कांगड़ा के मैक्लोडगंज में पर्यटकों की संख्या में भारी कमी:भारत-पाक तनाव के चलते सड़कें सूनी, होटल की बुकिंग रद्द
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैक्लोडगंज इन दिनों सूना दिख रहा है। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव का असर यहां के पर्यटन पर साफ नजर आ रहा है। मैक्लोडगंज की सड़कों पर वीकेंड पर आम तौर पर पर्यटकों और वाहनों की भीड़ रहती है, लेकिन शहर में सन्नाटा पसरा है। गलू टेंपल के पास स्थित एक गेस्ट हाउस में 50 लोगों की बुकिंग थी। तनाव के बाद सिर्फ 20 लोग ही पहुंचे, बाकी ने बुकिंग रद्द कर दी। बीच में वापस लौट रहे पर्यटक वहीं ऑक्सीडेंटल बुक शॉप के प्रबंधक प्रेम सागर के अनुसार कई पर्यटक अपनी छुट्टियां बीच में छोड़कर वापस लौट रहे हैं। कई राज्य सरकारों ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इससे वे अपने परिवार के साथ वापस जाने को मजबूर हैं। स्थानीय व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी चालक और दुकानदार परेशान हैं। अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उन्हें डर है कि अगर यह स्थिति लंबे समय तक रही तो स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने पर्यटकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। हालांकि माना जा रहा है कि जब तक भारत-पाक तनाव कम नहीं होता, पर्यटन धीमा रह सकता है।

कांगड़ा के मैक्लोडगंज में पर्यटकों की संख्या में भारी कमी: भारत-पाक तनाव के चलते सड़कें सूनी, होटल की बुकिंग रद्द
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पर्यटकों की भारी कमी का कारण
कांगड़ा का मैक्लोडगंज, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और तिब्बती संस्कृति के लिए जाना जाता है, अब पर्यटकों की भारी कमी का सामना कर रहा है। हालिया भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते स्थानीय प्रशासन और पर्यटन व्यापार से जुड़े लोग चिंतित हैं। तनावपूर्ण माहौल के कारण पर्यटकों ने अपनी यात्रा योजनाएँ रद्द कर दी हैं, जिससे होटल और अन्य पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा छा गया है।
स्थानीय होटल उद्योग पर प्रभाव
होटल मालिकों का कहना है कि बुकिंग में 50% तक की कमी आई है। इसके परिणामस्वरूप, कई होटल व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। पर्यटक न सिर्फ कांगड़ा बल्कि अन्य हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों से भी दूर जा रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय सरकार ने क्या उपाय किए हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
पर्यटन के विकल्प
मैकोल्डगंज एक लोकप्रिय स्थान था, और यहाँ मौजूद तिब्बती मठ और खरीदारी के बाजार पर्यटकों को आकर्षित करते थे। फिर भी, वर्तमान स्थिति में स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि पर्यटक सुरक्षित महसूस करें। शांति और सुरक्षा बनाए रखने के उपाय किए जाना आवश्यक है ताकि स्थिति सामान्य हो सके और पर्यटकों की संख्या बढ़े।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने भी इस बारे में चिंता जताई है कि यदि यह स्थिति जारी रहती है तो उनका अस्तित्व संकट में पड़ सकता है। कई दुकानदार और छोटे व्यवसायी पहले ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
निष्कर्ष
मैक्लोडगंज में पर्यटकों की कमी ने इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को संकट में डाल दिया है। स्थानीय प्रशासन और पर्यटन अधिकारियों को एक ठोस योजना बनानी होगी ताकि पर्यटकों का विश्वास प्राप्त किया जा सके और वे पुनः इस क्षेत्र की यात्रा करना शुरू करें।
आगे की जानकारी के लिए, हाल ही में हुए घटनाक्रमों और प्रेस विज्ञप्तियों पर नज़र रखने का सुझाव दिया जाता है। अपने ट्रिप की योजना बनाते समय स्थानीय सुरक्षा उपायों और पर्यटक मार्गदर्शकों के अपडेट्स का ध्यान रखना न भूलें।
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