वाराणसी में दिखी कोलम्बिया-श्रीलंका के कलाकारों की संस्कृति:भारतीय कलाकारों ने नृत्य कर बताया गंगा का महत्व, हर-हर महादेव के जयकार से गूंज उठा रूद्राक्ष सेंटर

वाराणसी के रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ। यूपी के मंत्री अनिल राजभर ने दीप प्रज्जवलन किया और कार्यक्रम की शुरूआत में मंगलाचरण किया गया। कोलंबियन बैंड ने ऐसा समा बांधा कि हर कोई उसमें खोकर रह गया। बताते चलें कि इस आयोजन के माध्यम से सांस्कृतिक कला को स्थान देने के साथ तमाम देशों की कलाओं का परिचय कराया जा रहा है। वाराणसी कलाकरों ने संग विदेशी कलाकारों का हुआ समागम वाराणसी में आयोजित यह कार्यक्रम संस्कृति विभाग,उत्तर प्रदेश एवं भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया हैं। जिसमें श्री लंका, स्लोवाकिया, इराक, कोलंबिया के कलाकारों द्वारा अपने अपने देश की सांस्कृतिक नृत्यों को प्रस्तुतियों की गई। मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक,कला, नृत्य का आदान-प्रदान हो रहा हैं। बहुत ही अद्भुत कार्यक्रम हो रहा इससे देश के संबंध भी मधुर होंगे और कलाकारों को कुछ सीखने और जानने को मिलेगा। कुंभ पर आधारित नृत्य की हुई प्रस्तुति कार्यक्रम की शुरुआत वाराणसी के स्थानीय कलाकारों ने किया जिसमें पाणिनि महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा मंगलाचरण एवं सोनी चौरसिया एवं शिवानी मिश्रा के दलों द्वारा कुंभ पर आधारित नृत्य नाटिक किया गया। श्रीलंका के समूह ने चार रूप प्रस्तुत किए। जिसमें पहला रूप था नागा रक्षा। दूसरा था श्रीलंका का लोक नृत्य,तीसरा थिल्म नृत्य था और अंतिम ड्रम पहनावा था। श्रीलंका और कोलम्बियाई कलाकरों की हुई प्रस्तुति कोलेटिवो कोलम्बिया नामक कोलम्बिया के समूह ने कोलंबिया की संगीत विरासत की विशाल विविधता और समृद्धि को प्रदर्शित करते हुए, सार्वभौमिक ध्वनियों के साथ कोलम्बियाई संगीत के सुंदर विलय का अनुमान लगाया। कोलेटिवो का नेतृत्व उस्ताद एंटोनियो अर्नेडो ने किया था, जो एक प्रसिद्ध कोलंबियाई सैक्सोफोनिस्ट और व्यापक करियर वाले संगीतकार थे, जो कोलंबियाई लोक संगीत को जैज़ के साथ मिश्रित करने के लिए प्रसिद्ध थे। कार्यक्रम में मंच से संचालन ललिता शर्मा ने किया।‌

Nov 29, 2024 - 02:30
 0  10.7k
वाराणसी में दिखी कोलम्बिया-श्रीलंका के कलाकारों की संस्कृति:भारतीय कलाकारों ने नृत्य कर बताया गंगा का महत्व, हर-हर महादेव के जयकार से गूंज उठा रूद्राक्ष सेंटर
वाराणसी के रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ। यूपी के मंत्री अनिल राजभर ने दीप प्रज्जवलन किया और कार्यक्रम की शुरूआत में मंगलाचरण किया गया। कोलंबियन बैंड ने ऐसा समा बांधा कि हर कोई उसमें खोकर रह गया। बताते चलें कि इस आयोजन के माध्यम से सांस्कृतिक कला को स्थान देने के साथ तमाम देशों की कलाओं का परिचय कराया जा रहा है। वाराणसी कलाकरों ने संग विदेशी कलाकारों का हुआ समागम वाराणसी में आयोजित यह कार्यक्रम संस्कृति विभाग,उत्तर प्रदेश एवं भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया हैं। जिसमें श्री लंका, स्लोवाकिया, इराक, कोलंबिया के कलाकारों द्वारा अपने अपने देश की सांस्कृतिक नृत्यों को प्रस्तुतियों की गई। मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक,कला, नृत्य का आदान-प्रदान हो रहा हैं। बहुत ही अद्भुत कार्यक्रम हो रहा इससे देश के संबंध भी मधुर होंगे और कलाकारों को कुछ सीखने और जानने को मिलेगा। कुंभ पर आधारित नृत्य की हुई प्रस्तुति कार्यक्रम की शुरुआत वाराणसी के स्थानीय कलाकारों ने किया जिसमें पाणिनि महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा मंगलाचरण एवं सोनी चौरसिया एवं शिवानी मिश्रा के दलों द्वारा कुंभ पर आधारित नृत्य नाटिक किया गया। श्रीलंका के समूह ने चार रूप प्रस्तुत किए। जिसमें पहला रूप था नागा रक्षा। दूसरा था श्रीलंका का लोक नृत्य,तीसरा थिल्म नृत्य था और अंतिम ड्रम पहनावा था। श्रीलंका और कोलम्बियाई कलाकरों की हुई प्रस्तुति कोलेटिवो कोलम्बिया नामक कोलम्बिया के समूह ने कोलंबिया की संगीत विरासत की विशाल विविधता और समृद्धि को प्रदर्शित करते हुए, सार्वभौमिक ध्वनियों के साथ कोलम्बियाई संगीत के सुंदर विलय का अनुमान लगाया। कोलेटिवो का नेतृत्व उस्ताद एंटोनियो अर्नेडो ने किया था, जो एक प्रसिद्ध कोलंबियाई सैक्सोफोनिस्ट और व्यापक करियर वाले संगीतकार थे, जो कोलंबियाई लोक संगीत को जैज़ के साथ मिश्रित करने के लिए प्रसिद्ध थे। कार्यक्रम में मंच से संचालन ललिता शर्मा ने किया।‌

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow