मुजफ्फरनगर की फिजा में जहरीला धुआं:आज AQI 239, धुआं फेंकती फैक्ट्रियों का वीडियो आया सामने

दिल्ली एनसीआर के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित मुजफ्फरनगर की हवा की गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। बुधवार सुबह जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 239 पर पहुंच गया, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई अपशिष्ट टायर रीसाइक्लिंग प्लांट और पेपर मिलें भारी मात्रा में काला धुआं छोड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। ये फैक्टरियां मानकों के विपरीत चल रही हैं, जिससे मुज़फ़्फ़रनगर की हवा में ज़हरीला धुआं घुल रहा है। स्थानीय लोगों ने इस स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र में चल रही इन फैक्टरियों का सख्त निरीक्षण और नियंत्रण आवश्यक है। कई स्थानीय निवासी सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि इन फैक्ट्रियों द्वारा उत्सर्जित काला धुआं वायु में मौजूद विषैले कणों की मात्रा बढ़ा रहा है, जो सीधे तौर पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में स्थिति और भी भयावह हो सकती है। प्रशासन का क्या कहना है? जिला प्रशासन ने हाल ही में इन उद्योगों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि सभी उद्योग मानकों का पालन करें और प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय अपनाएं। स्थानीय निवासी इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनके स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों की रक्षा हो सके। कुछ दिन पहले डीएम उमेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर काला धुआं फेंक रहे जौली रोड पर स्थित रोडी मिक्सर प्लांट समेत कई अन्य फैक्ट्रीज सील की गई थी, लेकिन इस कार्रवाई से कोई भी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि फैक्ट्री की चिमनियां किस कदर काला धुआं फेंक रही है।

Nov 27, 2024 - 09:30
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मुजफ्फरनगर की फिजा में जहरीला धुआं:आज AQI 239, धुआं फेंकती फैक्ट्रियों का वीडियो आया सामने
दिल्ली एनसीआर के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित मुजफ्फरनगर की हवा की गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। बुधवार सुबह जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 239 पर पहुंच गया, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई अपशिष्ट टायर रीसाइक्लिंग प्लांट और पेपर मिलें भारी मात्रा में काला धुआं छोड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। ये फैक्टरियां मानकों के विपरीत चल रही हैं, जिससे मुज़फ़्फ़रनगर की हवा में ज़हरीला धुआं घुल रहा है। स्थानीय लोगों ने इस स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र में चल रही इन फैक्टरियों का सख्त निरीक्षण और नियंत्रण आवश्यक है। कई स्थानीय निवासी सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि इन फैक्ट्रियों द्वारा उत्सर्जित काला धुआं वायु में मौजूद विषैले कणों की मात्रा बढ़ा रहा है, जो सीधे तौर पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में स्थिति और भी भयावह हो सकती है। प्रशासन का क्या कहना है? जिला प्रशासन ने हाल ही में इन उद्योगों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि सभी उद्योग मानकों का पालन करें और प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय अपनाएं। स्थानीय निवासी इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनके स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों की रक्षा हो सके। कुछ दिन पहले डीएम उमेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर काला धुआं फेंक रहे जौली रोड पर स्थित रोडी मिक्सर प्लांट समेत कई अन्य फैक्ट्रीज सील की गई थी, लेकिन इस कार्रवाई से कोई भी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि फैक्ट्री की चिमनियां किस कदर काला धुआं फेंक रही है।

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