महाकुंभ के 10 करोड़ श्रद्धालुओं को सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार:घाट-मंदिरों में अभेद सुरक्षा, 17 नई पुलिस चौकी बनाई; 28 थानों में राउंड-द-क्लॉक चेकिंग-मूवमेंट
प्रयागराज में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की भीड़ आज काशी में दस्तक देगी। 13 जनवरी से 28 फरवरी तक काशी आने वाले 10 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने 17 अस्थाई पुलिस चौकी बनाई है। घाट और मंदिरों में अभेद सुरक्षा घेरा बनाया गया है, जिले की सीमा से लेकर 28 थानों में राउंड द क्लॉक चेकिंग होगी। मिर्जामुराद से लेकर शहर बड़ागांव समेत तमाम इलाकों में श्रद्धालुओं के लिए बनाए शिविरों की सुरक्षा पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल को सौंपी गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। वाराणसी रेज और जोन के आसपास के जनपदों से सुरक्षाबलों की तैनाती की गई हैं। मैनपॉवर ऑडिट के दौरान 19 स्वतंत्र शाखाओं के कार्यों में एक जैसे काम पर उन्हें भंग करके 4 प्रकोष्ठ में समाहित कर दिया। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने रविवार की रात महाकुंभ को लेकर थाना पुलिस, ट्रैफिक पुलिस समेत सभी विंग के साथ सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार किया। काशी, वरुणा और गोमती जोन में पलट प्रवाह के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं पर गहन मंथन किया। जिले की सीमाओं पर सतर्कता और सुरक्षा बरतने का निर्देश दिया। बार्डर एरिया और शहर के अंदर सुरक्षा की गाइडलाइन दी। सबसे पहले महाकुंभ की तैयारियों और सुरक्षा, यातायात, डायवर्जन पर चर्चा की। इसके बाद अपराध, कानून-व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही, आगामी त्यौहारों, रात्रि गश्त, टॉप-10 चिन्हीकरण, ऑपरेशन चक्रव्यूह, निरोधात्मक कार्यवाही, लाउडस्पीकर उतरवाना, आपरेशन त्रिनेत्र के तहत सीसीटीवी कैमरा लगाने, तीनों नये कानूनों का क्रियान्वयन व लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा की।

महाकुंभ के 10 करोड़ श्रद्धालुओं को सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार
महाकुंभ एक ऐसा विशेष अवसर है, जब लाखों श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने के लिए एकत्रित होते हैं। इस वर्ष महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं के सुरक्षित आवागमन और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गई हैं। News by indiatwoday.com के अनुसार, स्थानीय प्रशासन ने विभिन्न घाटों और मंदिरों में अभेद सुरक्षा के लिए एक ठोस ब्लूप्रिंट तैयार किया है।
घाट और मंदिरों में अभेद सुरक्षा
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई स्तरीय सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जा रहे हैं। हर घाट और मंदिर में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारु और सुरक्षित बनाई जा सके। इस दिशा में स्थानीय प्रशासन ने 17 नई पुलिस चौकियों का निर्माण किया है, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
24/7 चेकिंग और मूवमेंट
इसके अतिरिक्त, पूरे क्षेत्र में 28 थानों में राउंड-द-क्लॉक चेकिंग और मूवमेंट की व्यवस्था की गई है। यह सुनिश्चित करेगा कि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। स्थानीय पुलिस बल के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी इस आयोजन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
समुदाय के साथ सहयोग
स्थानीय समुदाय और मंदिर ट्रस्ट भी सुरक्षा प्रयासों में शामिल होंगे। इसके लिए जनता से सहयोग की अपील की गई है, ताकि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट कर सकें। इस तरह का सामूहिक प्रयास महाकुंभ के सफल और सुरक्षित आयोजन के लिए आवश्यक है।
निष्कर्ष
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। तैयार किए गए सुरक्षा ब्लूप्रिंट के माध्यम से, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर श्रद्धालु को सुरक्षित और सुकून से अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने का अवसर मिले। Keywords: महाकुंभ सुरक्षा, चौराहों में सुरक्षा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा महाकुंभ, पुलिस चौकियां महाकुंभ, सुरक्षा प्रोटोकॉल महाकुंभ, धार्मिक अनुष्ठान सुरक्षा, 24/7 चेकिंग महाकुंभ, घाटों में सुरक्षा व्यवस्था, मंदिरों में सुरक्षा।
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