अडाणी ग्रुप इमार की भारतीय यूनिट को खरीद रही:दुबई की रियलस्टेट कंपनी से ₹12,000 करोड़ में डील संभव, अडाणी रियल्टी भी ₹3,453 करोड़ निवेश करेगी
अडाणी ग्रुप दुबई की रियल एस्टेट कंपनी इमार की भारतीय यूनिट को खरीदने जा रही है। डील 1.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹12,084 करोड़) में हो सकती है। कंपनी अडाणी ग्रुप की अनलिस्टेड कंपनी अडाणी रियल्टी बिजनेस का हिस्सा बनेगी। अडाणी रियल्टी इस बिजनेस में 400 मिलियन डॉलर (करीब ₹3,453 करोड़) निवेश भी करेगी। दोनों पक्षों के बीच इस डील को लेकर बातचीत चल रही है। डील अगले महीने में फाइनल हो सकती है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है। इमार और अडाणी के बीच पहले भी हुई बातचीत इमार और अडाणी ग्रुप के बीच इस डील को लेकर जनवरी से ही बातचीत चल रही है। इमार इंडिया दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। डील से अडाणी ग्रुप का रियल एस्टेट मजबूत होगा इस डील के बाद अडाणी ग्रुप का रियल एस्टेट पोर्टफोलियो और मजबूत होगा। अडाणी ग्रुप के पास रियल एस्टेट बिजनेस में 24 मिलियन स्क्वायर फीट प्रॉपर्टी है। कंपनी 61 मिलियन स्क्वायर फीट और एरिया पर कंस्ट्रक्शन का काम कर रही है। ओरिएंट सीमेंट में 72.8% खरीदने की परमिशन मिली इससे पहले 4 मार्च को अडाणी ग्रुप की अंबुजा सीमेंट को बिरला ग्रुप की ओरिएंट सीमेंट में 72.8% स्टेक खरीदने की परमिशन मिली थी। कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने इसकी मंजूरी दी थी। अक्टूबर 2024 में अडाणी ग्रुप ने ओरिएंट सीमेंट लिमिटेड के साथ 8,100 करोड़ रुपए का बाइंडिंग एग्रीमेंट किया था। ओरिएंट सीमेंट में स्टेक खरीदने के बाद अडाणी ग्रुप की अंबुजा सीमेंट का प्रोडक्शन सालाना 16.6 मिलियन टन बढ़ जाएगा। खरीदने की प्रक्रिया दो चरणों में की जाएगी। अंबुजा सीमेंट्स शुरुआत में ओरिएंट सीमेंट की 46.80% हिस्सेदारी खरीदेगी। इसमें प्रमोटर्स की 37.90% हिस्सेदारी और 8.90% की पब्लिक होल्डिंग शामिल है।
अडाणी ग्रुप इमार की भारतीय यूनिट को खरीद रही: दुबई की रियलस्टेट कंपनी से ₹12,000 करोड़ में डील संभव
अडाणी ग्रुप, भारत की प्रमुख व्यवसायिक संगठनों में से एक, एक महत्वपूर्ण सौदे के लिए तैयार है। जानकारी के अनुसार, यह समूह दुबई की एक रियलस्टेट कंपनी से अपनी भारतीय यूनिट का अधिग्रहण करने जा रहा है। इस डील की कुल राशि लगभग ₹12,000 करोड़ मानी जा रही है, जो भारतीय रियल एस्टेट बाजार में एक महत्वपूर्ण मामाला है।
डील का विवरण
यह डील, जो अडाणी ग्रुप के लिए एक नई दिशा में कदम रखने का संकेत देती है, अत्यधिक संभावनाओं से भरी हुई है। अडाणी रियल्टी, जो की अडाणी ग्रुप का एक हिस्सा है, भी इस डील में ₹3,453 करोड़ का निवेश करने की तैयारी कर रही है। इस कदम से न केवल अडाणी ग्रुप की बाजार में स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
मार्केट ट्रेंड और भविष्य की संभावनाएँ
भारतीय रियल एस्टेट बाजार में इन दिनों कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अडाणी ग्रुप का यह कदम यह दर्शाता है कि वे न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पैठ को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस डील से भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में नई जान फूंकने की संभावनाएँ हैं। इससे निवेशकों का विश्वास और सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस परिदृश्य में ध्यान रखना आवश्यक है कि क्या यह डील पूरी होती है और इसके परिणामस्वरूप बाजार में क्या बदलाव आते हैं। इसके साथ ही, अडाणी ग्रुप की यह रणनीति आने वाले समय में अन्य उद्योगों में भी प्रभाव डाल सकती है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट indiatwoday.com पर जाएं।
News by indiatwoday.com
कीवर्ड्स
अडाणी ग्रुप, इमार, भारतीय यूनिट, दुबई रियलस्टेट कंपनी, ₹12000 करोड़ डील, अडाणी रियल्टी, ₹3453 करोड़ निवेश, भारतीय रियल एस्टेट बाजार, विदेशी निवेश, मार्केट ट्रेंड, बिजनेस डील, अडाणी ग्रुप की रणनीति, रियल एस्टेट सेक्टर समाचार, अडाणी ग्रुप अधिग्रहण, रियल एस्टेट निवेश भारत, अडाणी ग्रुप का विकासWhat's Your Reaction?






