HDB फाइनेंशियल के IPO को SEBI की मंजूरी:इश्यू से ₹12,500 करोड़ जुटाएगी कंपनी, HDFC बैंक ₹10 हजार करोड़ के शेयर्स बेचेगा
HDFC बैंक की नॉन-बैंकिंग सब्सिडियरी कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को IPO के लिए SEBI से मंजूरी मिल गई है। HDB फाइनेंशियल IPO के जरिए 12,500 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। कंपनी के इस ऑफर में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल दोनों शामिल हैं। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने पिछले साल अक्टूबर में IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस यानी DRHP फाइल किया था। HDB के 10,000 करोड़ के शेयर्स बेचेगा HDFC बैंक इश्यू में कंपनी 2,500 करोड़ रुपए के नए शेयर्स जारी करेगी। वहीं प्रमोटर HDFC बैंक कंपनी के 10,000 करोड़ रुपए के शेयर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेगा। कंपनी में HDFC बैंक की हिस्सेदारी 94.64% है। HDB के अलावा ए-वन स्टील्स इंडिया लिमिटेड, शांति गोल्ड इंटरनेशनल लिमिटेड, डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया लिमिटेड और श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड को भी सेबी से IPO के लिए मंजूरी मिल गई है। 8 महीने पहले HDB फाइनेंशियल के बोर्ड ने IPO के प्लान को मंजूरी दी थी। इसके अलावा HDB फाइनेंशियल के IPO में शेयरहोल्डर कोटा भी होगा। सितंबर महीने में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी ने IPO के लिए मॉर्गन स्टेनली, बैंक ऑफ अमेरिका और नोमुरा जैसे विदेशी बैंकों के साथ-साथ ICICI सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और IIFL जैसी डोमेस्टिक फर्म्स को भी शॉर्टलिस्ट किया है। HDB का मार्केट कैप करीब 1.01 लाख करोड़ रुपए अभी, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का मार्केट कैप करीब 1.01 लाख करोड़ रुपए है। इसके नॉन लिस्टेड शेयरों की कीमत 1,275 रुपए है। लिस्ट होने के बाद मार्केट कैप के हिसाब से कंपनी सबसे बड़ी लिस्टेड फाइनेंस कंपनियों में से एक होगी। सितंबर 2025 से पहले HDB को लिस्ट करना जरूरी बैंक को HDB का IPO लाने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मानदंडों का पालन करने के लिए सितंबर 2025 से पहले कंपनी को लिस्ट होना है। RBI ने सितंबर 2023 में आदेश दिया था कि 'अपर लेयर' के हिस्से के रूप में पहचानी गई NBFCs को 3 साल के अंदर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होना होगा। HDB की पूरे भारत में 1,680 से ज्यादा ब्रांच 2007 में स्थापित HDB सिक्योर एंड अनसिक्योर्ड लोन प्रोवाइड करती है। पूरे भारत में इसकी 1,680 से ज्यादा ब्रांच हैं। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज- पर्सनल लोन, गोल्ड लोन, बिजनेस लोन और ऑटो लोन जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज भी प्रोवाइड करती है। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने जून तिमाही में लगभग 13,300 करोड़ रुपए की नेटवर्थ दर्ज की थी।

HDB फाइनेंशियल के IPO को SEBI की मंजूरी
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HDFC बैंक की नॉन-बैंकिंग सब्सिडियरी कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को IPO (Initial Public Offering) के लिए SEBI (Securities and Exchange Board of India) से मंजूरी मिल गई है। कंपनी अपने IPO के माध्यम से 12,500 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। इस इश्यू में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल दोनों शामिल हैं, जिससे निवेशकों को एक नई निवेश अवसर दी जाएगी।
HDB फाइनेंशियल का IPO प्लान
HDB फाइनेंशियल ने पिछले साल अक्टूबर में IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया था। IPO में 2,500 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि HDFC बैंक प्रमोटर के रूप में 10,000 करोड़ रुपए के शेयरों को ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेगा। एचडीएफसी बैंक की HDB में हिस्सेदारी 94.64% है, जो इस इश्यू को और भी आकर्षक बनाता है।
अन्य कंपनियों को भी मिली मंजूरी
HDB के अलावा, ए-वन स्टील्स इंडिया लिमिटेड, शांति गोल्ड इंटरनेशनल लिमिटेड, डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया लिमिटेड और श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड को भी SEBI से IPO के लिए मंजूरी मिल गई है। यह सूचना निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह दर्शाता है कि बाजार में लिस्टिंग का माहौल बेहतर हो रहा है।
HDB का मार्केट कैप और लिस्टिंग की जरूरत
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का मौजूदा मार्केट कैप लगभग 1.01 लाख करोड़ रुपए है। कंपनी के नॉन लिस्टेड शेयरों की कीमत 1,275 रुपए है। यदि कंपनी लिस्ट होती है, तो यह भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड फाइनेंस कंपनियों में से एक बन जाएगी। RBI की नई नियमों के तहत, HDB को सितंबर 2025 से पहले लिस्ट होना आवश्यक है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी की विकास योजनाएं कितनी महत्वूर्ण हैं।
बाजार पर प्रभाव और संभावनाएं
HDB फाइनेंशियल के IPO के जरिए जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं में किया जाएगा। इसके अलावा, इसके लिस्ट होने से कंपनी की वित्तीय स्थिति और अधिक मजबूत होगी। HDB फाइनेंशियल ने पिछले एक साल में पर्सनल लोन, गोल्ड लोन, बिजनेस लोन और ऑटो लोन जैसी कई फाइनेंशियल सर्विसेज प्रदान की हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे HDB फाइनेंशियल के IPO में निवेश करने से पहले कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य और भविष्य की योजनाओं का विश्लेषण करें। इससे उन्हें यह समझने में मदद मिलेगी कि क्या यह निवेश उनके लिए सही है या नहीं।
जैसे-जैसे बाजार में लिस्ट होने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, HDB फाइनेंशियल की स्थिति और भी स्पष्ट होती जाएगी। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए इस IPO का ध्यान रखना चाहिए।
लेखन का समापन: HDB फाइनेंशियल का IPO न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे वित्तीय क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके लिस्टिंग के बाद, यह देखने लायक होगा कि कैसे यह बाजार में अपनी पकड़ बनाता है।
लेखन टीम: IndiaTwoday
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