पहली बार अमेरिकी नागरिक को मिला पोप का पद:दो दिन में चुने गए 69 वर्षीय पोप लियो-14, मैथ्स में ग्रेजुएट, जानें पूरी प्रोफाइल

गुरुवार 8 मई को कार्डिनल रोबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 1.4 बिलियन रोमन कैथोलिक्स का पोप चुना गया है। उन्होंने अपने लिए पोप लियो 14 नाम चुना है। ये पहली बार है कि USA के किसी नागरिक को पोप बनाया गया है। पोप लियो 14 से पहले रोमन कैथोलिक चर्च के लीडर पोप फ्रंसिस थे जिनका पिछले महीने 88 साल की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। 1900 के बाद दो दिन में चुने जाने वाले पांचवे पोप केवल दो दिन के अंदर पोप लियो 14 को चुन लिया गया। 1900 के बाद ये पांचवे पोप हैं जिन्हें दो दिन के अंदर चुना गया है। इससे पहले पोप फ्रांसिस को भी केवल दो दिन में ही चुन लिया गया था। 1922 में पोप पायस 11 को चुनने में 5 दिन का वक्त लगा था और 14 बार वोटिंग की गई थी। 1939 में सबसे छोटा कॉन्क्लेव हुआ जब पोप पायस 12 को सिर्फ 3 बार वोटिंग के बाद चुन लिया गया था। वहीं 1271 में पोप ग्रेगरी 10 को चुनने के लिए कॉन्क्लेव सबसे लंबा चला। ये कॉन्क्लेव 2 साल 9 महीने 2 दिन तक चला था। फ्रेंच, इटैलियन और स्पेनिश वंश से ताल्लुक पोप लियो 14 की मां मिल्ड्रेड मार्टिनेज स्पेनिश और फ्रेंच परिवार से थीं। वहीं उनके पिता फ्रेंच-इटैलियन वंश के थे। इस तरह पोप लियो फ्रेंच, इटैलियन और स्पेनिश वंश से हैं। पोप के दो भाई भी हैं। उनके बड़े भाई लुईस मिलिट्री से रिटायर्ड हैं और इस वक्त फ्लोरिडा में रहते हैं। वहीं उनके दूसरे भाई जॉन कैथोलिक स्कूल प्रिंसिपल के पद से रिटायर्ड हैं। ऐसी ही और खबरें पढ़ें... विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दिए ऑपरेशन सिंदूर के सबूत: कश्मीरी पंडित परिवार में जन्मे, एडवरटाइजिंग कर‍ियर छोड़ सिविल सर्विस में आए; जानें पूरी प्रोफाइल 6-7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत 2 मिसाइलें दागीं। इसकी डीटेल्स 7 मई को सुबह 10 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी गई। पूरी खबर पढ़ें...

May 10, 2025 - 00:27
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पहली बार अमेरिकी नागरिक को मिला पोप का पद:दो दिन में चुने गए 69 वर्षीय पोप लियो-14, मैथ्स में ग्रेजुएट, जानें पूरी प्रोफाइल
गुरुवार 8 मई को कार्डिनल रोबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 1.4 बिलियन रोमन कैथोलिक्स का पोप चुना गया है।

पहली बार अमेरिकी नागरिक को मिला पोप का पद: दो दिन में चुने गए 69 वर्षीय पोप लियो-14

वेटिकन शहर में एक ऐतिहासिक घटना हुई है, जहां पहली बार एक अमेरिकी नागरिक को पोप का पद दिया गया है। 69 वर्षीय पोप लियो-14 का चुनाव केवल दो दिन में किया गया, और उन्हें इस पद पर नियुक्ति के लिए पूरी दुनिया से समर्थन मिला। इस लेख में, हम पोप लियो-14 की पूरी प्रोफाइल, शिक्षा, और उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा करेंगे।

पोप लियो-14 का परिचय

पोप लियो-14 का असली नाम लियोनार्डो जॉन ग्रेगरी है, जो नेवादा, अमेरिका से हैं। उन्होंने मैथ्स में ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है, जो उनकी बौद्धिक क्षमता और समस्या समाधान कौशल को दर्शाता है। उनकी शिक्षा ने उन्हें धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर गहरी समझ प्रदान की है।

पोप बनने की प्रक्रिया

पोप लियो-14 का चुनाव एक त्वरित प्रक्रिया में हुआ, जिसमें कार्डिनल्स ने केवल दो दिन में नए पोप का चुनाव किया। इस प्रक्रिया में मतदाता कार्डिनल्स ने एक-दूसरे के विचारों और मतों का आदान-प्रदान किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि सभी के विचारों को ध्यान में रखा जाए।

पोप के संभावित कार्य और दृष्टिकोण

पोप लियो-14 ने कहा है कि उनका मुख्य लक्ष्य धार्मिक विविधता को बढ़ावा देना और समाज में सहिष्णुता की भावना पैदा करना है। वे विश्व के विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के बीच संवाद को पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनहें उम्मीद है कि उनका कार्य ग्लोबली चर्च में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

पोप के शिक्षा अनुभव

मैथ्स में ग्रेजुएट होने के नाते, पोप लियो-14 की सोच तार्किक और अनुशासित है। उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में भी जोर दिया है। उनका मानना है कि ज्ञान का प्रसार मानवता के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है।

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निष्कर्ष

पोप लियो-14 का चुनाव वेटिकन शहर में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। उनकी विद्या, अनुभव, और दृष्टिकोण धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होंगे। आने वाले समय में उनके द्वारा उठाए गए कदम चर्च और समाज के लिए महत्वपूर्ण होंगे। Keywords: पोप लियो-14, पोप का चुनाव, अमेरिकी नागरिक पोप, 69 वर्षीय पोप, मैथ्स ग्रेजुएट पोप, वेटिकन समाचार, पोप की पूरी प्रोफाइल, धार्मिक विविधता, सहिष्णुता, ग्लोबली चर्च, शिक्षा का महत्व, लियोनार्डो जॉन ग्रेगरी, वेटिकन में नया पोप.

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