संभल में कर्फ्यू जैसे हालात, घरों में लटके ताले:साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर निकला मलबा; भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट

संभल की उस गली में पहुंचा भास्कर रिपोर्टर, जहां रविवार को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी। गलियों में बने घरों पर ताले लटके हैं। पूरे इलाके में सन्नाटा फैला हुआ है। लोग अपने मकानों को छोड़कर चले गए। पुलिस रविवार रात से ही इन इलाकों में गश्त कर रही है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। सोमवार सुबह डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी ने अफसरों के साथ जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों का जायजा लिया। डीआईजी ने कहा- दो महिलाओं सहित करीब 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लोगों से शांति व्यवस्था की अपील की जा रही है। संभल में बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बंद के साथ 12वीं तक के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए। 1 दिसंबर तक संभल में बाहरी लोगों का प्रवेश पर पूरी तरह से बंद है। रविवार को संभल की शाही जामा मस्जिद में दूसरे चरण का सर्वे चल रहा था। इसी दौरान भीड़ इकट्ठा होने लगी। पुलिस ने भीड़ को पीछे हटने के लिए कहा। एसपी कृष्ण बिश्नोई ने भीड़ को समझाने के लिए उनके बीच पहुंचे तो पीछे से पत्थर आने शुरू हो गए, पत्थर आता देख एसपी सहित पूरी पुलिस ने उन्हें खदेड़ना शुरू किया। छतों से लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दी और आंसू गैस के गोले दागे। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। पुलिस के अनुसार इसी बीच छतों से फायरिंग शुरू हो गई। हिंसा तेज हो गई। पुलिस ने लोगों से शांति बनाने की अपील की। इसी बीच हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। एसपी समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को काबू करने लिए मोहल्ला कोट गर्वी के अंदर तक गली-गली में घुसकर खदेड़ा। सुबह साढ़े 8 बजे से शुरू हुई हिंसा करीब पांच घंटों तक चली। साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर निकला गया मलबा जामा मस्जिद के पास सड़क पर बिखरे ईंट-पत्थर उठा रहे नगर पालिका कर्मचारी प्रमोद ने बताया- करीब 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर ईंट-पत्थर उठाए गए हैं। इन्हें हमने शहर से दूर ले जाकर फेंका है। एक ट्रैक्टर में करीब 1500 ईंटें आती हैं। इस प्रकार ये मलबा साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर है। जामा मस्जिद की दीवार पर भी बड़ी संख्या में छोटे-छोटे पत्थर पड़े हुए थे। सड़कों पर कई जगह ऐसे निशान थे, जिन्हें देखकर लग रहा था कि वहां ईंटों को फोड़-फोड़कर छोटे-छोटे पत्थर बनाए गए हैं। जामा मस्जिद के पास कई जगह ऐसी थीं, जहां सामान्य तौर पर हर वक्त ईंट-पत्थर पड़े रहते हैं। दो घर खंडहर जैसी स्थिति में पड़े थे। तीन तस्वीरों में देखें गलियों में बने मकानों पर लटक रहा ताला... सोमवार सुबह से ही संभल का बाजार पूरी तरह से बंद है। पुलिस की कार्रवाई के डर से यहां रहने वाले लोगों के घरों के बाहर ताला लटक रहा है। दैनिक भास्कर रिपोर्टर सनी गुप्ता ने ग्राउंड रिपोर्ट की। यहां गलियों में बने घरों के बाहर पत्थर पड़े दिखाई दिए। वहीं एक घर के बाहर लगा बिजली का मीटर भी टूटा हुआ मिला है। भास्कर रिपोर्टर ने वहां से गुजर रहे एक युवक वसीम से बात जो वहां गलियों में साइकिल से घूम-घूम कर पापे-बिस्कुट बेचता है। वसीम ने बताया की कोट गर्वी में 30 प्रतिशत लोग मकान में बंद हैं। बल्कि 70 प्रतिशत लोग मकान से जा चुके हैं। वसीम ने बताया कि आज कोई खास बिक्री भी नहीं हुई है। मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। कोई बड़ा, बूढ़ा, बच्चा नहीं दिखाई दे रहा है। बता दें की रविवार को भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई है। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी है। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। हिंसा के आरोप में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। 400 से ज्यादा लोगों पर FIR की गई है। SP ने आंखों देखा हाल बताते हुए कहा- मैं, डीएम और डीआईजी जब नखासा क्षेत्र के दौरे पर थे, तब एक महिला ने तमंचे से फायर किया। इसी बीच कुछ महिलाओं ने पत्थर चलाए। मौके से ही दो महिलाओं को पकड़ा गया है। सभी मृतकों को देर रात ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया। हिंसा के बाद 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद और सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, 'आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाया जाएगा'। संभल हिंसा पर कई राजनेताओं ने भी टिप्पणियां की... सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा:- जानबूझकर सुबह सर्वे की टीम भेजी गई। चुनाव में धांधली पर चर्चा न हो, इसलिए टीम भेजी गई। संभल में माहौल बिगाड़ने की साजिश है। जानबूझकर हिंसा कराई गई। दूसरे पक्ष की कोई सुनने वाला नहीं। सुबह-सुबह सर्वे टीम को क्यों भेजा गया? जनता का ध्यान भटकाने के लिए हिंसा कराई गई। बवाल पर रजवी बरेलवी बोले जामा मस्जिद हमारी:- बवाल के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, जामा मस्जिद हमारी है। इसकी मीनारें, दीवारें और गुंबद इस बात का सबूत हैं कि यह एक तारीखी मस्जिद है। वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा- यूपी उपचुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी के नेता बौखला गए हैं। ये उनकी खुन्नस है। बर्क बोले- हंसाए तो बगावत है, रुलाएं तो बगावत है:- जुमे के दिन जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने मीडिया से बात की। कहा- कसूरे गम से दो आंसू बहाएं तो आफत है, और सितम सारे जमाने के भूल जाएं तो बगावत है। समझ नहीं आता, छेड़ें तो दास्तां कैसे, हंसाएं तो बगावत है, रुलाएं तो बगावत है। कहा- शरारती तत्व यहां माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं शुक्रवार को सांसद बर्क ने कहा था- मुझे मालूम पड़ा है कि पुलिस प्रशासन ने यहां बहुत तैयारी कर रखी है। पता नहीं यहां इतनी पुलिस फोर्स क्यों लगा रखी है? यहां कोई जंग तो होने नहीं जा रही, नमाज ही हो रही है। हम लोग बहुत सुकून से रहते हैं। लेकिन शरारती कुछ लोग यहां का म

Nov 25, 2024 - 11:50
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संभल में कर्फ्यू जैसे हालात, घरों में लटके ताले:साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर निकला मलबा; भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट
संभल की उस गली में पहुंचा भास्कर रिपोर्टर, जहां रविवार को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी। गलियों में बने घरों पर ताले लटके हैं। पूरे इलाके में सन्नाटा फैला हुआ है। लोग अपने मकानों को छोड़कर चले गए। पुलिस रविवार रात से ही इन इलाकों में गश्त कर रही है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। सोमवार सुबह डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी ने अफसरों के साथ जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों का जायजा लिया। डीआईजी ने कहा- दो महिलाओं सहित करीब 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लोगों से शांति व्यवस्था की अपील की जा रही है। संभल में बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बंद के साथ 12वीं तक के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए। 1 दिसंबर तक संभल में बाहरी लोगों का प्रवेश पर पूरी तरह से बंद है। रविवार को संभल की शाही जामा मस्जिद में दूसरे चरण का सर्वे चल रहा था। इसी दौरान भीड़ इकट्ठा होने लगी। पुलिस ने भीड़ को पीछे हटने के लिए कहा। एसपी कृष्ण बिश्नोई ने भीड़ को समझाने के लिए उनके बीच पहुंचे तो पीछे से पत्थर आने शुरू हो गए, पत्थर आता देख एसपी सहित पूरी पुलिस ने उन्हें खदेड़ना शुरू किया। छतों से लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दी और आंसू गैस के गोले दागे। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। पुलिस के अनुसार इसी बीच छतों से फायरिंग शुरू हो गई। हिंसा तेज हो गई। पुलिस ने लोगों से शांति बनाने की अपील की। इसी बीच हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। एसपी समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को काबू करने लिए मोहल्ला कोट गर्वी के अंदर तक गली-गली में घुसकर खदेड़ा। सुबह साढ़े 8 बजे से शुरू हुई हिंसा करीब पांच घंटों तक चली। साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर निकला गया मलबा जामा मस्जिद के पास सड़क पर बिखरे ईंट-पत्थर उठा रहे नगर पालिका कर्मचारी प्रमोद ने बताया- करीब 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर ईंट-पत्थर उठाए गए हैं। इन्हें हमने शहर से दूर ले जाकर फेंका है। एक ट्रैक्टर में करीब 1500 ईंटें आती हैं। इस प्रकार ये मलबा साढ़े 7 हजार ईंटों के बराबर है। जामा मस्जिद की दीवार पर भी बड़ी संख्या में छोटे-छोटे पत्थर पड़े हुए थे। सड़कों पर कई जगह ऐसे निशान थे, जिन्हें देखकर लग रहा था कि वहां ईंटों को फोड़-फोड़कर छोटे-छोटे पत्थर बनाए गए हैं। जामा मस्जिद के पास कई जगह ऐसी थीं, जहां सामान्य तौर पर हर वक्त ईंट-पत्थर पड़े रहते हैं। दो घर खंडहर जैसी स्थिति में पड़े थे। तीन तस्वीरों में देखें गलियों में बने मकानों पर लटक रहा ताला... सोमवार सुबह से ही संभल का बाजार पूरी तरह से बंद है। पुलिस की कार्रवाई के डर से यहां रहने वाले लोगों के घरों के बाहर ताला लटक रहा है। दैनिक भास्कर रिपोर्टर सनी गुप्ता ने ग्राउंड रिपोर्ट की। यहां गलियों में बने घरों के बाहर पत्थर पड़े दिखाई दिए। वहीं एक घर के बाहर लगा बिजली का मीटर भी टूटा हुआ मिला है। भास्कर रिपोर्टर ने वहां से गुजर रहे एक युवक वसीम से बात जो वहां गलियों में साइकिल से घूम-घूम कर पापे-बिस्कुट बेचता है। वसीम ने बताया की कोट गर्वी में 30 प्रतिशत लोग मकान में बंद हैं। बल्कि 70 प्रतिशत लोग मकान से जा चुके हैं। वसीम ने बताया कि आज कोई खास बिक्री भी नहीं हुई है। मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। कोई बड़ा, बूढ़ा, बच्चा नहीं दिखाई दे रहा है। बता दें की रविवार को भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई है। