक्त और डिमांड के अनुसार बदलाव आया है। परिवार छोटे होने के साथ ही छोटे बर्तनों की डिमांड भी मार्केट में बढ़ रही है। पहले संयुक्त परिवारों में एक साथ 30-40 लोगों का खाना बनता था, इसलिए जरूरत के मुताबिक घर के बर्तन भी बड़ी साइज के होते थे। पुराने जमाने में एक-एक किलो के दूध के गिलास होते थे। थाली-कटोरियों के साइज भी बड़े होते थे। बर्तन सोने-चांदी, तांबा, कांसा और पीतल के होते थे। लेकिन अब लोग छोटे बर्तन ज्यादा खरीद रहे हैं। 1 हजार प्रकार के बर्तन उपलब्ध नंदलाल केसरी ने बताया कि हमने धनतेरस को लेकर पूरी तैयारी कर ली है और अभी से ही लोग धनतेरस के लिए बर्तनों को खरीद कर हमारे दुकान पर रखवा दे रहे हैं। दरअसल,धनतेरस के दिन काफी भीड़ हो जाती है उसे भीड़ से बचने के लिए लोग ऐसा करते हैं। उन्होंने बताया कि हमने पूरी तैयारी कर ली है लगभग 1000 से अधिक प्रकार के बर्तन हमारे दुकान में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बर्तन तो वाराणसी के कारीगरों द्वारा तैयार किए जाते हैं इसके अलावा आसपास के राज्यों से भी कुछ बर्तनों को मंगाया जाती है। आजकल लोग सबसे ज्यादा स्टील के बर्तन खरीद रहे हैं इसके अलावा शुभ के लिए छोटे-छोटे पीतल के भी बर्तन खरीदते हैं, उसमें ज्यादातर पूजा पाठ के ही बर्तन होते हैं। पूजा सामग्री की खरीदारी पूजा की तैयारियों के तहत लोग थाली, श्रीयंत्र, लोटा, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, दीया और घंटी भी खरीद रहे हैं। बाजार में प्लेट्स की खूबसूरत डिजाइनिंग की गई है, जिससे उनकी मांग भी बढ़ी है। विशेष रूप से पीतल और तांबे के बर्तनों की मांग धनतेरस के अवसर पर बहुत अधिक होती है। इसके अलावा गणेश लक्ष्मी की छोटी प्रतिमाएं बर्तन की दुकानों पर खूब बिक रही हैं। बर्तन के प्राइज कॉपर सेट- 2500 कॉपर वाटर पॉट- 2000 गगरा- 2000-5000 कॉपर बिरयानी हांडी- 3000- 8000 स्टील किचन सेट- 5000-40,000 पीतल डिनर सेट 25,000 पीबीडी गोल्ड प्लेटेड डेजर्ट स्पून सेट (छह पीस- ) 600-750 गिलास सेट (पांच पीस)- 2500 कटोरा सेट (पांच पीस)- 2500
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