हिमाचल का खेलो इंडिया विंटर गेम्स में शानदार प्रदर्शन:6 गोल्ड समेत 18 मेडल जीते, आंचल ने अल्पाइन स्कीइंग जायंट स्लैलम में स्वर्ण झटका
कश्मीर के गुलमर्ग में खेली गई 5वीं खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 में हिमाचल प्रदेश ने शानदार प्रदर्शन किया है। हिमाचल ने कुल 18 पदक जीतकर देश में दूसरा स्थान हासिल किया। सेना की टीम 7 गोल्ड मेडल के साथ पहले स्थान पर रही, जबकि हिमाचल ने 6 स्वर्ण, 5 रजत और 7 कांस्य पदक अपने नाम किए। स्की और माउंटेनियरिंग रेस की यह प्रतियोगिता 9 से 12 मार्च तक गुलमर्ग में खेली गई। चैम्पियनशिप के पहले दिन महिलाओं की वर्टिकल रेस में टीम ने रजत और कांस्य पदक जीते। दूसरे दिन इसी स्पर्धा में स्वर्ण और रजत पदक मिले। तीसरे दिन पुरुषों की रिले रेस में कांस्य पदक और चौथे दिन महिलाओं की रिले रेस में स्वर्ण पदक जीता। राज्य संघ के सदस्य कपिल नेगी ने इस सफलता का श्रेय मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ के प्रशिक्षण शिविरों को दिया। जनवरी में मनाली के हामटा में हुई राज्य स्की माउंटेनियरिंग चैंपियनशिप ने भी खिलाड़ियों के कौशल को निखारा है। राष्ट्रीय स्की पर्वतारोहण महासंघ के अध्यक्ष प्रवीण सूद ने कहा कि भारत में इस खेल के विकास के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई गई है। अंतरराष्ट्रीय स्की पर्वतारोहण महासंघ के सहयोग से इस खेल को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाएगा। अगली बार पहला स्थान हासिल करेंगे: कविता हिमाचल टीम की चीफ-डी-मिशन और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी कविता ठाकुर ने कहा कि पर्याप्त प्रशिक्षण समय न मिलने के बावजूद टीम ने पिछले साल से बेहतर प्रदर्शन किया। सेना की टीम ने खेलो इंडिया में सात स्वर्ण जीते, जबकि हिमाचल को छह मिले। उन्होंने आगामी प्रतियोगिताओं में पहला स्थान हासिल करने का लक्ष्य रखा।

हिमाचल का खेलो इंडिया विंटर गेम्स में शानदार प्रदर्शन
अवलोकन
हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया विंटर गेम्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने 6 स्वर्ण समेत कुल 18 मेडल जीतकर अपनी क्षमता और मेहनत का परिचय दिया है। इस साल के खेलों में, आंचल ने अल्पाइन स्कीइंग जायंट स्लैलम में स्वर्ण पदक जीता, जो उनकी अद्वितीय क्षमताओं को दर्शाता है। यह समय हिमाचल प्रदेश के स्कीइंग समुदाय के लिए गर्व का क्षण है।
खेलों का महत्व
खेलो इंडिया विंटर गेम्स का आयोजन हर साल कई स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाता है। यह न केवल प्रतियोगिता के लिए एक उत्कृष्ट अवसर है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में युवा प्रतिभाओं को संवारने का भी एक माध्यम है। खेल और खासकर सर्दियों के खेल विभिन्न कौशल विकास में मदद करते हैं और युवा खिलाड़ियों को देश का नाम रोशन करने का मौका देते हैं।
आंचल का स्वर्ण जीतना
आंचल का अल्पाइन स्कीइंग में स्वर्ण पदक जीतना एक बड़ा उपलब्धि है। उनके इस प्रदर्शन ने सभी को प्रेरित किया है। स्कीइंग में उनका कौशल और समर्पण उन्हें अन्य खिलाड़ियों के बीच एक विशेष स्थान प्रदान करता है। आंचल ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर यह उपलब्धि हासिल की, जो सभी युवाओं के लिए एक उदाहरण है।
अन्य मेडल विजेता
हिमाचल प्रदेश के अन्य खिलाड़ियों ने भी अपने-अपने खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। 6 स्वर्ण सहित 12 अन्य मेडल ने उन्हें समग्र प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान पर लाने में मदद की। इन खिलाड़ियों ने दिखाया कि वे न केवल खुद को बल्कि अपने राज्य का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
हमेशा से खिलाड़ियों की शक्ति और संघर्ष को मान्यता दी गई है। उनका ये प्रदर्शन न केवल वर्तमान समय के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि भविष्य में बेहतर संभावनाओं का आधार भी तैयार करेगा। खेलो इंडिया के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर मिलता है, जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ता है।
खेल आयोजनों की यह श्रृंखला आगे भी जारी रहने की उम्मीद है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के युवा खिलाड़ी अपनी कड़ी मेहनत और जोश के साथ भाग लेते रहेंगे।
News by indiatwoday.com
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