सांसद ने सदन में उठाया खाद संकट का मुद्दा:कहा-समितियों पर पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने की मांग, किसान परेशान

सिद्धार्थनगर में सांसद जगदंबिका पाल ने किसानों को खाद से हो रही दिक्कत को देखते हुए कि सदन में खाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सघन सहकारी समिति में किसानों को जितनी बोरी खाद की आवश्यकता है। उसके सापेक्ष बहुत ही काम पहुंच रहा है। जिससे किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सघन सहकारी समिति घोसियारी का जिक्र करते हुए कहा कि मांग के सापेक्ष कम डीएपी खाद पहुंचने से किसान परेशान हो रहे है। समिति पर अब तक 600 बोरी डीएपी केवल पहुंची है। 50 गांव के किसानों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। मजबूरन किसान प्राइवेट दुकानों से अधिक रेट में डीएपी खरीदने को बाध्य हो रहे हैं। जिस कारण किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र के हर सघन सहकारी समिति का यहीं हाल है। रबी फसल की बुवाई के समय किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। खेत से नमी भी चली जा रही है। जिसके कारण किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। किसान परेशान है। लगातार सघन सहकारी समितियों का चक्कर लगा रहे हैं। मजबूरन प्राइवेट दुकान से खाद खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हर सदन सहकारी समितियां पर खाद पहुंचना अनिवार्य है। ताकि समय से बुवाई हो सके।

Nov 29, 2024 - 16:35
 0  22.7k
सांसद ने सदन में उठाया खाद संकट का मुद्दा:कहा-समितियों पर पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने की मांग, किसान परेशान
सिद्धार्थनगर में सांसद जगदंबिका पाल ने किसानों को खाद से हो रही दिक्कत को देखते हुए कि सदन में खाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सघन सहकारी समिति में किसानों को जितनी बोरी खाद की आवश्यकता है। उसके सापेक्ष बहुत ही काम पहुंच रहा है। जिससे किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सघन सहकारी समिति घोसियारी का जिक्र करते हुए कहा कि मांग के सापेक्ष कम डीएपी खाद पहुंचने से किसान परेशान हो रहे है। समिति पर अब तक 600 बोरी डीएपी केवल पहुंची है। 50 गांव के किसानों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। मजबूरन किसान प्राइवेट दुकानों से अधिक रेट में डीएपी खरीदने को बाध्य हो रहे हैं। जिस कारण किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र के हर सघन सहकारी समिति का यहीं हाल है। रबी फसल की बुवाई के समय किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। खेत से नमी भी चली जा रही है। जिसके कारण किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। किसान परेशान है। लगातार सघन सहकारी समितियों का चक्कर लगा रहे हैं। मजबूरन प्राइवेट दुकान से खाद खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हर सदन सहकारी समितियां पर खाद पहुंचना अनिवार्य है। ताकि समय से बुवाई हो सके।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow