मां बृजेश्वरी मंदिर में शुरू हुआ घृत मंडल पर्व:21 क्विंटल शुद्ध मक्खन से सजाई गई मां की पिंडी, कांगड़ा में 7 दिन चलेगा महोत्सव
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां बृजेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में मकर संक्रांति के अवसर पर घृत मंडल पर्व का आगाज हो गया है। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा दान किए गए 29 क्विंटल देसी घी को 101 बार शुद्ध जल से धोकर तैयार किए गए 21 क्विंटल विशुद्ध मक्खन से मां की पिंडी को सजाया गया है। जिला उपायुक्त हेमराज बेरबा ने दीप प्रज्ज्वलित कर पहली सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक संजय सांवरिया और लखविंदर सिंह लक्खा ने अपनी भक्तिमय प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंदिर की पौराणिक मान्यता के अनुसार, माता बज्रेश्वरी को राक्षस जालंधर के साथ युद्ध में आई चोटों के उपचार के लिए मक्खन का लेप किया गया था। तभी से यह परंपरा निरंतर चली आ रही है। एक सप्ताह बाद इस मक्खन को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा, जिसे नेत्र ज्योति, त्वचा रोग और जोड़ों के दर्द में लाभकारी माना जाता है। मंदिर अधिकारी नीलम मनकोटिया ने बताया कि 15 जनवरी को नगर पालिका मैदान में विशेष भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रख्यात भजन गायक हंसराज रघुवंशी अपनी प्रस्तुति देंगे। मंगलवार रात से शुरू हुआ घृत मंडल सजाने का कार्य बुधवार तड़के चार बजे पूरा हुआ। इस अवसर पर एसडीएम इशान्त जैसवाल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। विशेष बात यह है कि इस बार पहली बार मंदिर प्रशासन दो भजन संध्याओं का आयोजन कर रहा है, साथ ही नगरकोट पर्व के दौरान 10 दिनों तक विशेष आयोजन किए जाएंगे।

मां बृजेश्वरी मंदिर में शुरू हुआ घृत मंडल पर्व
कांगड़ा जिले में स्थित मां बृजेश्वरी मंदिर में एक विशेष महोत्सव का आगाज़ हुआ है, जिसे घृत मंडल पर्व कहा जाता है। यह पर्व धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो 21 क्विंटल शुद्ध मक्खन के साथ मां की पिंडी को सजाने के लिए खासतौर पर मनाया जा रहा है। इस पर्व की अनोखी विशेषता है कि यह 7 दिनों तक जारी रहेगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
घृत मंडल पर्व का महत्व
घृत मंडल पर्व भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे मां बृजेश्वरी के प्रति श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। जब devotees इस पर्व में शामिल होते हैं, तो वे अपने मनोबल और आस्था को और मजबूत करते हैं। इस साल, भक्तों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है और मां बृजेश्वरी के प्रति लोग अपनी भक्ति का प्रदर्शन करेंगे।
मंदिर की सजावट और विशेष क्रियाकलाप
21 क्विंटल शुद्ध मक्खन से मां की पिंडी को सजाया गया है, जो इस महोत्सव की खासियत है। यह भक्तों के लिए एक अद्भुत दृश्य है, जो न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि कांगड़ा की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है। महोत्सव के दौरान, विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे और भक्तों के लिए भव्य प्रसाद का आयोजन होगा।
भक्तों की भागीदारी
मां बृजेश्वरी मंदिर में इस महोत्सव में शामिल होने के लिए भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कांगड़ा और आसपास के क्षेत्रों के लोग इस पर्व का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं। भक्तों की समर्पण भावना और उत्साह देखने लायक है।
इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं, जिसमें सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन शामिल है।
समापन दर्शन
मां बृजेश्वरी मंदिर में घृत मंडल पर्व का महत्व और इसकी भव्यता निश्चित रूप से भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगी। इस पर्व का आनंद लेने के लिए सभी धर्मानुयायियों को आमंत्रित किया गया है। इस महोत्सव के दौरान भक्तों का उत्साह और आस्था निश्चित रूप से इस पर्व को और भी खास बनाने में मदद करेगी।
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