नवाबगंज में गोली लगने से घायल युवक की हालत गंभीर:एक सप्ताह बाद भी पुलिस ने किसी आरोपी को नहीं किया अरेस्ट, घायल का बयान तक नहीं हुआ दर्ज
कानपुर के नवाबगंज में गोली लगने से घायल हुआ युवक की हालत गंभीर हो गई है। परिवार के लोगों ने वाबगंज पुलिस पर आरोप लगाया है कि एक सप्ताह बाद भी किसी आरोपी की अरेस्टिंग नहीं की है। इतना ही नहीं घायल का बयान तक दर्ज नहीं किया है। नवाबगंज थाना प्रभारी ने आरोपियों से साठगांठ करके पूरे मामले को दबा दिया है। मामले में शुक्रवार को घायल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस फिर से हरकत में आई है। थानेदार पर आरोपियों से साठगांठ करके मामले को दबाने का आरोप नवाबगंज के रामानिहालपुर में रहने वाले राजू निषाद ने 15 नवंबर को नवाबगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। राजू ने बताया कि 14 नवंबर की शाम 8 बजे मेरा भाई पप्पू अपने दोस्त मनोज निषाद, मनोज गुड़िया और मुन्ना समेत अन्य दोस्तों के साथ गंगा चरण निषाद मंदिर पर शराब पी रहे थे। नशे की हालत में ये सभी लोड तमंचे की छीना-झपटी कर रहे थे। इस दौरान तमंचे से गोली चल गई और पप्पू के सीने में दाहिने तरफ गोली जा धंसी। वहां मौजूद अन्य लोग मौके से भाग निकले थे। राजू मौके पर पहुंचे और अपने भाई को हैलट में एडमिट कराया था। राजू ने शुक्रवार को वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए आरोप लगाया है कि नवाबगंज थाने की पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उनके भाई की हालत बेहद गंभीर है। पुलिस ने अभी तक बयान दर्ज नहीं कराया है। तमंचा कहां से आया और किसका था यह तक पता नहीं लगा सकी है। एफआईआर में नामजद आरोपियों से साठगांठ करके उन्हें अरेस्ट तक नहीं किया है। मामले में पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही गोली कैसे चली और तमंचा किस मकसद से लाया गया था इसका भी खुलासा होना चाहिए। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि थानेदार को मामले में पीड़ित का बयान दर्ज करने के लिए आदेश दिया है। इसके साथ ही जल्द से जल्द घायल के साथियों से पूछताछ करके कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
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