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी है। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। हिंसा के आरोप में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। 400 से ज्यादा लोगों पर FIR की गई है। SP ने आंखों देखा हाल बताते हुए कहा- मैं, डीएम और डीआईजी जब नखासा क्षेत्र के दौरे पर थे, तब एक महिला ने तमंचे से फायर किया। इसी बीच कुछ महिलाओं ने पत्थर चलाए। मौके से ही दो महिलाओं को पकड़ा गया है। सभी मृतकों को देर रात ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया। हिंसा के बाद 24 घंटे के लिए संभल तहसील में इंटरनेट बंद और सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, 'आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। रासुका लगाया जाएगा'। संभल हिंसा पर कई राजनेताओं ने भी टिप्पणियां की... सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा:- जानबूझकर सुबह सर्वे की टीम भेजी गई। चुनाव में धांधली पर चर्चा न हो, इसलिए टीम भेजी गई। संभल में माहौल बिगाड़ने की साजिश है। जानबूझकर हिंसा कराई गई। दूसरे पक्ष की कोई सुनने वाला नहीं। सुबह-सुबह सर्वे टीम को क्यों भेजा गया? जनता का ध्यान भटकाने के लिए हिंसा कराई गई। बवाल पर रजवी बरेलवी बोले जामा मस्जिद हमारी:- बवाल के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, जामा मस्जिद हमारी है। इसकी मीनारें, दीवारें और गुंबद इस बात का सबूत हैं कि यह एक तारीखी मस्जिद है। वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा- यूपी उपचुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी के नेता बौखला गए हैं। ये उनकी खुन्नस है। बर्क बोले- हंसाए तो बगावत है, रुलाएं तो बगावत है:- जुमे के दिन जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने मीडिया से बात की। कहा- कसूरे गम से दो आंसू बहाएं तो आफत है, और सितम सारे जमाने के भूल जाएं तो बगावत है। समझ नहीं आता, छेड़ें तो दास्तां कैसे, हंसाएं तो बगावत है, रुलाएं तो बगावत है। कहा- शरारती तत्व यहां माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं शुक्रवार को सांसद बर्क ने कहा था- मुझे मालूम पड़ा है कि पुलिस प्रशासन ने यहां बहुत तैयारी कर रखी है। पता नहीं यहां इतनी पुलिस फोर्स क्यों लगा रखी है? यहां कोई जंग तो होने नहीं जा रही, नमाज ही हो रही है। हम लोग बहुत सुकून से रहते हैं। लेकिन शरारती कुछ लोग यहां का माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं। चंद्रशेखर ने कहा- आज संभल जाऊंगा:- सरकारी गोलियाँ बहुजनों पर सीधे चलती हैं। यह कोई मिथक नहीं, बल्कि एक कटु सत्य है, जिसे हमसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। चाहे वह एससी/एसटी आंदोलन हो, किसान आंदोलन हो या सीएए विरोधी आंदोलन—हर बार सरकार के इशारे पर पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर सीधी गोली चलाकर हमारे लोगों की जान ली है। आज संभल में हुई हिंसा में तीन मुसलमानों की जान गई है। कल मैं संभल जाऊंगा और इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करूंगा। राहुल ने X पर लिखा- संभल पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाजी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया। कई लोगों की मृत्यु का कारण बना- जिसकी सीधी जिम्मेदार भाजपा सरकार है। भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं। हमें सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफरत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े। ये खबर भी पढ़ें:- संभल हिंसा- सपा सांसद और विधायक के बेटे पर FIR:4 की मौत के बाद कर्फ्यू जैसा माहौल, 5 दिन बाहरी लोगों के आने पर रोक उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा में 4 युवकों की मौत हो गई। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के PRO के पैर में गोली लगी। एसपी समेत 22 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। हिंसा के आरोप में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हिंसा से जुड़ी FIR में संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल के विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर दंगा भड़काने की एफआईआर हुई है। अब तक 7 FIR हुई है। पढ़ें पूरी खबर...

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