नदी पार कराने के नाम पर अवैध वसूली:सरकारी स्टीमर होने के बाद भी लिए जा रहे पैसे, यमुना नदी पर बने पैंटून पुल का है मामला

बांदा जिले के जसपुरा ब्लॉक के मड़ौली और अढावल क्षेत्रों में यमुना नदी पर बने पैंटून पुल से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो एक यात्री ने बनाया है, जिसमें दिखाया गया है कि सरकारी स्टीमर में यात्रियों से नदी पार कराने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। वीडियो में यात्रियों ने बताया कि स्टीमर में प्रति सवारी 40 रुपये वसूले जा रहे हैं। जबकि सरकार ने स्टीमर के संचालन के लिए ठेकेदार को बड़ी रकम दी है। यह पैसा स्टीमर की देखरेख, ईंधन और मजदूरों की मजदूरी के लिए दिया जाता है। यात्रियों का आरोप है कि ठेकेदार अपने गुर्गों के माध्यम से यह अवैध वसूली करवा रहा है। जो यात्री पैसे देने से मना करते हैं, उन्हें अपमानित किया जाता है। अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। ग्रामीणों ने की शिकायत ग्रामीणों के अनुसार, जसपुरा क्षेत्र में यमुना नदी पर दो पैंटून पुल (गलौली/बारा और मड़ौली/अढावल) एक ही ठेकेदार के अधीन हैं। दोनों जगह यात्रियों से इसी तरह वसूली की जा रही है। पैंटून पुल का निर्माण हर साल 16 अक्टूबर से शुरू होता है, ताकि बारिश के महीनों (15 जून से 15 अक्टूबर) में टूटे पुलों की मरम्मत हो सके। लेकिन इस बार दिसंबर शुरू होने के बावजूद पुल का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण पुल का काम लटका हुआ है, जिससे लोग परेशान हैं। सरकारी अधिकारियों की लापरवाही आई सामने यात्रियों और ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकारी स्टीमर पर हो रही अवैध वसूली और पुल के निर्माण में हो रही देरी की जांच की जाए। इस मामले में अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह वीडियो स्थानीय प्रशासन और ठेकेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। आम जनता में रोष का कारण बन रहा है।

Dec 2, 2024 - 13:10
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नदी पार कराने के नाम पर अवैध वसूली:सरकारी स्टीमर होने के बाद भी लिए जा रहे पैसे, यमुना नदी पर बने पैंटून पुल का है मामला
बांदा जिले के जसपुरा ब्लॉक के मड़ौली और अढावल क्षेत्रों में यमुना नदी पर बने पैंटून पुल से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो एक यात्री ने बनाया है, जिसमें दिखाया गया है कि सरकारी स्टीमर में यात्रियों से नदी पार कराने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। वीडियो में यात्रियों ने बताया कि स्टीमर में प्रति सवारी 40 रुपये वसूले जा रहे हैं। जबकि सरकार ने स्टीमर के संचालन के लिए ठेकेदार को बड़ी रकम दी है। यह पैसा स्टीमर की देखरेख, ईंधन और मजदूरों की मजदूरी के लिए दिया जाता है। यात्रियों का आरोप है कि ठेकेदार अपने गुर्गों के माध्यम से यह अवैध वसूली करवा रहा है। जो यात्री पैसे देने से मना करते हैं, उन्हें अपमानित किया जाता है। अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। ग्रामीणों ने की शिकायत ग्रामीणों के अनुसार, जसपुरा क्षेत्र में यमुना नदी पर दो पैंटून पुल (गलौली/बारा और मड़ौली/अढावल) एक ही ठेकेदार के अधीन हैं। दोनों जगह यात्रियों से इसी तरह वसूली की जा रही है। पैंटून पुल का निर्माण हर साल 16 अक्टूबर से शुरू होता है, ताकि बारिश के महीनों (15 जून से 15 अक्टूबर) में टूटे पुलों की मरम्मत हो सके। लेकिन इस बार दिसंबर शुरू होने के बावजूद पुल का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण पुल का काम लटका हुआ है, जिससे लोग परेशान हैं। सरकारी अधिकारियों की लापरवाही आई सामने यात्रियों और ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकारी स्टीमर पर हो रही अवैध वसूली और पुल के निर्माण में हो रही देरी की जांच की जाए। इस मामले में अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह वीडियो स्थानीय प्रशासन और ठेकेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। आम जनता में रोष का कारण बन रहा है।

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