मां की डांट से नाराज किशोरी ने लगाई फांसी:बहनों के बीच में हुआ था विवाद, जंगल में जाकर किशोरी ने की आत्महत्या
अलीगढ़ के छर्रा थाना क्षेत्र के गांव बाहशाह नगला में मां की डांट से नाराज एक किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब परिवार के लोगों को मामले की जानकारी मिली तो सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के साथ फारेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिवार के लोगों ने बताया घर में बच्चों का आपस में विवाद हो गया था। इस पर किशोरी की मां ने उसे डांटा था। जिसके बाद किशोरी ने ऐसा कदम उठा लिया। जंगल में जाकर की आत्महत्या बाहशाह नगला निवासी बाबू खान ने बताया कि उसकी 17 वर्षीय सीमा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सोमवार को घर में खेलने के दौरान ही उसका अपनी बहनों से विवाद हुआ था। जिस पर सीमा की मां ने दोनों को डांटा था और फटकारकर चुपचाप कमरे में भेज दिया था। इसके बाद सीमा गुमसुम सी थी और किसी से बात नहीं कर रही थी। वह चुपचाप घर से निकल गई और गांव से थोड़ी दूरी पर जंगल में जाकर फांसी लगा दी। जब सीमा काफी देर तक नहीं लौटी को परिवार के लोगों ने उसकी खोजबीन शुरू की। काफी देर बाद गांव के बाद सीमा का शव पेड़ से लटका मिला। जंगल में शव मिलने से मची सनसनी सीमा ने घर से दूर जाकर जंगल में फांसी लगाई थी। वहीं देर रात तक जब सीमा घर नहीं लौटी तो परिवार के लोग उसकी खोजबीन कर रहे थे। जिसके बाद गांव के कुछ लोगों ने जंगल में फांसी की बात बताई। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। छर्रा थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि किशोरी का शव गांव के बाहर जंगल में फंदे से लटका मिला। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जिससे मौत के कारण स्पष्ट हो सके। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। अगर कोई तहरीर मिलेगी तो मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मां की डांट से नाराज किशोरी ने लगाई फांसी
किशोरी की आत्महत्या का दुखद कारण
हाल ही में एक दुःखद घटना सामने आई है जहां एक किशोरी ने अपनी मां की डांट से नाराज होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना पूरे समुदाय में सदमे की लहर दौड़ गई है। किशोरी ने अपने विवाद के बाद जंगल में जाकर फांसी लगाई। यह घटना न केवल उसकी मां के लिए, बल्कि उसके परिवार और पूरे गांव के लिए भी गहरी चिंता का विषय बन गई है।
क्यों हुआ विवाद?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, किशोरी अपने बहनों के साथ किसी बात को लेकर विवाद में थी। इस विवाद ने अंत में इतनी गहरी चोट पहुँचाई कि किशोरी ने आत्महत्या का कदम उठाने का निर्णय लिया। यह घटना यह दर्शाती है कि किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
समाज में मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता
इस तरह के मामले यह स्पष्ट करते हैं कि किशोरों की मानसिक स्वास्थ्य और तनाव से संबंधित मुद्दों पर चर्चा बढ़ानी होगी। परिवारों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के साथ अधिक संवाद करें और उनकी भावनात्मक जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहें।
किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता?
ऐसे कई मामले हैं जहां किशोर मानसिक दबाव, परिवार के साथ विवाद और सामाजिक चिंता का अनुभव करते हैं। इसलिए, स्कूलों और समुदायों में उचित मानसिक स्वास्थ्य सहायता की उपलब्धता महत्वपूर्ण है।
समाज का प्रतिक्रिया
इस घटना ने समाज के लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। उन्हें चाहिए कि वे ऐसे मामलों में जल्दी संज्ञान लें और उचित कदम उठाएं ताकि किसी अन्य किशोरी को ऐसी दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके लिए सार्वजनिक जागरूकता अभियानों की आवश्यकता है।
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