रिवर्स पलायन के प्रेरणास्रोत बने बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी : मुख्यमंत्री धामी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) बिमला गुंज्याल और पूर्व कर्नल यशपाल सिंह नेगी को ग्राम प्रधान निर्विरोध चुने जाने पर बधाई दी है। उन्होंने इसे उत्तराखंड में रिवर्स पलायन का एक प्रेरणादायक और सराहनीय उदाहरण बताया है। बिमला गुंज्याल को सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की गुंजी ग्राम पंचायत और कर्नल यशपाल …

Jul 8, 2025 - 18:27
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रिवर्स पलायन के प्रेरणास्रोत बने बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी : मुख्यमंत्री धामी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) बिमला गुंज्याल और पूर्

रिवर्स पलायन के प्रेरणास्रोत बने बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी : मुख्यमंत्री धामी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) बिमला गुंज्याल और पूर्व कर्नल यशपाल सिंह नेगी को ग्राम प्रधान निर्विरोध चुने जाने पर बधाई दी है। उन्होंने इसे उत्तराखंड में रिवर्स पलायन का एक प्रेरणादायक और सराहनीय उदाहरण बताया है।

बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी का संक्षिप्त परिचय

बिमला गुंज्याल को सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की गुंजी ग्राम पंचायत और कर्नल यशपाल सिंह नेगी को जनपद पौड़ी के बिरगण ग्राम पंचायत का प्रधान निर्विरोध चुना गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों का पंचायत व्यवस्था में सक्रिय भागीदारी करना न केवल लोकतंत्र को मजबूती देता है, बल्कि उनके अनुभव से गांवों को नई दिशा भी मिलती है।

रिवर्स पलायन का महत्व

मुख्यमंत्री धामी ने विश्वास जताया कि गुंजी और बिरगण आने वाले समय में मॉडल ग्राम पंचायतों के रूप में विकसित होंगे और अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बनेंगे। उत्तराखंड में रिवर्स पलायन की प्रवृत्ति का मतलब है कि युवा और अनुभवी लोग वापस गांवों में लौट रहे हैं, जो ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला रहा है। यह कदम न केवल ग्रामीण जीवन को मजबूत करेगा, बल्कि स्थानीय संसाधनों के विकास में भी मदद करेगा।

सरकार के प्रयास और लक्ष्यों पर जोर

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ग्रामीण आजीविका, कृषि, बागवानी और स्वरोजगार के माध्यम से गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। उनका मानना है कि यही प्रयास रिवर्स पलायन की परंपरा को मजबूती देंगे और उत्तराखंड के गांवों को फिर से जीवंत बनाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ऐसे हर प्रयास को प्रोत्साहित करने और पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।

बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी का योगदान

बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी के ज़रिए ग्रामीण क्षेत्रों में संजीवनी का संचार हो रहा है। उनके द्वारा उठाए गए कदम अन्य विभिन्न गांवों में भी रिवर्स पलायन को बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में हमेशा समाज के उत्थान की दिशा में कार्य किया है, और उनके अनुभव से प्रभावित होकर अन्य लोग भी सक्रिय भूमिकाएँ निभा सकते हैं।

उपसंहार

कुल मिलाकर, बिमला गुंज्याल और यशपाल नेगी का भागीदारी लोकतंत्र की और एक सकारात्मक कदम है, जिससे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों को बहाल किया जा सकता है। जब सेवानिवृत्त अधिकारी ग्राम पंचायतों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं, तो इससे स्थानीय नेतृत्व को एक नई दिशा मिलती है। मुख्यमंत्री धामी का यह बयान न सिर्फ उनके परिश्रम को सरहता है, बल्कि एक नया संदेश भी देता है कि समाज का हर व्यक्ति उम्र और पेशेवर स्थिति के बावजूद बदलाव में योगदान कर सकता है।

देखने वाली बात यह होगी कि क्या गुंजी और बिरगण के विकास के इन प्रयासों से उत्तराखंड के अन्य गांवों में भी रिवर्स पलायन की प्रवृत्ति को प्रेरित किया जाता है। इस दिशा में सरकार और स्थानीय नेताओं की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी।

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