मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अभिनव पहल, वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने किये ये कार्य

देहरादून। गांवों का कायाकल्प होने से विकसित प्रदेश और विकसित राष्ट्र का सपना साकार किया जा सकता है। उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सुदूरवर्ती गांवों के चतुर्दिक विकास का बीड़ा उठाया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपनी प्रथम नियुक्ति स्थल […]

Jun 26, 2025 - 00:27
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अभिनव पहल, वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने किये ये कार्य
देहरादून। गांवों का कायाकल्प होने से विकसित प्रदेश और विकसित राष्ट्र का सपना साकार किया जा सकता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अभिनव पहल, वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने किये ये कार्य

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Written by: Priya Sharma, Kavita Verma, Meera Joshi

देहरादून। गांवों का कायाकल्प होने से विकसित प्रदेश और विकसित राष्ट्र का सपना साकार किया जा सकता है। उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सुदूरवर्ती गांवों के चतुर्दिक विकास का बीड़ा उठाया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपनी प्रथम नियुक्ति स्थल को गोद लेने का जिम्मा सौंपा गया है। इस लक्ष्य के तहत अधिकारियों ने गोद लिए गांवों के विकास पर कार्य करना शुरू कर दिया है।

गांवों का विकास एक नई पहल

मुख्यमंत्री धामी की यह अभिनव पहल राज्य के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। योजना के अंतर्गत, वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने उन गांवों को चुनने की प्रक्रिया प्रारंभ की है, जिनकी स्थिति बेहतर करने का कार्य वे अपने अनुभव और संसाधनों से कर सकेंगे। कई अधिकारियों ने गांवों में रात्रि प्रवास किया है जिससे उन्हें ग्रामीणों के जनजीवन और उनकी समस्याओं का सही ज्ञान हो सके।

अधिकारियों के साथ सहयोग की प्रक्रिया

मुख्यमंत्री धामी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के ₹8700 या इससे अधिक ग्रेड-पे वाले अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे अपने पहले नियुक्ति क्षेत्र को गोद ले। इस योजना के तहत राज्य के 40 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों का चयन किया है। इसकी आधिकारिक पुष्टि 20 मई 2025 को मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन द्वारा की गई थी। सभी अधिकारियों को उनके द्वारा गोद लिए गए क्षेत्रों से अपेक्षित बदलाव और विकास दर पर टिप्पणी भी करनी होगी।

समाज एवं अर्थव्यवस्था में सुधार की योजनाएँ

जो अधिकारी अपने गोद लिए क्षेत्रों में विकास की कार्ययोजना बना रहे हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि धन की सही उपयोगिता हो। इसके लिए जिला योजना, राज्य सेक्टर और वित्त आयोग से मिलने वाली धनराशि को प्रभावी तरीके से उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है। यह कार्य सही दिशा में होने पर ग्रामीणों के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

आगामी योजनाएँ और अपेक्षाएँ

मुख्यमंत्री धामी की अपेक्षा के अनुसार वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने इस दिशा में कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। गांवों के विकास को योजनाबद्ध तरीके से चलाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इससे ग्रामीणों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाने की उम्मीद जताई जा रही है।

समापन

इस प्रकार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल उत्तराखण्ड को विकास के नए आयामों की ओर ले जाने वाली साबित हो सकती है। अधिकारियों की सक्रियता और ग्रामीण विकास की योजनाएँ संपूर्ण राज्य के लिए एक नए उजाले की किरण बन सकती हैं। इस परियोजना से न केवल सुदूरवर्ती गांवों का विकास होगा, बल्कि इसके माध्यम से समग्र राष्ट्र का विकास भी संभव है।

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